बिलासपुर के सिंगर जी. उमा महेश ने बताया…
मुंबई में “मेरी आवाज सुनो” शो के दौरान एक संक्षिप्त मुलाकात हुई थी लता जी से, उन्होंने आशीर्वाद दिया था…
बिलासपुर . रविवार को देश की मशहूर गायिका और स्वर कोकिला लता मंगेशकर ने दुनिया को अलविदा कह दिया . उनके निधन का समाचार सुनते ही पूरा देश शोकाकुल हो गया . “मीडियांतर” लता दीदी के बिलासपुर कनेक्शन की बड़ी शिद्दत से पड़ताल कर रहा था . बिलासपुर ही नहीं, पूरे छत्तीसगढ़ में मोहम्मद रफ़ी की आवाज का पर्याय बन चुके सिंगर जी. उमा महेश ने लता जी के साथ हुई एक संक्षिप्त मुलाकात को याद करते हुए बताया- मैं उन खुशनसीब लोगों में से हूँ जिन्होंने साक्षात् सरस्वती, लता जी से मुलाकात की . उमा याद करते हैं- कई साल बीत गए लेकिन लगता है जैसे कल की ही बात हो . वर्ष 1995-96 में मैं मुम्बई में था . दरअसल मैं भी प्लेबैक सिंगर बनना चाहता था और सिंगिंग के क्षेत्र में अपनी किस्मत आजामाने मुम्बई पहुंचा था . मुम्बई में स्ट्रगल के दौरान मुझे पता चला कि लता जी और यश चोपड़ा की कंपनी मेटाविजन लिमिटेड नए उभरते गायकों को मंच प्रदान देने के लिए एक शो बना रहे हैं . शो का नाम था –मेरी आवाज सुनो . यह एक सिंगिंग रियलिटी शो था जो स्टार प्लस में टेलीकास्ट होना था, और हुआ भी .
उमा कहते हैं- मैं बहुत रोमांचित हो गया . मैंने ऑडिशन दिया . मेरा सलेक्शन हो गया . मैं सेमी फायनल तक पहुंचा . इसी दौरान एक दिन सहारा स्टूडियो में मेरी लता जी से मुलाकात हो गई . मुलाकात अत्यंत संक्षिप्त थी . मैंने उनके चरण स्पर्श किये . उन्होंने अत्यंत प्रेम-भाव से मुझे आशीर्वाद दिया . मैंने लता जी से कहा- आपसे मिलने का सपना तो पूरा हो गया, अब आपके साथ एक युगल गीत गाने की ख़्वाहिश है .
जी. उमा महेश पुरानी यादों में खो जाते हैं और कहते हैं- “मेरी आवाज़ सुनो” के मंच में जो दूसरा सपना मैंने बुना था वह तो पूरा नहीं हो सका लेकिन लता जी से रूबरू होने के वह सुनहरे पल आज भी उनके ज़ेहन में बसे हुए हैं .
उमा भावुक हो जाते हैं, कहते है- लता जी की एक झलक पा लेना ही मेरे जीवन का सर्वश्रेष्ठ उपहार है .