अनोखी चोरी ; रकम गई 20 हजार, मिली 41 लाख 20 हजार, घर की मालकिन कह रही- मेरे तो सिर्फ 20 हजार, चोर कह रहे- उसी घर से चुराए थे, पुलिस इस उधेड़बुन में कि बाकी किसके…?
बिलासपुर में तीन दिन पहले एक घर में चोरी हुई . घर की मालकिन ने रिपोर्ट लिखाई कि चोर उसके एक लाख के गहने और 20 हजार नगद ले गए हैं . पुलिस एक्शन में आई . पहले एक चोर को पकड़ा फिर दूसरा फिर तीसरा . पुलिस ने 1 महिला सहित सात चोर पकड़ लिए . दो अभी भी फरार हैं . अब चोरी के माल की बरामदगी का सिलसिला चला . पुलिस अचंभित है कि चोरी तो एक लाख के गहने और 20 हजार रूपयों की हुई थी लेकिन चोरों की अंटी से निकले 41 लाख 20 हजार रूपये नगद और 3 लाख के जेवरात . पुलिस ने जिस इकलौती चोरनी को पकड़ा है वह चोरी की रिपोर्ट लिखाने वाली महिला की सगी बहन निकली . पुलिस ने प्रार्थिया को बताया कि उसके घर से 20 हजार नगद नहीं बल्कि 41 लाख 20 हजार रूपये नगद और एक लाख के गहनों की जगह 3 लाख के गहने चोरी हुए थे . अभी दो चोर फरार भी हैं . उनके पास से भी 20-25 लाख मिल सकते हैं . पुलिस को हैरानगी तो तब हुई जब प्रार्थिया ने साफ़ इनकार कर दिया कि मेरे तो 20 हजार ही चोरी हुए हैं, बाकी की रकम मुझे नहीं चाहिए . अब पुलिस इसी उधेड़बुन में है कि चोरों की माने या प्रार्थिया की . फिलहाल पुलिस ने उक्त राशि को दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 102 के तहत जब्त कर लिया है . पुलिस को संदेह है कि यह भारी-भरकम राशि किसी व्यापारी या ठेकेदार की हो सकती है . महिला स्वयं वन-विभाग की ठेकेदार है . रकम किसी अधिकारी की अनुपातहीन संपत्ति भी हो सकती है . पुलिस दोनों फरार आरोपियों की तलाश में है . मामले की सूक्ष्म जांच चल रही है .
पुलिस ने इस अनोखी चोरी का सिलसिलेवार विवरण देते हुए बताया है कि दिनॉक 21.05.23 को प्रार्थिया श्रीमती सरजोनी साहू पति तुलसी राम निवासी, अभिषेक नगर, बिलासपुर ने थाना आकर रिपोर्ट दर्ज कराई कि सुबह 11 बजे वह अपने पविार के साथ बबल्स वाटर पार्क गई हुई थी तभी पड़ोसी से सूचना मिली कि उसके मकान में चोरी हो गई है . दौड़ते-भागते वह घर पहुंची तो देखा कि अज्ञात चोरों ने कमरे का ताला तोड़कर आलमारी में रखी नगदी रकम एवं सोने-चांदी के जेवरात उड़ा दिए हैं . रिपोर्ट पर थाना सिविल लाईन में अपराध पंजीबद्ध किया गया . ए.सी.सी.यू. के साथ पुलिस टीम उन तीन नकाबपोशों की खोजबीन में जुट गई जो घटनास्थल के आस-पास और शहर के आउटर मार्गो के सीसीटीवी कैमरों में कैद हुए थे और एक नीले रंग के बिना नंबर वाली बुलेट मोटरसायकल में एक एयरबैग लटकाए उसलापुर, धुरीपारा, मंगला होते हुये रतनपुर के तरफ भागते हुये दिखाई दिए थे . अंततः पुलिस टीम ने ग्राम सेलर एनीकट रोड के पास उन्हें घेराबंदी कर पकड़ लिया . ये तीन व्यक्ति थे . एक- सुरज विश्वकर्मा पिता रामाधार विश्वकर्मा उम्र 22 साल निवासी ग्राम गिधौरी थाना रतनपुर जिला बिलासपुर का, दूसरा- विशु श्रीवास पिता राजकुमार श्रीवासी उम्र 20 साल निवासी गायत्री मंदिर के पास सरकण्डा का और तीसरा- किशोरी लाल बंजारे पिता जोहन लाल बंजोर उम्र 25 साल निवासी ग्राम गिधौरी थाना रतनपुर का था . मोटरसाइकल में पीछे बैठा विशु श्रीवास अपने कंधे में बाकायदा एयरबैग लटकाये हुए मिला . बैग की तलाशी लेने पर उसके अंदर से 25 लाख रूपये नगद और सोने-चांदी के आभूषण भी बरामद कर लिए गए .
