विश्व तंबाकू निषेध दिवस ; तंबाकू ला छोड़बो, गढ़बो नवा छत्तीसगढ़…

विश्व तंबाकू निषेध दिवस ; तंबाकू ला छोड़बो, गढ़बो नवा छत्तीसगढ़…

बिलासपुर . तंबाकू का सेवन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। तंबाकू से बने उत्पादों का सेवन करने वालों को कई प्रकार की गंभीर बीमारियां घेर सकती हैं। तंबाकू को छोड़ने और स्वस्थ जीवन शैली को अपनाने के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से हर वर्ष 31 मई को “विश्व तंबाकू निषेध दिवस” मनाया जाता है। इसी क्रम में मंगलवार से जिला स्तर पर विविध जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं, जिसमें शैक्षणिक संस्थानों, गांव एवं महाविद्यालय को तंबाकू मुक्त घोषित किया जाएगा और उन्हें प्रमाणपत्र भी दिए जायेंगे। यह कार्यक्रम जिले में संचालित “तंबाकू नशा मुक्ति केन्द्र” के माध्यम से किया जा रहा है।
सीएमएचओ डॉ. प्रमोद महाजन ने इस संबंध में बताया कि “तंबाकू से बने उत्पादों का सेवन करने से कई तरह की गंभीर बीमारियां होने का खतरा बना रहता है। तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत जिला अस्पताल में तंबाकू नशा मुक्ति केन्द्र स्थापित किया गया है। जहां पर तंबाकू और अन्य तरह के उत्पादों का सेवन करने वालों की काउंसिलिंग की जाती है और उन्हें चिकित्सकीय परामर्श प्रदान किया जाता है। विश्व तंबाकू निषेध दिवस के मौके पर तंबाकू छोड़ने के लिए लोगों को प्रोत्साहित करने वालों को सम्मानित भी किया जाएगा।“
जिला नोडल अधिकारी तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम डॉ.बी.के. वैष्णव ने बताया कि “तंबाकू नशा मुक्ति कार्यक्रम के तहत स्कूलों, सरकारी एवं निजी संस्थानों को तंबाकू मुक्त बनाने का कार्य किया जा रहा है। साथ ही साथ जागरूकता के लिए स्कूली बच्चों को तंबाकू से होने वाली स्वास्थ्यगत परेशानियों के संबंध में बताया जायेगा . उन्होंने कहा कि तंबाकू का नशा आसानी से छोड़ा जा सकता है .
जिला सलाहकार, तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम डॉ. अनुपम ने भी बताया कि “विश्व तंबाकू निषेध दिवस के मौके पर जिले के 500 स्कूलों, एक महाविद्यालय, एक गांव, तंबाकू व्यसन छोड़ चुके नए पांच लोगों और प्रतिबंधित तंबाकू उत्पादों की बिक्री रोकने के लिए चालानी कार्यवाही करने वालों को भी प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया जाएगा। साथ ही संगोष्ठी एवं परिचर्चा के माध्यम से तंबाकू मुक्ति का संदेश दिया जाएगा।“
उल्लेखनीय है कि वैश्विक युवा तंबाकू सर्वेक्षण 2019 के आंकड़ों के अनुसार छत्तीसगढ़ में 13 से 15 वर्ष की आयु के बच्चों द्वारा तंबाकू के उपयोग का प्रतिशत 8 है। राष्ट्रीय औसत से भले ही यह आंकड़ा कम है, परंतु यह बहुत चिंताजनक विषय है। इसे देखते हुए प्रदेशभर में तंबाकू मुक्ति अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में बिलासपुर जिला अस्पताल में “तंबाकू नशा मुक्ति केन्द्र” के माध्यम से लोगों से तंबाकू छोड़ने की अपील की जा रही है।
उन्होंने बताया कि बीते एक वर्ष में अनेक लोगों ने तंबाकू सेवन छोड़ दिया है और अब वे अन्य लोगों को तंबाकू उत्पादों का सेवन नहीं करने की सीख दे रहे हैं। तंबाकू व नशा छोड़ने वालों में मुख्य रूप से 12 साल के किशोर से लेकर 60 साल के बुजुर्ग शामिल हैं। तंबाकू सेवन छोड़ने वालों का नारा है “छोड़बो तंबाकू गढ़बो नवा छत्तीसगढ़।“
मिली जानकारी के मुताबिक जनवरी 2021 से दिसंबर 2021 तक, 1,782 लोगों की काउंसिलिंग की गई, जिनमें 83 प्रतिशत पुरुष और 17 प्रतिशत महिला यानि 1,483 पुरूष और 299 महिलाएं शामिल थी । इतना ही नहीं, तंबाकू नशा मुक्ति केन्द्र (टीसीसी) ओपीडी में इस दौरान काउंसिलिंग के लिए पहुँचने वाले लोगों में मुख्य रूप से बीड़ी का सेवन करने वाले 133 लोग, सिगरेट का सेवन करने वाले 139 , खैनी का सेवन करने वाले 149 लोग, गुड़ाखू का सेवन करने वाले 346 और गुटखा का सेवन करने वाले 249 लोग शामिल थे।

सम्पादक

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *