सबसे आगे ; पं. सुन्दरलाल शर्मा ओपन यूनिवर्सिटी को NAAC ने दिया A+ ग्रेड…
बिलासपुर . पंडित सुंदरलाल शर्मा मुक्त विश्वविद्यालय को “नैक” से A+ ग्रेड मिला है . ओपन यूनिवर्सिटी को NAAC नेशनल असेसमेंट एंड एक्रेडिटेशन काउंसिल यानि राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन (मान्यता) परिषद ने 3.28 CGPA अंकों के साथ ए-प्लस ग्रेड दिया है . इस ग्रेडिंग के साथ ही पंडित सुन्दरलाल शर्मा ओपन यूनिवर्सिटी छत्तीसगढ़ की पहली यूनिवर्सिटी बन गई है जिसने शिक्षा की गुणवत्ता, अनुसंधान, प्रशासन, इंफ्रास्ट्रक्चर और छात्र-सेवा आदि क्षेत्रों में पूर्ण दक्षता हासिल की है .
पं. सुन्दरलाल शर्मा मुक्त विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ बंशगोपाल सिंह ने बताया कि नैक की टीम विगत 10 से 13 अप्रैल को निरीक्षण के लिए विश्वविद्यालय पहुंची थी . टीम के चेयरमैन मिजोरम विश्वविद्यालय व आंध्रप्रदेश के पूर्व कुलपति डा.केआरएस सम्बाशिवा राव थे . इसके अतिरिक्त चार अन्य समन्वयक सदस्यों में डा. बीआर अम्बेडकर मुक्त विश्वविद्यालय तेलंगाना के कुलपति डा. कुसुम्बा सीतारामा राव, कोच्चि यूनिवर्सिटी आफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी केरल के डीन डा. भाषी मारथ, देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंदौर की प्रोफेसर डा. हेमा सुंदर नायडू, गोनुगुंटला व सीसीएस विश्वविद्यालय मेरठ शिक्षा विभाग के प्रोफेसर डा. विजय जायसवाल भी टीम में शामिल थे .
डॉ बंशगोपाल ने बताया कि 10 अप्रैल को टीम ने रायपुर के केन्द्रों का निरीक्षण किया .
विश्वविद्यालय के प्रदेश में रायपुर, बिलासपुर, अंबिकापुर और जगदलपुर सहित 7 स्थानों में रीजनल सेंटर हैं . विश्वविद्यालय के 138 अध्ययन केंद्र हैं . टीम ने रायपुर सहित 3 अध्ययन केन्द्रों तथा विश्वविद्यालय की कार्यपरिषद, विद्या परिषद, योजना मंडल, भूतपूर्व व वर्तमान छात्र-समूहों से चर्चा करके अंतिम मूल्यांकन रिपोर्ट तैयार की . शुक्रवार को आधिकारिक तौर पर ई-मेल के जरिये विश्वविद्यालय को ए-प्लस ग्रेड प्राप्त होने की सूचना मिली . उन्होंने प्रसन्नता जाहिर की कि पूरे छत्तीसगढ़ में पंडित सुन्दरलाल शर्मा ओपन यूनिवर्सिटी नैक की ए-प्लस ग्रेडिंग प्राप्त करने वाला प्रथम विश्वविद्यालय है .
उन्होंने बताया कि NAAC की ग्रेडिंग मिलने का सर्वाधिक लाभ स्टूडेंट्स को होगा . छात्रों को संस्थान के बारे में शिक्षा की गुणवत्ता, अनुसंधान और इंफ्रास्ट्रक्चर जैसी जानकारियां हासिल करने में आसानी होगी . यहाँ के छात्रों को A+ ग्रेड का दर्जा प्राप्त होगा . यहाँ पढ़ने वाले छात्रों का भविष्य भी सुरक्षित होगा . नैक ग्रेडिंग छात्रों को मिलने वाली डिग्रियों की वेल्यू भी निर्धारित करती है .
उन्होंने आगे बताया कि इससे विश्वविद्यालय को भी राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिलेगी . विश्वविद्यालय के लिए भी नए पाठ्यक्रम आरम्भ का रास्ता साफ़ हो जायेगा . प्रारंभिक तौर पर MBA, MSc-IT सहित साइंस के अनेक विषयों पर पोस्ट-ग्रेजुएशन तथा ऑन-लाइन पाठ्यक्रम भी आरम्भ किये जायेंगे . अन्य संस्थानों के साथ एमओयू और परस्पर सहयोग, शोध और नवाचार की दिशा में आगे बढ़ने में भी विश्वविद्यालय को मदद मिलेगी . इसके अतिरिक्त विश्वविद्यालय को UGC अनुदान, RUSA अनुदान तथा अन्य वित्तीय सहायता भी आसानी से प्राप्त हो सकेगी .
कुलपति डॉ बंशगोपाल ने बताया कि नैक की टीम ने निर्धारित सात बिन्दुओं पर ओपन यूनिवर्सिटी को जांचा . नैक ने प्रमुख रूप से पाठ्यक्रम की उपयोगिता, अनुसन्धान, नवाचार और विस्तार, इन्फ्रास्ट्रक्चर और शिक्षण संसाधन, गवर्नेंस, लीडरशिप और मैनेजमेंट, संस्थागत मूल्य और सर्वोत्तम अभ्यास, शिक्षण-प्रशिक्षण और मूल्यांकन तथा छात्र-सहयोग व सेवाएं और प्रगति को ध्यान में रखकर मूल्यांकन किया . इस दौरान स्वयं उन्होंने प्रेजेंटेशन दिया . विश्वविद्यालय की कुलसचिव डॉ इंदु अनंत व सभी विभाग प्रमुखों ने पूरा सहयोग दिया .