बिलासपुर रेंज साइबर थाना ने दो ठगों को राजस्थान से पकड़ा, फर्जी कंपनी की HR बनकर महिला ने बैंक मैनेजर को घर बैठे मुनाफा कमाने का झांसा देकर फांसा था, सरगना पुलिस की पकड़ से बाहर, खाड़ी देश क़तर के दोहा से ऑपरेट कर रहा था…
अपराध क्रमांक 06/2024 धारा 420, 120(बी), 34 भा.द.वि. एवं 66(सी)(डी), 43 आई.टी एक्ट…
गिरफ्तार आरोपी, 1. अजय सिंह (22) राजपूत, जिला डीडवाना कुचावन (राजस्थान) 2. गजेन्द्र उर्फ गज्जू स्वामी (40) जिला नागौर (राजस्थान)…
मामले का विवरण…
प्रार्थी सुनील कुमार, बैंक मैनेजर, निवासी परिजात एक्सटेंशन, बिलासपुर (छ.ग.) को टेलीग्राम एप के माध्यम से क्वाईन स्वीच इनवेस्टमेंट मैनेजमेंट कंपनी (फर्जी कंपनी) का एच.आर. बनकर एक महिला ने उन्हें पार्ट टाईम जॉब ऑफर दिया . महिला ने उन्हें छोटे-छोटे टास्क पूरे करने पर प्रत्येक टास्क के 200 रूपये मिलने का झांसा दिया . पैसे देने के समय उन्होंने कुछ तकनीकी त्रुटि बताते हुए उलटे उसी से कुछ रकम जमा करवा ली . सुनील कुमार को अपने साथ ठगी का एहसास तब हुआ जब मात्र दो दिनों में उनसे कुल 15,04,850 की राशि अलग-अलग बैंक अकाउंट में जमा करवाकर ठग ली गई . प्रार्थी ने रेंज साइबर थाने में लिखित आवेदन दिया . आवेदन के आधार पर ठगी, धोखाधड़ी का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया .
पुलिस ने प्रार्थी के साथ धोखाधडी करने वाले व्यक्तियों की जानकारी एकत्र की . पुलिस ने संदिग्ध बैंक खातों को चिन्हांकित कर बैंक स्टेटमेट, आनलाईन ट्रांजेक्शन व ए.टी.एम. विड्राल सहित बैंक पंजीकृत मोबाईल नम्बर, कालिंग आई.एम.ई.आई. नम्बर आदि की समीक्षा की . पुलिस को आरोपियों के राजस्थान के गुडपालिया व लडानू के आसपास के निवासी होने की जानकारी प्राप्त हुई . पुलिस की एक विशेष टीम निरीक्षक अवनीश पासवान के निर्देशन में राजस्थान, दिल्ली की ओर रवाना की गई . टीम ने 1 सप्ताह तक राजस्थान में रहकर अंततः दोनों आरोपियों अजय सिंह व गजेन्द्र स्वामी को धर दबोचा . दोनों ने पूछताछ के दौरान ऑनलाइन ठगी का काम करना स्वीकार किया . दोनों ने बताया कि ठगी के काम में उपयोग में आने वाले फर्जी सिम कार्ड व फर्जी बैंक खाते गाँव के आसपास के मजदूरी करने वालों के हैं . यह भी बताया कि उनके गैंग का सरगना मनोज स्वामी है जो खाड़ी देश क़तर के दोहा से ऑनलाइन फ्रॉड का काम ऑपरेट करता है . मनोज वहां लेबर कांट्रेक्टर का काम भी करता है .
पुलिस ने बताया कि 5 लाख रुपये अजय सिंह और गज्जू के बैंक अकाउंट में होल्ड कराया गया है . इसके साथ ही 1 लाख 27 हजार रूपये प्रार्थी को न्यायालय के माध्यम से बैंक होल्ड अमांउट से वापस करा दिये गए हैं . पुलिस ने दोनों गिरफ्तार आरोपियों को न्यायालय में पेश किया है .
बिलासपुर पुलिस की अपील…
बिलासपुर पुलिस ने बिन्दुवार बताया है कि सायबर ठग आये दिन नये-नये तरीके अपनाते हैं इसलिए आम जनता को चाहिए कि वह सतर्क रहे…
- कोई भी व्यक्ति अनजान नम्बर से अपने आप को पुलिस का अधिकारी, सी.बी.आई. अथवा ई.डी. का अधिकारी बताता है तो ऐसे कॉल से सावधान रहे .
- अनजान व्यक्ति जिसका नम्बर आपके मोबाईल पर सेव नहीं है उसके साथ कभी भी कोई निजी जानकारी, बैंकिग जानकारी, ओटीपी, आधार कार्ड, पैन कार्ड, फोटो आदि शेयर न करें .
- अनजान वेबसाईट एवं अनाधिकृत एप डाॅउनलोड या सर्च करने से बचे .
- कम परिश्रम से अधिक लाभ कमाने अथवा रकम दुगना करने का झांसा देने वाले व्यक्तियों से सावधान रहे .
- स्वयं की पहचान छुपाकर सोशल मीडिया, फेसबुक, इन्स्टाग्राम, व्हाट्स-एप इत्यादि के माध्यम से ईंटिमेट (अश्लील लाईव चैट) करने से बचे .
- परीक्षा में अधिक अंको से पास करा देने का झांसा देने वाले व्यक्तियों, खासकर +92 नम्बरों से आने वाले व्हाट्स-एप कॉल से बचने का प्रयास करें .
- साइबर फ्रॉड की घटना घटित होने पर तत्काल नजदीकी थाना में अपनी शिकायत दर्ज करें .
हेल्पलाईन नम्बर 1930 पर सम्पर्क कर तत्काल सहायता प्राप्त कर सकते हैं . उसीप्रकार https://cybercrime.gov.in पर जाकर ऑनलाइन शिकायत भी दर्ज कर सकते हैं .