ये संजय सिंघानी हैं…बिलासपुर के गांधी, शराबबंदी इनका संकल्प, पदयात्रा कर जा रहे हैं दिल्ली, सत्याग्रह करेंगे, राहुल गांधी से मिलेंगे…

बिलासपुर के गांधी, संजय आयल सिंघानी छत्तीसगढ़ में शराबबंदी की मांग को लेकर एक नए अभियान में निकले हुए हैं . संजय ने स्वतंत्रता दिवस, 15 अगस्त से अकेले बिलासपुर से नई दिल्ली तक की पदयात्रा आरम्भ की है . वे अगले 10-12 दिनों बाद दिल्ली के 10, जनपथ के सामने धरने पर बैठेंगे और वहां कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से मिलकर छत्तीसगढ़ प्रदेश में पूर्ण शराबबंदी लागू करने की मांग रखेंगे .

गांधी फाउन्डेशन, वर्धा से जुड़े हुए संजय, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की वेशभूषा धारण कर पैदल यात्रा कर रहे हैं . गांधी जी की तरह आँखों में ऐनक, हाथ में लाठी और बदन में एकमात्र धोती लपेटे हुए वे छत्तीसगढ़ का सीमान्त जिला पेन्ड्रा लांघते हुए मध्यप्रदेश के शहडोल तक पहुँच गए हैं . बुधवार की सुबह ही उन्होंने शहडोल से मानपुर की तरफ रवानगी दर्ज की हैं . देर शाम तक मानपुर और गुरूवार को मैहर में माँ शारदा के दर्शन के बाद वे आगे की यात्रा आरम्भ करेंगे .

बिलासपुर के यदुनंदन नगर निवासी संजय आयल सिंघानी 38 वर्ष के हैं . संजय अविवाहित हैं और अपनी माँ विमला देवी और बड़े भाई मनोज के साथ रहते हैं . उनके पिता का देहांत हो चुका हैं . बचपन से ही वे महात्मा गाँधी के आदर्शों और उनकी विचारधारा से प्रभावित रहे हैं . वे कांग्रेस के कार्यकर्ता भी हैं . वे गाँधी जी की वेशभूषा धारण कर कांग्रेस का प्रचार-प्रसार भी करते रहे हैं .

संजय अपने शहर में बिलासपुर के गांधी के नाम से जाने जाते हैं . संजय अपनी धुन के पक्के हैं . पिछले विधानसभा चुनाव से पूर्व उन्होंने प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने तक नंगे पैर रहने का संकल्प लिया था . चुनाव से 7 माह पहले उन्होंने चप्पल, जूते त्याग दिए थे . छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल उनके इस संकल्प से वाकिफ़ थे . मुख्यमंत्री बघेल ने उन्हें अपने शपथ ग्रहण समारोह में आमंत्रित किया था और एक जोड़ी चप्पल भी उन्हें भेंट की थी .
संजय स्वयं बताते हैं कि उसी दौरान मैंने मुख्यमंत्री बघेल से कांग्रेस के घोषणा-पत्र के अनुरूप प्रदेश में पूर्ण शराबबंदी लागू करने का आग्रह किया था . मुख्यमंत्री ने इस संबंध में हामी भी भरी थी लेकिन उन्होंने अपना वादा पूरा नहीं किया . मैंने विरोध प्रकट करते हुए पिछले दो वर्षों में दो बार उन्हें भेंट स्वरुप दी गई चप्पलें लौटाई भी लेकिन इसके बावजूद प्रदेश में पूर्ण शराबबंदी लागू नहीं की गई .
संजय आगे बताते हैं, गांधी जी का सपना था कि पूरा भारत नशामुक्त हो . मैंने भी संकल्प लिया है कि महात्मा गांधी का नशामुक्त भारत का सपना पूरा करूँगा . संजय ने महात्मा गांधी के सत्याग्रह आन्दोलन की तर्ज पर बिलासपुर के नेहरू चौक स्थित धरनास्थल में पीपल पेड़ के नीचे 163 दिन तक सत्याग्रह भी किया जो 15 अगस्त 2022 तक चला . वहीँ उन्होंने बिलासपुर से नई दिल्ली तक पदयात्रा अभियान शुरू करने का संकल्प लिया और स्वतंत्रता दिवस के दिन से ही वे पैदल यात्रा पर निकल पड़े .
संजय ने बताया कि वे नई दिल्ली में कांग्रेस के बड़े नेता राहुल गाँधी से मिलेंगे और उनसे छत्तीसगढ़ प्रदेश में पूर्ण शराबबंदी लागू करने के लिए अनुरोध करेंगे . उन्होंने स्पष्ट किया कि वे वहां राहुल गांधी से स्वयं नहीं मिलेंगे , उनकी योजना है कि वे दिल्ली पहुंचकर 10, जनपथ में धरने पर बैठकर सत्याग्रह करेंगे और राहुल गाँधी ही उनसे मिलने आयेंगे .
अपनी पदयात्रा के संबंध में उन्होंने बताया कि वे नितांत अकेले ही इस अभियान के लिए चले हैं . बिलासपुर से शहडोल तक वे प्रतिदिन 60-65 किलोमीटर का सफ़र तय कर लेते हैं . रास्ते में उन्हें कोई परेशानी नहीं होती हैं . बिलासपुर और पेन्ड्रा के अनेक समाजसेवी संगठन उन्हें सहयोग कर रहे हैं . मध्यप्रदेश में भी शासन-प्रशासन उन्हें भरपूर सहयोग प्रदान कर रहा हैं . मेरे आग्रह किये बगैर मुझे पूर्ण सुरक्षा प्रदान की जा रही हैं . पदयात्रा के दौरान रास्ते में पड़ने वाले मंदिर और धर्मशाला आदि में वे रात्रि विश्राम करते हैं और अगली सुबह फिर नई उर्जा और उत्साह के साथ वे आगे बढ़ जाते हैं .