संजू त्रिपाठी हत्याकांड ; जमीन विवाद और अवैध संबंधों से उपजी खूनी साजिश, पिता-पुत्र सहित 13 आरोपी गिरफ्तार, 5 शूटर अभी भी फरार…

छत्तीसगढ़ के बिलासपुर शहर में 14 दिसम्बर को सकरी में खनिज बैरियर के पास हिस्ट्रीशीटर संजू त्रिपाठी की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या करने के मामले को रविवार को पुलिस ने सुलझा लिया है . पुलिस ने खुलासा किया है कि जमीन विवाद और अवैध संबंधों ने ही इस हत्याकांड को जन्म दिया . पुलिस ने इस मामले में संजू त्रिपाठी के छोटे भाई कपिल त्रिपाठी और पिता जयनारायण, उसकी बहन, जीजा, भांजा और अन्य लोगों सहित 13 आरोपियों को गिरफ्तार किया है . पांच शूटर अभी भी पुलिस की पकड़ से बाहर हैं .
पिलिस के अनुसार पैतृक संपत्ति के बटवारे का विवाद व सगे संबंधियो में रंजिश की पराकाष्ठा के परिणास्वरूप मृतक के पिता व सगे भाई एवं अन्य रिश्तेदारों ने अपने साथियों के साथ मिलकर योजनाबद्ध तरीके से जघन्य हत्याकांड को अंजाम दिया .
पुलिस ने घटना स्थल से कुल 10 नग 7.65 एमएम कारतूस के खाली खोखे, 01 नग 7.65 एमएम के जिन्दा कारतूस जब्त किये . 20 लाख से अधिक मोबाईल नंबरो का विश्लेषण किया . 100 से अधिक विभिन्न स्थलो के मोबाईल टॉवरो का कॉल डेटा रिकार्ड खंगाला . 5 राज्यों (मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, दिल्ली, छत्तीसगढ़) के 1000 से अधिक सीसीटीवी कैमरो का अवलोकन किया . करीब 50 से अधिक टोल प्लाजा में लगे सीसीटीवी कैमरो का विश्लेषण किया .
पुलिस ने घटना में प्रयुक्त वाहन बेलेनो, स्कार्पियो और ऐलेन्द्रा कार भी बरामद कर ली है . मृतक के शरीर से कुल 10 नग बुलेट होने की पुष्टि भी हुई है जिसमें 3 नग शव से तथा शेष अस्थि संचय के दौरान रिकव्हर किये गए हैं . प्रकरण में 3 पिस्टल भी बरामद की गई हैं .
गिरफ्तार आरोपियों के नाम और उनकी भूमिका…
1 . जय नारायण त्रिपाठी उम्र 73 साल, निवासी शनीचरी बाजार मृतक संजू त्रिपाठी का पिता है . इसी ने पैतृक संपत्ति विवाद के कारण अपने छोटे बेटे कपिल त्रिपाठी के साथ मिलकर साजिश रची और मुख्य आरोपी कपिल को बचाने का प्रयास किया . इसके भिलाई स्थित घर से एक नग पिस्टल बरामद हुआ है, जिसमें 2 राउंड 7.65 एमएम के जिन्दा राउंड लगे हुए हैं .
2.कपिल त्रिपाठी पिता जय नारायण त्रिपाठी उम्र 38 साल निवासी शैलेन्द्र नगर, अमेरी थाना सकरी . कपिल पूरी घटना का मास्टर माइंड है . इसकी अपने भाई संजू त्रिपाठी से संपत्ति विवाद पर कुदुदंड के मकान में मारपीट भी हुई थी . इसी ने स्थानीय एवं बाहर के अन्य शूटरों को बुलाकर घटना को अंजाम दिया है . योजना के तहत कपिल ने घटना के बाद छिपने के लिए जम्मू कश्मीर, नेपाल, दिल्ली आदि स्थानों का चयन कर रखा था . कपिल ने पहले भी अपने भाई संजू की हत्या करने की योजना बनाई थी लेकिन वह सफल नहीं हो सका था . संजू हत्याकांड के शूटर इसी के घर के पीछे रुके हुए थे . कपिल ने बड़ी चालाकी से खुद को इस अपराध से बाहर रखा था . उसने अपराध में शामिल अपने साथियों को विशवास दिलाया कि वह स्वयं बाहर रहकर उन्हें न्यायालय से दोषमुक्त कराने में मदद करेगा . उसकी योजना थी कि भरत तिवारी, आशीष तिवारी, रवि तिवारी आदि उन हथियारों के साथ गिरफ्तार होते जो इस हत्याकांड में प्रयुक्त ही नहीं हुए हैं . पुलिस को नियोजित तरीके से रखे गए दो पिस्टल शनीचरी वाले घर से तथा एक पिस्टल भिलाई से मिले हैं .
