सीयू में दशम दीक्षांत समारोह…
केन्द्रीय विश्वविद्यालय के अकादमिक उत्सव में राष्ट्रपति का आगमन हर्ष एवं गर्व का विषय- प्रोफे. चक्रवाल

गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय का दशम दीक्षांत समारोह शुक्रवार 1 सितम्बर को पूर्वाह्न 11 बजे रजत जयंती सभागार में आयोजित किया जाएगा . समारोह की मुख्य अतिथि भारत गणराज्य की राष्ट्रपति एवं गुरु घासीदास विश्वविद्यालय की कुलाध्यक्ष (विजिटर) श्रीमती द्रौपदी मुर्मु होंगी . प्रोफेसर आलोक कुमार चक्रवाल, कुलपति, गुरु घासीदास केन्द्रीय विश्वविद्यालय, समारोह की अध्यक्षता और विवि. का वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत करेंगे .
प्रोफे. चक्रवाल ने गुरूवार को मीडिया के साथ बातचीत में बताया कि विश्वविद्यालय के दसवें दीक्षांत समारोह में अति-विशिष्ट अतिथि के रूप में छत्तीसगढ़ के राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन तथा विशिष्ट अतिथि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल होंगे . इस अवसर पर केंद्रीय जनजातीय राज्य मंत्री रेणुका सिंह एवं डॉ. अतुल कोठारी, राष्ट्रीय सचिव शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास, नई दिल्ली भी कार्यक्रम की शोभा बढ़ाएंगे .
उन्होंने बताया कि कार्यक्रम की भव्यता एवं गरिमा को दृष्टिगत रखते हुए संपूर्ण विश्वविद्यालय प्रांगण तथा विशेष रूप से समारोह स्थल रजत जयंती सभागार में अतिथियों एवं अन्य आगंतुकों के लिए विशेष प्रबंध किये गये हैं .
कोनी मुख्य मार्ग से विश्वविद्यालय परिसर तक 7 स्वागत द्वार बनाये गये हैं . देश के विभिन्न स्थानों से दीक्षांत समारोह में शामिल के लिए 104 विद्यार्थियों के साथ उनके अभिभावक भी आ रहे हैं जिनकी कुल संख्या भी 104 है . इस प्रकार विद्यार्थी एवं अभिभावकों की कुल संख्या 208 होगी . आयोजन स्थल पर अतिथिगणों के साथ कार्यपरिषद एवं विद्यापरिषद सदस्यों व विद्यार्थियों के साथ समूह छायांकन की व्यवस्था की गई है .
स्वर्ण मंडित पदक/ पीएचडी उपाधि…
कुलपति चक्रवाल ने बताया कि शैक्षणिक सत्र 2021-22 में एक बार फिर पदकों की दौड़ में तुलनात्मक रूप से छात्राएं, छात्रों से आगे हैं . 31 छात्रों के मुकाबले 45 मेधावी छात्राओं को स्वर्ण मंडित पदक दिए जायेंगे . उन्होंने बताया कि इस अवसर पर कुल 76 पदकों के अलावा 28 शोधार्थियों को पीएचडी उपाधियां (01 जनवरी से 31 दिसम्बर 2022) भी प्रदान की जायेंगी .
उक्त समारोह में सत्र 2021-22 की विभिन्न परीक्षाओं (स्नातक, स्नातकोत्तर, पत्रोपाधि आदि) में उत्तीर्ण 2897 छात्र-छात्राओं को उपाधि दिये जाने की घोषणा भी की जाएगी . वहीं प्रावीण्य सूची में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले 72 विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय स्वर्ण मंडित पदक, 10 दानदाता पदक, 01 गुरु घासीदास पदक व 01 कुलाधिपति पदक सहित 84 पदक प्रदान किये जाएंगे .
आयुष ताम्रकार को मिलेगा कुलाधिपति पदक…
सत्र 2021-2022 में आयुष ताम्रकार (बीए एलएलबी) को कुलाधिपति पदक से सम्मानित किया जाएगा .
पंकज आर्या को मिलेगा गुरु घासीदास पदक…
सत्र 2021-2022 में पंकज आर्या को गुरु घासीदास पदक से सम्मानित किया जाएगा .
विद्यापीठवार विश्वविद्यालय स्वर्ण मंडित पदकों का विवरण…
कुलपति के अनुसार विश्वविद्यालय के कुल 11 विद्यापीठ में 72 विश्वविद्यालय पदक और 10 दानदाता पदक दिए जायेंगे जिनमें कला विद्यापीठ के क्रमशः 8 और 2, सामाजिक विज्ञान विद्यापीठ के 10 और 2, भौतिकीय विज्ञान विद्यापीठ के 6, जीव विज्ञान विद्यापीठ के 8, गणितीय एवं संगणक विज्ञान विद्यापीठ के 6 और 3, प्रबंधन एवं वाणिज्य विद्यापीठ के 3 और 1, प्राकृतिक संसाधन विद्यापीठ के 8 और 2, अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी विद्यापीठ के 9, विधि विद्यापीठ के 2, अंतरविषयक शिक्षा एवं शोध विद्यापीठ के 6 और शिक्षा विद्यापीठ के 6 पदक शामिल हैं .

दीक्षांत समारोह का पूर्वाभ्यास…
कुलपति चक्रवाल ने आगे बताया कि दशम दीक्षांत समारोह का पूर्वाभ्यास विश्वविद्यालय के रजत जयंती सभागार में गुरुवार 31 अगस्त को सुबह 11 बजे आयोजित किया गया . समारोह में स्वर्ण पदक एवं पीएचडी उपाधि प्राप्त करने वाले छात्र एवं शोधार्थी शामिल थे .
