SECR की GM इटियेरा बोलीं- बिलासपुर का ऐतिहासिक स्टेशन भवन नहीं टूटेगा, म्यूजियम बनाकर संरक्षित करेंगे…

SECR की GM इटियेरा बोलीं- बिलासपुर का ऐतिहासिक स्टेशन भवन नहीं टूटेगा, म्यूजियम बनाकर संरक्षित करेंगे…

बिलासपुर प्रेस क्लब के नेतृत्व में सर्वदलीय मंच की GM से मुलाकात…

फाइनल ड्राइंग-डिजाइन के बाद रेलवे स्टेशन का मॉडल होगा डिस्प्ले…

दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे, बिलासपुर के जोनल मुख्यालय की जीएम नीनू इटियेरा का कहना है कि जोनल रेलवे स्टेशन के ऐतिहासिक भवन को तोड़ा नहीं जाएगा बल्कि उसे म्यूजियम बनाकर संरक्षित करेंगे, ताकि भावी पीढ़ी को इसके इतिहास के बारे में जानकारी हो . उन्होंने यह भी कहा कि अमृत भारत योजना के तहत बिलासपुर स्टेशन का भी कायाकल्प किया जाएगा . इसका फाइनल ड्राइंग-डिजाइन बनाने का काम अंतिम चरण में है . जैसे ही ड्राइंग-डिजाइन तैयार हो जाएगा, इसे डिस्प्ले कर दिया जायेगा, ताकि पब्लिक को किसी तरह का संदेह न रहे .


बिलासपुर प्रेस क्लब के अध्यक्ष इरशाद अली के नेतृत्व में सर्वदलीय मंच के सदस्यों ने शुक्रवार शाम दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे की जीएम नीनू इटियेरा से सौजन्य मुलाकात की . करीब आधे घंटे तक प्रतिनिधिमंडल के साथ जीएम इटियेरा ने सौहार्दपूर्ण चर्चा की . इस दौरान प्रेस क्लब के अध्यक्ष इरशाद अली ने जीएम को बिलासपुर रेलवे जोन की स्थापना के संबंध में विस्तार से बताया . उन्होंने कहा कि बिलासपुर को रेलवे जोन बड़े आंदोलन के बाद मिला है . 135 साल से भी पुराने रेलवे स्टेशन भवन से यहां की जनता की भावनाएँ जुड़ी हुई हैं .
उन्होंने कहा कि विकास सतत प्रक्रिया है, लेकिन ऐसा सुनने में आ रहा है कि पुराने स्टेशन भवन को तोड़कर एयरपोर्ट की तर्ज पर नया बनाया जाएगा . इस खबर से यहां की जनता में विरोध की लहर फैल गई है .

सामाजिक, राजनैतिक और शहर का बुद्धिजीवी वर्ग स्टेशन भवन के टूटने की खबर से विचलित हैं और इसका पुरजोर विरोध कर रहे हैं . सभी लोग स्टेशन व दूसरी रेल सुविधाओं में तेज गति से विकास के पक्षधर हैं लेकिन इसकी आड़ में धरोहरों को जमींदोज न किया जाए .
इस मुलाकात में के दौरान सर्वदलीय मंच में कांग्रेस के नेता राकेश शर्मा ने कहा कि इतिहास गवाह है, बिना आंदोलन के बिलासपुर को अब तक कुछ नहीं मिला है . उन्होंने पूछा कि क्या एक बार फिर वही स्थितियां उत्पन्न की जा रही है ? सर्वदलीय मंच के अन्य नेताओं ने भी जीएम के समक्ष अपनी-अपनी बात रखी . प्रतिनिधिमंडल की बातों को इत्मीनान से सुनने के बाद जीएम इटियेरा ने कहा कि उन्हें जन भावनाओं का ख्याल है . रेल प्रशासन ऐसा कोई काम नहीं करेगा, जिससे जनभावना को ठेस पहुंचे . उन्होंने साफ किया कि पुराने स्टेशन भवन को संरक्षित ही रखा जाएगा . इसके निर्देश दिए जा चुके हैं . उन्होंने बताया कि अमृत भारत योजना के तहत बिलासपुर में भी भव्य स्टेशन का निर्माण किया जाएगा . यहां एयरपोर्ट की तर्ज पर सारी सुविधाएं होंगी . नया स्टेशन भवन पुरानी बिल्डिंग के बाजू में बनाया जाएगा .


