ऑडियो क्लिपिंग वायरल मामला ; पीसीसी ने महापौर रामशरण को नोटिस जारी कर 24 घंटों में जवाब तलब किया…
छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने बिलासपुर के महापौर रामशरण यादव को गुरूवार को नोटिस जारी किया है . उनसे 24 घंटे के भीतर जवाब माँगा गया है . नोटिस में कहा गया कि विधानसभा चुनाव के टिकट वितरण को लेकर हो रही मोबाईल से बातचीत की ऑडियो क्लिपिंग सोशल मीडिया के माध्यम से वायरल हो रही है, जो प्रदेश कांग्रेस के संज्ञान में आया है .
आगे कहा गया है कि ऑडियो में जिस प्रकार की बातचीत हो रही है, वह पार्टी के अनुशासनहीनता की परिधि में आता है . प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने ऑडियो प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए हैं . नोटिस के अनुसार महापौर रामशरण यादव को अगले 24 घंटे के भीतर इसका लिखित जवाब / स्पष्टीकरण प्रदेश कांग्रेस को प्रेषित करने के निर्देश दिए गए हैं .
इसके पहले कल, बुधवार को पूर्व विधायक व कांग्रेस से बागी होकर निर्दलीय चुनाव लड़ रहे अरुण तिवारी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कांग्रेस की टिकट कथित रूप से 4 करोड़ रुपए में बिकने का आरोप लगाया था . उन्होंने अपनी व महापौर रामशरण यादव की मोबाइल से बातचीत का ऑडियो भी जारी किया था .
हालाँकि महापौर रामशरण यादव ने कहा था, अरुण तिवारी द्वारा मेरा हवाला देकर फैलाया गया यह ऑडियो पूरी तरह भ्रामक और असत्य है . मेरी उनसे इस तरह की कोई बातें नहीं हुई है . मैं कांग्रेस पार्टी का समर्पित सिपाही हूं, आगे भी रहूंगा . हम राज्य की 90 सीटों पर जीत के लिए कार्य कर रहे हैं . मुझे पूर्ण विश्वास है कि हम फिर से मजबूत सरकार बनाएंगे . रामशरण यादव ने स्पष्टीकरण देते हुए यह भी कहा था कि मैं जिस वार्ड से पार्षद हूं, उस वार्ड के अरुण तिवारी सम्मानित नागरिक हैं, विधायक रहे हैं, व कांग्रेसी रहे हैं . लिहाजा उनसे वार्ड की समस्याओं व अन्य मुद्दों को लेकर बातचीत होती रहती है, लेकिन ऐसी कोई बातचीत उनसे नहीं हुई है . प्रत्युत्तर में अरुण तिवारी ने भी कहा था कि महापौर सरकार के कोप से डर रहे हैं इसलिए ऐसा बयान दे रहे हैं .
बावजूद इसके, महापौर के कथित ऑडियो को अनुशासनहीनता मानते हुए कांग्रेस के प्रभारी महामंत्री मलकीत सिंह गैदू ने पीसीसी चीफ दीपक बैज के निर्देश पर मेयर रामशरण यादव को नोटिस जारी कर 24 घंटों के भीतर जवाब तलब किया है .