अटल विश्वविद्यालय में ‘गांधी और हम’ विषय पर संगोष्ठी…
अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय बिलासपुर में महात्मा गांधी के 155 वीं तथा पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि व वक्ता प्रोफेसर कलाधर आर्य , निर्देशक मानव संसाधन विकास केन्द्र सौराष्ट्र विश्व विद्यालय राजकोट थे। विशिष्ट अतिथि डॉ शेफाली नागपाल मानव संसाधन विकास केन्द्र शहीद भगत सिंह विश्वविद्यालय सोनीपत थी। कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलपति आचार्य अरूण दिवाकर नाथ बाजपेयी अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय बिलासपुर ने किया। यह कार्यक्रम विश्व विद्यालय के सभागार में आनलाइन और आफलाइन, दोनों ही तरीके से सम्पन्न हुआ। अतिथि और विशिष्ट अतिथि ने आनलाईन मोड में अपना उद्बोधन दिया। संगोष्ठी का शीर्षक – गांधी और हम था।
मुख्य अतिथि प्रोफेसर कलाधर आर्य ने अपने उद्बोधन में कहा कि महात्मा गांधी सत्य के परम उपासक थे। गांधी समस्त जीव प्राणी में ईश्वर की अनुभूति करते थे इसलिए वे सम्पूर्ण विश्व के है। विशिष्ट अतिथि डॉ शेफाली नागपाल ने अपने उद्बोधन में कहा कि गांधी जी साधन को बीज और साध्य को वृक्ष मानते थे जैसा बीज बोया जायेगा वैसा ही समाज रूपी वृक्ष बनेगा। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे कुलपति आचार्य अरूण दिवाकर नाथ बाजपेयी ने अपने उद्बोधन में कहा कि गांधी के विचारों के आधार पर ही हम भारत मे जातिभेद, साम्प्रदायिकता, क्षेत्रवाद जैसी समस्याओं को दूर करके भारत को विश्व गुरु बना सकते हैं। कार्यक्रम का संचालन और आभार प्रदर्शन अधिष्ठाता छात्र कल्याण डा एच एस होता ने किया।
इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से कुलसचिव डॉ सुधीर शर्मा, परीक्षा नियंत्रक डॉ पी के पांडेय, राष्ट्रीय सेवा योजना के समन्वयक डॉ मनोज सिन्हा, उपकुलसचिव श्रीमती नेहा यादव, शैलेन्द्र दुबे,डॉ गौरव साहू, डॉ यशवंत पटेल, डॉ पूजा पांडेय, डॉ सीमा बेरोलकर, डॉ लतिका भाटिया, डॉ रश्मि गुप्ता, डॉ सुमोना भट्टाचार्य, डॉ कलाधर, डॉ तरूण दिवान, डॉ प्रताप पांडेय, श्रीयक परिहार, मनीष सक्सेना, अविनाश ठाकुर, उपेन्द्र चन्द्राकार सहित विश्व विद्यालय के प्राध्यापक, अधिकारी और कर्मचारी गण बड़ी संख्या में भौतिक रूप से तथा आनलाईन मोड में अनेक प्रदेशों से प्राध्यापक-गण उपस्थित थे।इस कार्यक्रम का संयोजक डॉ हैरी जार्ज थे।