- सुमित निर्मलकर पिता पंचराम निर्मलकर उम्र 24 साल निवासी घुरू अमेरी थाना सकरी कपिल का मुख्य सहयोगी है . इसने कपिल एवं अन्य आरोपियो के साथ मिलकर घटना की संपूर्ण योजना बनायी और फरार होने में सहयोग किया तथा स्वयं भी कपिल त्रिपाठी के साथ फरार हो गया .
- प्रेम उर्फ बजरंग श्रीवास पिता राजेश श्रीवास उम्र 30 साल निवासी मिनीबस्ती जरहाभाठा थाना सिविल लाईन ने कपिल त्रिपाठी की योजना के अनुसार उत्तरप्रदेश से 5 शूटरो को बुलाया तथा प्रकरण में प्रयुक्त पिस्टल खरीदने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई .
- श्रीमटी सुतित्रा त्रिपाठी पति कपिल त्रिपाठी उम्र 36 साल निवासी अमेरी थाना सिविल लाईन भी षडयंत्र में आरोपियों की सहभागी है . सुतित्रा ने भारत-नेपाल सीमा में स्थित अपने मायके पिथौरागढ़ (उत्तराखंड) में मुख्य आरोपी अपने पति कपिल के छिपने की व्यवस्था कराई थी .
- आरोपी जयनारायण त्रिपाठी की दत्तक पुत्री . यह उसके शनीचरी बाजार स्थित मकान की दावेदार थी . पुलिस के अनुसार मृतक संजू त्रिपाठी इसका शरीरिक शोषण करता था . इसने संजू की हत्या करने के लिये अन्य आरोपियों को उकसाया . इसके घर से एक नग पिस्टल, एक नग देशी कट्टा बरामद हुआ है .
- अमन गुप्ता उम्र 23 साल निवासी मुंगेली नाका थाना सिविल लाईन घटना में प्रयुक्त हुये वाहन स्विफ्ट डिजायर, एलेन्द्रा का स्वामी है . इसके वाहन का उपयोग अन्य आरोपियों ने घटना को अंजाम देने और बाद में भागने के लिए उपयोग किया . अमन ने शूटरों का सूचना देने और उन्हें भागने में मदद भी की . घटना के बाद आरोपियो को शहडोल (मध्यप्रदेश) छोड़कर बिलासपुर वापस आ गया .
- भरत तिवारी पिता रामफल तिवारी उम्र 42 साल निवासी शनीचरी बाज़ार दत्तक पुत्री का पति है . इसे मृतक संजू द्वारा अपनी पत्नी के शारीरिक शोषण करने की जानकारी थी . संजू इसके साथ आये दिन मारपीट करता था . भरत भी कपिल की योजना में शामिल था . उसने संजू की रैकी की और घटना के बाद अन्य आरोपियो के साथ फरार हो गया .
- आशीष तिवारी पिता विजय तिवारी उम्र 29 साल निवास शनीचरी बाज़ार भरत तिवारी का भतीजा है। . यह भी योजना में शामिल था .
- रवि तिवारी पिता व्यास तिवारी उम्र 32 साल निवासी शनीचरी भरत तिवारी का भांजा है .
- राजेन्द्र सिंह ठाकुर आरोपी प्रेम श्रीवास के वाहन का चालक है . इसे योजना के संबंध में पूर्ण जानकारी थी . यह घटना वाले दिन प्रेम श्रीवास के साथ था . इसने भी शूटरों को भगाने में सहयोग किया और फरार हो गया।
12/13. अमित और उसका एक अन्य साथी . यह दोनों झारखंड एवं रायगढ़ के हथियार सप्लायर हैं .
