निलंबित IPS जीपी सिंह रायपुर की अदालत में पेश…14 जनवरी तक पुलिस रिमांड का आदेश…
रायपुर . निलंबित आईपीएस जी पी सिंह को बुधवार की शाम स्पेशल जज की कोर्ट में पेश किया गया. इसके पहले एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) के दफ्तर में डेढ़ घंटे तक सिंह से पूछताछ की गई। एसीबी ने उन्हें कोर्ट में पेश कर 7 दिनों की रिमांड मांगी है। जज के कमरे में जाने से पहले जीपी सिंह ने कहा कि मुझे फंसाया गया है, दे आर फैब्रीकेटेड केसेस। एफआईआर में जिस प्रॉपार्टी का जिक्र है वह हमारी प्रापॅर्टी है ही नहीं, न हमारा उससे कोई लेना देना है। रायपुर की अदालत ने उन्हें 14 जनवरी तक पुलिस रिमांड पर भेजने का आदेश दे दिया .
रायपुर पुलिस ने निलंबित IPS जीपी सिंह को मंगलवार शाम को सुनोयोजित तरीके से गुरुग्राम से गिरफ्तार किया था. खबरों के अनुसार जी पी सिंह दिल्ली में सुप्रीम कोर्ट के वकीलों से अपने ऊपर लगे राजद्रोह, आय से अधिक संपत्ति मामले में सलाह करने गए हुए थे। गिरफ़्तारी के बाद ACB/EOW की टीम सिंह को सड़क मार्ग से लेकर रायपुर पहुँची थी। जीपी सिंह को EOW के कार्यालय में डेढ़ घंटे पूछताछ के लिए रखा गया था. मेडिकल जाँच के बाद उन्हें कोर्ट में पेश किया गया.
जी पी सिंह से जुड़े मामले…
1 जुलाई की सुबह एसीबी और इओडब्लू की सयुंक्त दल ने रायपुर, राजनांदगांव और ओडिशा में जीपी सिंह के ठिकानों पर एक साथ छापामार कार्रवाई की . दूसरे दिन शुक्रवार को दिन भर की जांच के बाद 5 करोड़ की चल-अचल संपत्ति का खुलासा हुआ. बाद में 10 करोड़ की संपत्ति मिलने और इसके और बढ़ने की आधिकारिक जानकारी दी गई. संपत्ति के साथ-साथ एक डायरी के कुछ पन्नों में यह तथ्य भी मिला था कि वे सरकार के खिलाफ कोई षड्यंत्र रच रहे थे. इसके अलावा रायपुर में एक युवक से मारपीट, भिलाई में सरेंडर करने वाले नक्सल कमांडर से रुपयों का लेन-देन, रायपुर में एक केस में आरोपी की मदद का इल्जाम भी जीपी सिंह पर लगाया गया था . इन सभी मामलों के बीच 5 जुलाई को राज्य सरकार ने आईपीएस जीपी सिंह को निलंबित कर दिया था .