तीन बड़े संगठनों में विश्व पर्यावरण दिवस…
SECR में…जागरूकता अभियान…
बिलासपुर – पर्यावरण दिवस की महत्ता एवं एक जागरूक संगठन की तरह पर्यावरण संरक्षण में अपनी भूमिका को जिम्मेदारीपूर्वक निभाने हेतु दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ने रविवार 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस का आयोजन किया . इस अवसर पर वृक्षारोपण एवं पर्यावरण से संबंधित अनेकों कार्यक्रम आयोजित किये गए ।
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में प्रातः 6.30 बजे दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे मुख्यालय से नार्थ ईस्ट इंस्टीट्यूट ग्राउंड तक वाकथान का आयोजन किया गया । कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विजय प्रताप सिंह एवं विशिष्ट अतिथि श्रीमती सीमा सिंह, उपाध्यक्षा दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे महिला कल्याण संगठन (सेक्रो) ने वाकथान को हरी झंडी दिखाई । वाकथान में बड़ी संख्या में रेल कर्मचारी, रेलवे स्कूलों के बच्चों तथा दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे स्काउट एण्ड गाइड के वालिंटियरों ने भाग लिया ।
कार्यक्रम के आगे की कड़ी में नार्थ ईस्ट इंस्टीट्यूट ग्राउंड बिलासपुर में वृक्षारोपण तथा पर्यावरण संरक्षण जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया । बच्चों ने पर्यावरण संरक्षण से संबन्धित नाटक एवं अन्य कार्यक्रम की मनमोहक प्रस्तुति देकर पर्यावरण संरक्षण जागरूकता का संदेश दिया ।
उसीप्रकार दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के महाप्रबंधक श्री आलोक कुमार के मार्गदर्शन में कार्यक्रम में पर्यावरण हितैषी डिग्रेडिबल मटेरियल से बने बैनर, पोस्टर आदि के उपयोग किए गए । दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे द्वारा जल संरक्षण, वायु संरक्षण, ऊर्जा संरक्षण आदि के उपाय लगातार किए जा रहे है । वैसे ही, जल संरक्षण को साकार करने हेतु कुशल जल प्रबंधन के लिए रेलवे द्वारा लगातार कदम उठाए जा रहे है । जल संरक्षण के लिए वर्षा जल को संरक्षण करने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है ताकि वर्षा जल का सदुपयोग किया जा सके । इसके साथ ही साथ भूमिगत जलस्तर को बढ़ाने पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है ।
नये एवं पुराने कार्यालय भवनों की छतों से, सतह पर बहने वाले एवं बारिश की पानी को जल भंडारण की एक अनोखी तकनीक “जल संचयन प्रणाली (रेन वाटर हार्वेस्टिंग) प्रणाली” के द्वारा संग्रहित किया जा रहा है । दपूमरे के अंतर्गत अलग-अलग स्टेशनो में 159 रेन वाटर हार्वेस्टिंग प्रणाली लगाए गए है
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के बिलासपुर, दुर्ग, रायपुर एवं गोंदिया में 7 वाटर रिसाइकिलिंग प्लांट की स्थापना की गई है । वाटर रिसाइकिलिंग प्लांट द्वारा अपशिष्ट पानी को रिसायकिल कर इसका उपयोग कोच धुलाई तथा पौधों को पानी देने में किया जा रहा है ।
भूजल स्तर को बढाने के लिए दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में रेलवे परिक्षेत्र के अनेक जगहों पर तालाब के निर्माण एवं पहले से मौजूद तालाबों को समुचित रखरखाव करते हुए उनमें भी जल संग्रहण का कार्य किया जा रहा है । दपूमरे में अब तक 47 तालाबों के निर्माण/नवीनीकरण के कार्य सम्पन्न किए गए है । इसके साथ ही 20 प्रमुख स्टेशनों में वाटर ऑडिट के कार्य भी पूरा किया गया है ।
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे द्वारा पर्यावरण के संरक्षण के लिए एवं हरित ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए गैर-परंपरागत श्रोतों से ऊर्जा उपलव्ध कराने एवं ऊर्जा संरक्षण की दिशा में बेहतर योगदान के तहत सौर उर्जा को काफी महत्व दिया जा रहा है । इसके तहत अब तक 4.6 मेगावाट क्षमता की सोलर प्लांट की स्थापना की गयी है । भिलाई में 50 मेगावाट लैण्ड बेस्ड सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापना जा रही है ।
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के अंतर्गत एलएचबी आधारित 16 ट्रेनों में हेड ऑन जनरेशन (एचओजी) प्रणाली शुरू कर शांत एवं सुविधाजनक रेल परिवहन के लिए एक सराहनीय पहल की शुरुआत की गई है । ‘हेड ऑन जेनरेशन‘ (एचओजी) प्रौद्योगिकी को अपनाने के साथ ही ये ट्रेनें हरित यानी ‘ग्रीन’ ट्रेन हो गई है । वर्ष 2021-22 मे दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में 106.55 ट्रैक किलोमीटर रेल लाइन का विद्युतीकरण कार्य पूरा किया गया है ।