इसके अतिरिक्त संजू हत्याकांड में 5 अज्ञात शूटर फ़िलहाल फरार हैं . पुलिस उनकी सरगर्मी से तलाश कर रही है
घटनाक्रम…

घटना के अनुसार 14 दिसम्बर को शाम 4.15 बजे थाना सकरी क्षेत्रांतर्गत स्थित खनिज बैरियर के पास बायपास रोड सकरी में मृतक प्राणनाथ उर्फ संजू त्रिपाठी पिता जयनारायण त्रिपाठी उम्र 42 साल निवासी मिलन चौक कुदुदंड थाना सिविल लाईन बिलासपुर की अज्ञात हमलावरो द्वारा गोली मारकर हत्या कर दी गई।
प्रारंभिक स्तर पर प्राप्त जानकारी के अनुसार मृतक अपनी हैक्टर कार क्रमांक सीजी / 10/एजेड / 2608 से ग्राम सावाताल स्थित अपने फार्म हाउस से वापस बिलासपुर आ रहा था . जैसे ही संजू त्रिपाठी खनिज बैरियर के पास बायपास रोड सकरी पहुंचा, इसी समय पूर्व से योजनाबद्ध तरीके से मारुती डिजायर और बेलेनो कार में सवारो ने संजू की गोली मारकर हत्या कर दी . घटना पर से थाना सकरी में अपराध क्रमांक 641/2022 धारा 302, 341, 34 भादवि0, 25, 27 आर्म्स एक्ट पंजीबध्द कर विवेचना में लिया गया।
मृतक की पत्नी श्रीमती किरण त्रिपाठी से पूछताछ करने पर पता चला कि संजू का अपने पिता जयनारायण त्रिपाठी तथा सगे छोटे भाई कपिल त्रिपाठी से पैतृक संपत्ति को लेकर विवाद था . उसने पिता जयनारायण त्रिपाठी तथा सगे छोटे भाई कपिल त्रिपाठी के द्वारा योजना बनाकर हत्या करने की आशंका जताई . पुलिस जांच में जुट गई . विवेचना के दौरान आरोपियों द्वारा घटना में उपयोग ई गई बेलेनो कार को कोटा रोड पर स्थित ग्राम पोड़ी, स्कार्पियो वाहन को भिलाई, ऐलेन्द्रा कार को मुंगेली रोड पर स्थित दाउ मेडिकल स्टोर के पास से बरामद किया गया .
मृतक की पत्नी से प्राप्त जानकारी के आधार पर मृतक के पिता आरोपी जय नारायण त्रिपाठी को अभिरक्षा में लेकर पूछताछ की गई तथा उसके मोबाईल का परीक्षण/अवलोकन किया गया . यह तथ्य ज्ञात हुआ कि संदेही जय नारायण त्रिपाठी के कुल चार सगे पुत्र-पुत्रियाँ है तथा आरोपी जय नारायण त्रिपाठी द्वारा एक लड़की को भी गोद लिया गया है . गोद ली हुई पुत्री पर मृतक संजू त्रिपाठी हमेशा बुरी नीयत रखकर उसका शारीरिक शोषण करता था . आरोपी जय नारायण की संपत्ति जो शनीचरी बिलासपुर में है, उसे अपने हिस्से में लिखवाने हेतु निरंतर दबाव बनाता था व अपने छोटे भाई कपिल त्रिपाठी को हिस्सा न देने हेतु भी दबाव बनाता था . उसने कई बार अपने पिता के साथ मारपीट भी की थी .
प्रारंभिक विवेचना में यह भी तथ्य ज्ञात हुआ कि दत्तक पुत्री के साथ आरोपी जय नारायण का भी अवैध संबंध है . जय नारायण अपनी कथित दत्तक पुत्री को शनीचरी में स्थित मकान व दुकान देना चाहता था .