दीक्षांत समारोह में प्रदान की जाने वाली शोध उपाधि की संख्या…
सत्र 2021-22 के लिए जिन 28 शोधार्थियों को उपाधियाँ वितरित की जायेंगी उनमें से कला विद्यापीठ से 7, सामाजिक विज्ञान विद्यापीठ से 2, भौतिकीय विज्ञान विद्यापीठ से 4, जीव विज्ञान विद्यापीठ से 3, प्रबंध एवं वाणिज्य विद्यापीठ से 1, प्राकृतिक संसाधन विद्यापीठ से 7, शिक्षा विद्यापीठ से 3 तथा अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी विद्यापीठ से 1 शोधार्थी शामिल है .
दानदाता पदक प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं के नाम…
विश्वविद्यालय में वर्ष 2021-22 के लिए दानदाताओं की तरफ से 10 विद्यार्थियों को भी दानदाता पदक वितरित किये जाने हैं . स्वर्गीय श्रीमती लक्ष्मीदेवी फकीरचंद अग्रवाल स्मृति पदक- एमएससी वानिकी एवं पर्यावरण विज्ञान की कर्णिका वर्मा को, स्वर्गीय विनोद कुमार श्रीवास्तव स्मृति पदक- एमएससी वानिकी एवं पर्यावरण विज्ञान (वन प्रबंधन) की पूर्वी जैन को, स्वर्गीय किशोरी देवी स्वर्गीय मुरलीधर पटेरिया स्मृति पदक- एमएससी गणित की ममता कौशिक को, स्वर्गीय श्रीमती सुमित्रा देवी स्वर्गीय दमरुलाल पटेरिया स्मृति पदक- एमबीए की कीर्ति सिंह को, स्वर्गीय श्रीमती सुलोचना देवी लखनलाल त्रिवेदी स्मृति पदक- एमए अर्थशास्त्र के धनंजय कैवर्त्य को, स्वर्गीय श्रीमती सुलोचना देवी लखनलाल त्रिवेदी स्मृति पदक- एमए अर्थशास्त्र की यामिनी सिंह को, स्वर्गीय श्रीमती शारदा प्रोफेसर मनोरंजन प्रसाद सिन्हा स्मृति पदक- एमसीए, एससी / एसटी वर्ग के मनीष कुमार चंदन को, श्रीमती शारदा प्रोफेसर मनोरंजन प्रसाद सिन्हा स्मृति पदक- एमसीए, एससी/एसटी वर्ग के पंकज आदिले को, स्वर्गीय रामगोपाल श्रीवास्तव स्मृति पदक- अपर्णा निर्मलकर, एमए पत्रकारिता एवं जनसंचार को तथा स्वर्गीय प्रोफेसर (डॉ.) एन.पी. श्रीवास्तव स्मृति पदक- एमए अंग्रेजी के अंकिता प्रसाद को दिया जाना है .
समारोह में भारतीय संस्कृति के अनुरूप वेशभूषा…
दशम दीक्षांत समारोह में भारतीय संस्कृति के अनुरूप वेशभूषा का चयन किया गया है . दीक्षांत समारोह में छतीसगढ़ की स्थानीयता को प्रदर्शित करने के लिए कोसा को विशेष रूप से शामिल किया गया है . दीक्षांत शोभायात्रा के सम्मानीय सदस्यों, स्वर्ण मंडित पदक एवं पीएचडी उपाधि प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं के लिए पृथक-पृथक वेशभूषा निर्धारित है . दीक्षांत समारोह शोभायात्रा में शामिल होने वाले अतिथि एवं सदस्यों में पुरुष- सफेद कुर्ता पजामा, कोसा जैकेट, पीली पगड़ी एवं पीला पटका तथा महिलाएं- कोसा साड़ी (रेड बॉर्डर), कोसा जैकेट, पीली पगड़ी एवं पीला पटका पहनेगी . स्वर्ण मंडित पदक प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों में पुरुष- सफेद कुर्ता पजामा, ऑरेंज पगड़ी एवं पीला पटका तथा महिलाएं- कोसा साड़ी (रेड बॉर्डर), ऑरेंज पगड़ी एवं पीला पटका धारण करेंगी . उसी प्रकार पीएचडी उपाधि प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों में पुरुष- सफेद कुर्ता-पजामा, लाल पगड़ी एवं पीला पटका तथा महिलाएं- कोसा साड़ी (रेड बॉर्डर), लाल पगड़ी एवं पीला पटका धारण करेंगे .
कुलपति प्रोफे. आलोक चक्रवाल ने बताया कि गुरु घासीदास विश्वविद्यालय की स्थापना काल से अब तक 3 राष्ट्रपति यहाँ पधार चुके हैं . राज्य विश्वविद्यालय के दौरान दो राष्ट्रपति क्रमश: ज्ञानी जैल सिंह तथा डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम व केन्द्रीय विश्वविद्यालय के रूप में उन्नयन के उपरांत पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का आगमन भी यहाँ हो चुका है . गुरु घासीदास केन्द्रीय विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में 1 सितम्बर को चौथे राष्ट्रपति के रूप में भारत की राष्ट्रपति एवं गुरु घासीदास विश्वविद्यालय की कुलाध्यक्ष (विजिटर) श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का आगमन होगा . उन्होंने कहा कि दीक्षांत समारोह विश्वविद्यालय का अकादमिक उत्सव है जिसमें राष्ट्रपति का आगमन समूचे विश्वविद्यलाय के लिए हर्ष एवं गर्व का विषय है .
