SECR की GM नीनू इटियेरा ने कहा – सुरक्षा हमारी प्राथमिकता में शामिल…
नागपुर से झारसुगड़ा तक स्वचालित ट्रेन सुरक्षा प्रणाली “कवच” शीघ्र…
बिलासपुर, रायपुर और नागपुर मंडल में इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट का काम तेज…
यात्री और माल गाड़ियों के बीच उचित संतुलन बनाकर ही गाड़ियों का परिचालन…
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे की पहली महिला महाप्रबंधक नीनू इटियेरा ने बिलासपुर मुख्यालय में कहा है कि सुरक्षा हमारी प्राथमिकता में शामिल है . सुरक्षित ट्रेन परिचालन के प्रति हम हमेशा गंभीर हैं और इस दिशा में निरंतर बेहतर कार्य कर रहे हैं . रेल दुर्घटनाओं को रोकने की दिशा में लोको पायलट की मानसिक और शारीरिक अवस्था का ध्यान रखा जा रहा है . उन्हें समयानुसार विश्राम और नियमानुसार काम पर लगाया जा रहा है . उनके परिवार से भी परामर्श लिया जा रहा है .
रेल सुरक्षा प्रणाली “कवच” के संबंध में उनका कहना था कि एसईसीआर में नागपुर से लेकर झारसुगड़ा तक 601 किलोमीटर में स्वचालित ट्रेन सुरक्षा प्रणाली “कवच” को स्थापित किया जाना है . रेल मंत्रालय पूरे देश में “कवच” स्थापित करने के प्रति गंभीर है ताकि “शून्य दुर्घटना” के लक्ष्य को प्राप्त किया जा सके .
एसईसीआर की जीएम ने अपनी प्राथमिकताएं गिनाते हुए कहा कि हमारे प्रति यात्रियों का अनुभव विशेष मायने रखता है . हमारी सदैव कोशिश होती है कि यात्री सुविधाओं को बेहतर से भी बेहतर किया जाये .
उन्होंने इंफ्रास्ट्रक्चर विकास को विशेष रूप से रेखांकित किया . उन्होंने स्वीकार किया कि अधो-संरचना विकास के दौरान हमें रेलगाड़ियों को रद्द करने का अवांछित निर्णय लेना पड़ता है जिससे यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है . उन्होंने कहा कि हमारा मकसद पूरे रेलवे-तंत्र की क्षमता बढ़ाने पर केन्द्रित है . अगर इसे समय की जरुरत के हिसाब से विकसित नहीं किया गया तो आगे नई ट्रेनें चलाना मुश्किल हो जायेगा . उन्होंने फिर कहा कि वर्तमान में जिन गाड़ियों का परिचालन किया जा रहा है उन्हें इसी इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास के लिए कैंसिल करना पड़ता है . हमारी कोशिश होगी इसके बीच संतुलन बनाये ताकि यात्रियों को कम से कम असुविधा हो . एसईसीआर की तरफ से यात्रियों को इसकी पूर्व सूचना भी दी जाएगी . उन्होंने कहा कि बिलासपुर रेलवे जोन में बिलासपुर, रायपुर और नागपुर रेल मंडल इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट का काम तेजी से चल रहा है . उम्मीद करनी चाहिए कि समयानुसार सभी विकास कार्य शीघ्र पूर्ण कर लिए जायेंगे .
शुक्रवार को एसईसीआर मुख्यालय ने मीडिया से मुखातिब होते हुए जीएम नीनू इटियेरा ने कहा कि ट्रेनों की लेट-लतीफी पर हम क्रमशः अंकुश लगाने में सफल हो रहे हैं . वस्तुतः गाड़ियों के विलम्ब से चलने का कारण ज्यादातर तकनीकी होता है . उन्होंने इस बात से साफ़ इनकार किया कि यात्री गाड़ियों की बनिस्बत माल गाड़ियों को प्राथमिकता दी जाती है . उन्होंने कहा कि जरुरत के मुताबिक यात्री और माल गाड़ियों के बीच उचित संतुलन बनाकर गाड़ियों का परिचालन किया जाता है .
मीडिया से बातचीत के दौरान रेलवे के सभी मुख्य विभागों के प्रमुख अधिकारी, मुख्य जनसंपर्क अधिकारी विकास कुमार कश्यप और सीनियर जनसंपर्क अधिकारी संतोष कुमार ख़ास तौर पर मौजूद थे .