प्रतिनिधिमंडल में शामिल शिवा मिश्रा और अनिल तिवारी की मांग पर जीएम ने कहा कि पुराने स्टेशन भवन को संरक्षित करके उसे म्यूजियम का रूप दिया जाएगा . प्रतिनिधिमंडल में प्रेस क्लब उपाध्यक्ष संजीव पांडेय, सचिव दिलीप यादव,कोषाध्यक्ष प्रतीक वासनिक, सहसचिव दिलीप जगवानी, कार्यकारिणी सदस्य गोपीनाथ डे, सर्वदलीय मंच से द्वारिका प्रसाद अग्रवाल,रवि बनर्जी, अभयनरायण राय, विद्या गोवर्धन, अमित तिवारी, हबीब मेमन, कमलेश शर्मा, रवि शुक्ला, जितेंद्र थवाईत, अखिल वर्मा, चंद्रप्रकाश बाजपेई, देवेंद्र सिंह बाटू, विभास दास, सुभाशीस बनर्जी, शैलेंद्र गोवर्धन, प्रथमेश सविता, मनीष अग्रवाल, संदीप बाजपेई, अनिल शुक्ला आदि शामिल थे .

उसलापुर स्टेशन का भी होगा कायाकल्प…

प्रतिनिधिमंडल ने जीएम को बताया कि अब अधिकांश ट्रेनें उसलापुर से चलती हैं, लेकिन वहां सुविधाओं का अभाव है . बरसात के सीजन में ट्रेन पकड़ने के लिए बारिश में भीगना पड़ता है . गर्मी के सीजन में धूप सहन करनी पड़ती है . वहां आवश्यकतानुसार शेड की व्यवस्था हो जाए तो यह समस्या नहीं आएगी . जीएम इटियेरा ने अपने सेक्रेटरी को इन समस्याओं को नोट कराया और कहा कि उसलापुर स्टेशन में भी जोनल स्टेशन की तर्ज पर सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी . उन्होंने इसका प्रस्ताव जल्द ही बनवाने के निर्देश सेक्रेटरी को दिए .

खेल मैदानों की बदलेगी तस्वीर…

प्रतिनिधिमंडल ने रेलवे क्षेत्र में स्थित खेल मैदानों की दुर्दशा का भी मुद्दा उठाया . इस पर जीएम ने कहा कि सभी खेल मैदानों को उत्कृष्ट बनाया जाएगा . इसके लिए अलग से प्रस्ताव बनाए जाएंगे .

रेलमंत्री के नाम जीएम को ज्ञापन…

प्रतिनिधिमंडल ने रेलमंत्री अश्वनी वैष्णव के नाम जीएम नीनू इटियेरा को दो ज्ञापन भी सौंपे . पहला, स्टेशन भवन को संरक्षित करने और दूसरा ट्रेनों को कैंसिल नहीं करने, लेटलतीफ ट्रेनों की व्यवस्था ठीक करने, ट्रेनों में स्लीपर और जनरल बोगी बढ़ाने से संबंधित था . इसकी प्रतिलिपि जीएम को भी दी गई . जीएम इटियेरा ने कहा कि विकास एक सतत प्रक्रिया है . नई लाइन को पुरानी ट्रैक पर जोड़ने के लिए ब्लॉक लेना पड़ता है . निर्माण के समय थोड़ी परेशानी आती है, लेकिन जब काम पूरा हो जाता है तो पब्लिक को सुविधा मिलती है .

सम्पादक

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