स्कूली छात्राओं ने सेना के जवानों के लिए बनाईं राखियाँ, लिखे भावपूर्ण पत्र…

श्लोक-ध्वनि फाउंडेशन की सराहनीय पहल…
छत्तीसगढ़ के बिलासपुर शहर में सक्रिय सांस्कृतिक संस्था श्लोक-ध्वनि फाउंडेशन के मार्गदर्शन एवं शिक्षकों के सहयोग से स्वामी आत्मानंद पूर्व माध्यमिक कन्या शाला, बिल्हा की छात्राओं ने राखियाँ बनाई और उन्हें सेना के जवानों को भेजने के लिए जिला सैनिक बोर्ड के कमांडर को सौंप दिया .

श्लोक-ध्वनि फाउंडेशन के संयोजक द्वय सुमित शर्मा और श्रीकुमार ने बताया कि इसके पूर्व शाला की छात्राओं को देश की सीमाओं की रक्षा के लिए तैनात सैनिकों के संबंध में जानकारी दी गई कि कैसे वे अपने घर-परिवार से दूर रहकर सरहद पर कठिन परिस्थितियों में देश के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर करने के लिए तैयार रहते हैं . हमारे देश के सैनिक लेह-लद्दाख, सियाचिन, जम्मू-कश्मीर, थार मरुस्थल जैसे कठिन और प्रतिकूल क्षेत्रों में पूरी सजगता से कार्य करते हैं . देश की रक्षा हेतु अपने प्राणों की आहुति देने के लिए भी तैयार रहते हैं .

उन्होंने बताया कि छात्राओं ने अत्यंत भावुकता-पूर्ण एवं देशभक्ति की अलख जगाने वाली अपनी भावनाएं सैनिक भाइयों के नाम लिखीं .

सैनिक कल्याण बोर्ड के कमांडर हरीश चंद्र तिवारी एवं वहां कार्यरत पूर्व सैनिकों ने कहा कि इन पत्रों का महत्व हर कोई नहीं समझ सकता . पूरे देश की रक्षा का जिम्मा जब सैनिकों के हाथ है, तो हमें भी उन्हें अपना परिवार समझना चाहिए . उन्होंने कहा कि श्लोक-ध्वनि फाउंडेशन की यह पहल अत्यंत सराहनीय है .

फाउंडेशन के संस्थापक और शिक्षक-साहित्यकार श्रीकुमार ने भी कहा कि आज बच्चों को सिखाने-समझाने के लिए स्वानुभव आधारित शैक्षणिक गतिविधियां संचालित करने की आवश्यकता है . उन्होंने कहा कि बच्चों में विभिन्न अपरिहार्य मानवीय भावों को समझाने के लिए संगीत, साहित्य एवं कला से जोड़ना, उन्हें आदर्श नागरिक बनाने में सहायक सिद्ध होगा .

शाला के प्रधान पाठक केशव वर्मा एवं कला शिक्षक देवेंद्र शुक्ला ने भी ऐसे कार्यों को स्वागतेय और बच्चों में नई ऊर्जा भरने वाला बताया .