पैतृक संपत्ति के बटवारे को लेकर निरंतर विवाद की स्थिति बनी हुई थी . इसी विवाद के कारण आरोपी जय नारायण त्रिपाठी, आरोपी कपिल त्रिपाठी, दत्तक पुत्री, भरत तिवारी और आशीष तिवारी सभी के द्वारा एक राय होकर संजू त्रिपाठी की हत्या करने की योजना बनाई गई जिसकी पुष्टि जय नारायण के मोबाईल में सुरक्षित ऑडियो रिकार्ड से हुई है . ऑडियो रिकार्ड में कपिल अपने पिता जय नारायण त्रिपाठी को बोल रहा है कि वह संजू की हत्या करने के बाद नेपाल भाग जायेगा .
पुलिस के अनुसार जय नारायण त्रिपाठी, कपिल त्रिपाठी, दत्तक पुत्री, भरत तिवारी और आशीष तिवारी द्वारा संजू त्रिपाठी की हत्या की योजना को अंजाम तक पहुचाने के लिये के कपिल ने अपने नजदीकी सहयोगियो सुमीत निर्मलकर तथा प्रेम श्रीवास से चर्चा की . कपिल के कहने पर प्रेम श्रीवास ने उत्तरप्रदेश से 5 शूटर बुलाये . शूटर लगभग एक माह पूर्व बिलासपुर पहुंचे जिनको कपिल ने अपने घर के पास स्थित फार्म हाउस शैलेन्द्र नगर अमेरी में रूकवाने की व्यवस्था की . रायगढ़ निवासी एक हथियार सप्लायर के साथ कपिल एवं प्रेम श्रीवास अंबिकापुर गये, जहां कपिल ने झारखंड के हथियार सप्लायर से दो लाख रूपये नगद देकर एक पिस्टल तथा 10 राउंड खरीदे .
पूरी योजना कपिल त्रिपाठी ने ही तैयार की थी . लगभग एक माह पूर्व से ही मृतक की हत्या का प्रयास जारी था . संजू त्रिपाठी की हत्या करने के पश्चात सुमीत निर्मलकर, कपिल त्रिपाठी और प्रेम श्रीवास की नेपाल भाग जाने की योजना थी . सुमीत की पत्नी का घर नेपाल की सीमा पर है इसलिए इसकी व्यवस्था कपिल ने अपनी पत्नी सुतित्रा त्रिपाठी को सौंपी . वैसे ही भरत तिवारी, आशीष तिवारी, रवि तिवारी हथियार के साथ गिरफ्तार होंगे . योजना के अनुसार उक्त हथियारों को नियोजित तरीके से शनीचरी वाले घर तथा भिलाई से जब्त कराया जायेगा . पुलिस को मिले 3 पिस्टल इस घटना में प्रयुक्त ही नहीं हुये . यह भी योजना का हिस्सा था .

ऐसे दिया गया घटना को अंजाम…
14 दिसम्बर को कपिल के पास खबर आयी कि आज दोपहर को संजू अपने फार्म हाउस सांवाताल जाएगा . कपिल ने अपने साथियों को बताया कि संजू की सांवाताल से वापसी में उसकी हत्या करना है . योजना बनाई गई कि सकरी पुराना थाना चौक ब्रिज (खनिज बेरियर के सामने बायपास रोड ) पर स्थित स्पीड ब्रेकर में जब संजू अपनी कार की स्पीड धीमी करेगा, उसी समय उसकी कार को घेर कर दोनों तरफ से फायरिंग कर उसकी हत्या करनी है .
योजना के अनुसार सभी पहले से ही रेकी किये गए स्थान कोटा रोड में पोडी ग्राम की तरफ एक सुनसान जगह में नीले रंग की बेलेनो कार को छोड़कर डिजायर कार और एलाट्रा कार अलगअलग दिशा में भागेंगे . अमन गुप्ता, भरत तिवारी, आशीष तिवारी एवं रवि तिवारी शहडोल जायेंगे तथा अमन वापस बिलासपुर आ जायेगा . कपिल त्रिपाठी पूर्व नियोजित तरीके से सुमीत निर्मलकर की सफेद स्कार्पियो से भिलाई पहुंचेगा और कपिल त्रिपाठी किसी अन्य साधन से मिलाई तक पहुच जाएगा . कपिल ने योजना बनाई थी कि वह बाहर रहेगा और बाकी सभी को केस से बरी कराने का काम करूँगा . कपिल ने यह काम भी अपने जिम्मे लिया था कि वह जिसको सरेंडर करने बोलेगा वह एक-एककर सरेंडर करते जायेगा . नीले रंग की बेलेनो कार में बाहर से आये हुये तीन शूटर बैठेंगे तथा अमन गुप्ता की डिजायर कार में दो शूटर जायेंगे .