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में पर्यावरण के संरक्षण के उपायों में जल संरक्षण एवं ऊर्जा संरक्षण के साथ ही साथ वातवारण को स्वच्छ एवं शुद्ध रखने हेतु वायु संरक्षण पर कार्य लिया गया है । दपूमरे की बिलासपुर स्थित रेलवे कॉलोनी इसका प्रत्यक्ष उदहारण है ।
SECL में…वसुंधरा को संवारने का उपक्रम…
एसईसीएल मुख्यालय प्रशासनिक भवन प्रांगण में विश्व पर्यावरण दिवस सोल्लासपूर्ण मनाया गया । इस अवसर पर मुख्य अतिथि अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक डॉ. प्रेम सागर मिश्रा ने मुख्य सतर्कता अधिकारी बी. पी. शर्मा, निदेशक तकनीकी (योजना/परियोजना) एस.के. पाल, विभिन्न विभागाध्यक्षों, अधिकारियों-कर्मचारियों की उपस्थिति में पर्यावरण ध्वज फहराया ।
डॉ. प्रेम सागर मिश्रा ने कहा कि सतत धारणीय रूप से कोयले का खनन हमारे संचालन का अभिन्न अंग है। वसुन्धरा को एक बेहतर कल के लिए संवरित करने हेतु हम प्रतिबद्ध हैं। हमारा प्रत्येक खनिक दृढ़ मनोबल लेकर प्रकृति को संरक्षित एवं सवंर्धित करने के लिए कृत-संकल्पित हैं। यह हमारे उन जीवन मूल्यों के अनुसार ही है जैसा हमारे वेद शास्त्रों में उल्लेखित है – रक्षये प्रकृति पांतुलोकाः – हे धरा के वासियों! प्रकृति की रक्षा करो। इस अवसर पर प्रतिज्ञा का पठन अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक ने किया जिसे समस्त उपस्थितों ने दोहराया।
मुख्य सतर्कता अधिकारी बी.पी. शर्मा ने कहा कि विश्व स्तर पर पर्यावरण प्रदूषण बढ़ रहा है। विकास के साथ ही हमें पर्यावरण संरक्षण व संवर्धन की दिशा में भी कार्य करना चाहिए।
निदेशक तकनीकी (योजना/परियोजना) एस.के. पाल ने कहा देश की मांग अनुसार हम कोयला उत्पादन करते हैं, साथ ही हमारी जिम्मेदारी यह भी है कि हम प्रकृति का सन्तुलन बनाए रखने के लिए पौधों का रोपण व उनका संवर्धन करें। हमें अपनी प्रकृति की रक्षा करनी चाहिए। हमारी आने वाले पीढ़ी को स्वच्छ, सुरक्षित पर्यावरण देने की जिम्मेदारी हमारी है।
कार्यक्रम के प्रांरभ में महाप्रबंधक (पर्यावरण) ए.के. बापट ने कोलइण्डिया चेयरमेन पी.के. अग्रवाल के सदंश का पठन किया । इस अवसर पर ’’सतत विकास पर्यावरण के साथ’’ ब्रोशर का विमोचन भी किया गया।
कार्यक्रम की अगली कड़ी में मुख्य अतिथि अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक डॉ. प्रेम सागर मिश्रा सहित मुख्य सतर्कता अधिकारी बी. पी. शर्मा, निदेशक तकनीकी योजना/परियोजना) एस.के. पाल, श्रद्धा महिला मण्डल अध्यक्षा श्रीमती पूनम मिश्रा, उपाध्यक्षा श्रीमती संगीता शर्मा, श्रीमती रीता पाल महाप्रबंधक (पर्यावरण) ए.के. बापट, महाप्रबंधक (कार्मिक/प्रशासन) ए.के. सक्सेना, विभिन्न विभागाध्यक्षों, अधिकारियों-कर्मचारियों ने औषधीय व फलदार पौधों का रोपण नेहरू शताब्दी स्थित गांधी उद्यान में किया ।
कार्यक्रम में उद्घोषणा का दायित्व डॉ. सनीष चन्द्र जनसंपर्क अधिकारी ने निभाया जबकि प्रबंधक (पर्यावरण) श्री एस.आर. त्रिपाठी ने धन्यवाद ज्ञापित किया ।
NTPC में…पृथ्वी – सिर्फ एक…
एनटीपीसी सीपत में आज़ादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत पर्यावरण संरक्षण के प्रति जन-जागृति अभियान के तहत विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर घनश्याम प्रजापति, मुख्य महाप्रबंधक (सीपत) के नेतृत्व में नगर परिसर में प्रभात फेरी निकाली गई। प्रभात फेरी के उपरांत, क्षेत्रीय अधिकारी, छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मंडल, बिलासपुर देवव्रत मिश्रा की उपस्थिति में एनटीपीसी सीपत के क्षेत्रीय ज्ञानार्जन संस्थान की तरफ़ से एक नुक्कड़ नाटक पेश कर जल संरक्षण का संदेश दिया गया।
इस अवसर पर श्री प्रजापति ने इस वर्ष की थीम ” पृथ्वी – सिर्फ एक” पर अपना वक्तव्य देते हुए पर्यावरण संरक्षण के लिए शपथ दिलाई।
इस मौके पर कमलाकर सिंह, मुख्य महाप्रबंधक (सीपीजी-2), रमानाथ पुजारी, महाप्रबंधक ( प्रचालन एवं अनुरक्षण) एवं अन्य सभी महाप्रबंधकगण, विभागाध्यक्ष, संगवारी महिला समिति के पदाधिकारीगण, बालिका सशक्तिकरण अभियान की प्रतिभागी बालिकाएँ व वरिष्ठ अधिकारी एवं कर्मचारीगण उपस्थित थे।