तीनों आरोपियो को हिरासत में लेकर बारीकी से पूछताछ की गई . उन्होंने चोरी करना स्वीकार कर लिया . फिर उन्होंने चोरी के आगे-पीछे की कहानी सुनाई . बताया कि ग्राम नगपुरा के शातिर चोर शिवदीप तिवारी ने उनसे संपर्क किया और कहा कि अगर पुलिस तुम्हें पकड़ लेती है तो चुपचाप आरोप स्वीकार कर लेना . बदले में तुम्हें एक-एक लाख रूपये मिलेंगे और कोर्ट-कचहरी से छुड़वाने का खर्च भी वह स्वयं वहन करेगा . तीनों आरोपियों ने बताया कि पैसे के लालच में आकर वे तैयार हो गए . शिवदीप तिवारी ने उन्हें एक बैग में नगदी पैसा और सोने-चांदी के जेवरात के साथ एक मोटरसायकल भी दी और आसपास के क्षेत्र में घूमने-फिरने के लिये भेज दिया .
पुलिस ने तीनों आरोपियों की निशानदेही पर मास्टरमाईंड शिवदीप तिवारी को ग्राम नगपुरा से हिरासत में लिया . उसने बताया कि प्रार्थिया सरोजनी साहू की सगी बहन रुक्मणी साहू निवासी लखराम ने उससे कहा कि उसकी बहन सरोजनी वन विभाग में ठेकेदारी का काम करती है और अनाप-शनाप पैसा कमा रही है . उसके घर में बहुत माल है . सबसे पहले शिवदीप और रुक्मणी ने चोरी का प्लान बनाया . प्लान के मुताबिक रुक्मणी के घर में शिवदीप, शिव साहू, गोलू कश्यप, गजेन्द्र कश्यप सहित सभी लोग इकट्ठे हुए . रुक्मणी ने ही अपनी बहन सरोजनी के साथ बबल्स वाटर पार्क घूमने का प्लान बनाया और घटना दिनांक को वे वाटर पार्क चले गये .
इधर, शिवदीप तिवारी अपने साथी समेस कश्यप से बुलेट मोटरसायकल मांग लाया और तीनों आरोपियों के साथ 10 मिनट के अंतराल में अभिषेक नगर में सरोजनी के घर जा धमका . उन्होंने पानी पीने के बहाने घर का दरवाजा खुलवाया . उस वक्त घर में केवल दो बुजुर्ग महिलायें मौजूद थीं . चोरों ने उनका मुंह बाँधकर उन्हें उपर के कमरे मे बंद कर दिया और नीचे के कमरे की आलमारी का ताला तोड़कर उसमें रखी नगदी रकम एवं सोने-चांदी के आभूषण लेकर नौ-दो-ग्यारह हो गये .
मास्टरमाइंड शिवदीप ने बताया कि उसने 25 लाख रूपये एवं कुछ सोने-चांदी के आभूषण सूरज, विशु और किशोरी लाल बंजारे को सौंप दिए और 15 लाख रूपये स्वयं रखे और बाकी की रकम गोलू कश्यप को दे दी . उसने 80 हजार रूपये विशु श्रीवास को तथा प्लान तैयार करने में सहयोगी रहे गजेन्द्र कश्यप को 50 हजार रूपये भी दिए . पुलिस ने गजेन्द्र कश्यप एवं रूकमणी साहू को भी गिरफ्तार कर लिया .
प्रकरण की विवेचना के दौरान पुलिस ने अब तक एक महिला सहित कुल 7 आरोपियों की गिरफ्तारी की है और आरोपियों से 3 लाख कीमत के सोने-चांदी के आभूषण एवं नगदी रकम 4120000 रूपये बरामद कर लिए हैं . प्रकरण में और 2 आरोपी फरार है . उनके पास से भी नगद और ज्वेलरी बरामद होने की संभावना है .
पुलिस के अनुसार प्रार्थिया को तलब कर अतिरिक्त राशि के सम्बन्ध में पूछा गया है लेकिन उसका कोई स्पष्ट जवाब नहीं मिल सका है . पुलिस मानकर चल रही है कि चूँकि प्रार्थिया वन विभाग में ठेकेदारी का काम करती है इसलिए उक्त रकम किसी बड़े ठेकेदार या व्यापारी के होने की संभावना है . प्रकरण में पूछताछ एवं जांच जारी है . प्रकरण में कुछ और तथ्य भी सामने आ सकते हैं .