योजना के अनुसार अमन गुप्ता अपनी एलांट्रा कार में भरत तिवारी, आशीष तिवारी, रवि तिवारी एवं प्रेम श्रीवास को बैठाकर संजू तिवारी का रेकी करने तखतपुर रोड की तरफ आगे बढ़ गये। कानन पेण्डारी से लगभग एक किलोमीटर आगे, संजू त्रिपाठी की महामंत्री कांग्रेस कमेटी बिलासपुर की तख्ती लगी सफेद रंग की एमजी हेक्टर कार दिखी . प्रेम श्रीवास ने तत्काल वाटसअप कॉल के माध्यम से मौके में उपस्थित एक शूटर को बताया कि संजू की गाड़ी बिलासपुर की ओर जा रही है, तुम लोग देख लेना . इसके बाद एलेंदा कार में बैठे सभी तखतपुर की ओर कुछ दूर आगे बढे, फिर यू-टर्न मोड़कर बिलासपुर की ओर आए तभी कोटा मोड़ के पास आरोपियों को नीले रंग की बेलेनो कार, जिसमें शूटर बैठे थे दिखाई दी . बेलेनो कार देखकर आरोपी समझ गये कि शूटरों ने संजू की हत्या कर दी है। इसके बाद सभी पूर्व में नियोजित योजना के अनुसार बेलेनो कार के पीछे-पीछे कार को छोड़ने पोड़ी तक गये और घटना में प्रयुक्त वाहन को पौड़ी में छोड़कर पांच शूटर व प्रेम श्रीवास डिजायर कार मे बैठककर शहडोल की तरफ भाग गये . इधर, अमन गुप्ता की एलांट्रा कार में अमन सहित भरत तिवारी, आशीष तिवारी, रवि तिवारी और राजेन्द्र ठाकुर भी शहडोल की तरफ भागे . अमन शहडोल में भरत तिवारी, आशीष तिवारी, रवि तिवारी एवं राजेन्द्र ठाकुर को छोड़कर वापस बिलासपुर आ गया .
कौन, कहाँ से गिरफ्तार…
सुमीत निर्मलकर किराये की स्कार्पियो कार से भिलाई चला गया और कपिल भी बिलासपुर से लिफ्ट लेकर भिलाई पहुंचा . वहां से दोनों गोंदिया होते हुये भोपाल पहुंचे . दोनों वहां से बस में बैठकर इंदौर पहुंचे . इन्दौर से बस से दिल्ली पहुंचे और दिल्ली में टैक्सी करके नेपाल जाने वाली बस में बैठ गए .
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि नेपाल जाते समय लखनउ टोल प्लाजा के पास यूपी पुलिस की सहयोग एव समन्वय से कपिल और सुमीत निर्मलकर को गिरफ्तार किया गया . उसके बाद प्रेम श्रीवास जो शहडोल होते हुये यूपी भाग गया था, को लखनउ से गिरफ्तार किया गया . भरत तिवारी, रवि तिवारी, आशीष तिवारी एवं राजेन्द्र सिंह ठाकुर, जो शहडोल होते हुये दिल्ली भाग गये थे. इनको दिल्ली पुलिस की सहयोग एवं समन्वय से दिल्ली में गिरफतार किया गया . अमन गुप्ता को सिरगिट्टी बस स्टैंड के पास से गिरफ्तार किया गया है . आरोपियों की गिरफ़्तारी में मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, दिल्ली एवं यूपी० पुलिस के साथ साथ, भोपाल का टेक्सी ड्रायवर, दिल्ली का कैब डायवर, बस ड्रायवर का विशेष सहयोग रहा .