Tribute to jagjit sing कहाँ तुम चले गए…परन और अंकिता की ग़ज़ल गायकी ने महफ़िल लूट ली…
बिलासपुर की प्रतिष्ठित संस्था श्लोक ध्वनि फाउंडेशन ने मंगलवार को गजल सम्राट जगजीत सिंग की पुण्य तिथि पर ‘tribute to jagjit sing कहाँ तुम चले गए…’ ग़ज़ल संध्या का आयोजन किया । भिलाई के प्रसिद्ध ग़ज़ल गायक और संगीतकार परन राज भाटिया ने जगजीत सिंह की ग़ज़लों से महफ़िल लूट ली। जगजीत सिंह के जीवन, संगीत के सफर और उनके संस्मरणों को सुमित शर्मा ने अनूठे अंदाज़ में सबके सामने रखा।
गजल-संध्या में शहर के संगीतप्रेमी और जगजीत सिंह के प्रशंसक होटल एम्पीरियर पैराडाइज़, यश पैलेस में भारी संख्या में पहुंचे । सभी ने परन की ग़ज़लों को बहुत पसंद किया। कार्यक्रम में अतिथि के रूप में किरण पाल सिंह चावला (एलन बिलासपुर के संचालक व शिक्षाविद) डॉ देवेंद्र सिंह(प्रसिद्ध गैस्ट्रोलॉजिस्ट) रामकुमार तिवारी (अध्यक्ष श्रीकांत वर्मा पीठ) संजय दुबे(चेयरमेन सी एम डी कॉलेज) अर्चना मिश्रा (उपायुक्त राजस्व) असित पाल सिंह (होटल एम्पीरियर पैराडाइज़) मनिंदर सिंह सलूजा (भारत टेंट हाउस) अंत तक मौजूद रहे। सभी अतिथियों ने परन राज भाटिया की प्रस्तुतियों को बेहद सराहा । बिलासपुर शहर की अंकिता पाठक ने भी अपनी मधुर आवाज़ से सभी को झूमने पर मजबूर कर दिया।
गजल गायक परन ने जगजीत सिंह की प्रसिद्ध ग़ज़लें…मैं नशे में हूँ ,आहिस्ता-आहिस्ता, कागज़ की कश्ती,चिट्टी न कोई संदेश और पंजाबी टप्पे सुनाकर श्रोताओं का दिल जीत लिया। उन्होंने श्रोताओं-दर्शकों की मांग पर देर रात तक गज़लें सुनाई।
इस मौके पर तबले पर पूनम सरपे, वायलिन पर कीर्ति व्यास, सिंथेसाइज़र पर विकास विराट, गिटार पर विकास सिंह राजपूत और पैड पर प्रिंस जैसे संगतकारों को भी खूब वाहवाही मिली।
कार्यक्रम का संचालन श्री कुमार ने किया।
श्लोक ध्वनि फाउंडेशन लगातार छत्तीसगढ़ के फनकारों को मंच प्रदान कर रहा है। इस कार्यक्रम में सुप्रिया भारतियन, विवेक जोगलेकर, महेंद्र साहू, रितेश नायडू, अंकुर शुक्ल, पूजा मिश्रा, ज्योति दुबे, बृजेश गौरहा, विनोद पटेल, पूर्णिमा तिवारी सहित बड़ी संख्या में संगीतप्रेमी, ग़ज़लप्रेमी व रसिक श्रोतागण मौजूद रहे।