याद किए गए ओ.पी. जिंदल…
“जो राष्ट्र के लिए अच्छा, वह कंपनी के लिए भी अच्छा हैं”…

याद किए गए ओ.पी. जिंदल…“जो राष्ट्र के लिए अच्छा, वह कंपनी के लिए भी अच्छा हैं”…

रायपुर – देश की प्रसिद्ध औद्योगिक कंपनी “जिंदल” के मंदिर हसौद मशीनरी डिवीज़न में जिंदल के संस्थापक चैयरमैन ओ पी जिंदल की जयंती मनाई गयी । ओ पी जिंदल, जिन्हें प्यार और सम्मान से बाऊजी पुकारा जाता हैं, वह एक दूरदृष्टा थे । ओ. पी जिंदल की जीवनी, उनकी दूरदर्शिता और राष्ट्र के लिए देखे गए सपनों की याद ताज़ा कराती हैं, जिन्होंने राष्ट्र निर्माण में अभूतपूर्व योगदान दिया । बाऊजी ने अपने कर्मयोग से अनगिनत व्यक्तियों को राष्ट्र निर्माण में सामूहिक योगदान करने के लिए प्रेरित किया। उनकी दूरदर्शिता का केंद्र बिंदु एक सशक्त और आत्मनिर्भर भारत था जो पूरे गर्व और स्वाभिमान के साथ विकसित औद्योंगिक राष्ट्र की कतार में खड़ा हो।


बाऊजी के दूरदर्शी आदर्श और सिद्धांत JSP के लिए निरंतर प्रेरणा के स्त्रोत हैं जो हमें न सिर्फ राष्ट्र के निर्माण बल्कि समुदायों के सशक्तिकरण का हौसला भी देते हैं।
बाऊजी एक जन्मजात इंजीनियर थे । उन्होंने स्वदेशी तकनीक पर आधारित जिंदल इंडिया नामक एक पाइप मिल की स्थापना की जिसे आज जिंदल इंडस्ट्रीज के नाम से जाता हैं । वर्ष1970 में उन्होंने जिंदल स्ट्रिप्स लिमिटेड की स्थपना की और शुरू से ही अनुसन्धान पर ध्यान दिया । बाऊजी की मौलिक सोच, बदलाव लाने का उनका जूनून और इन सबसे बढ़कर भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए किये गए उनके प्रयास ने उन्हें मशीनों से बात करने वाली शख्सियत के रूप में विश्वविख्यात कर दिया। उनका जन्म भले ही हरियाणा में हुआ हो लेकिन पूरा भारत उनकी कर्मभूमि था ।


ओ पी जिंदल ग्रुप जैसे विशाल औद्योगिक समूह के संस्थापक और अग्रणी राजनेता होने के बावजूद बाऊजी ने कभी भी अपने कार्यालय का दरवाजा बंद नहीं रखा । आम हो या खास, सभी के लिए उनके दरवाजे 24 घंटे खुले रहे। बाऊजी ने राजनीति में आकर जनसेवा की एक नई परिभाषा प्रस्तुत की । शिक्षा , स्वास्थ्य और लोगों की सम्पन्नता के लिए उन्होंने आजीवन संघर्ष किया ।
वे तीन बार हिसार के विधायक रहे । उन्होंने अपनी मेहनत और प्रतिबद्धता से OP जिंदल ग्रुप जैसे विशाल औद्योगिक समूह की स्थापना कर राष्ट्र के निर्माण में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभायी।


उन्हीं के सिद्धांतों और विचारों को जीवंत कर मंदिर हसौद स्थित मशीनरी डिवीज़न में उनकी 94 वीं जयंती मनाई गयी, जहां सुबह भजन कीर्तन के साथ कार्यक्रम की शुरुआत की गयी । बाऊजी को याद कर मशीनरी डिवीज़न स्थित हेरिटेज पार्क में कारखाने के कर्मचारियों द्वारा बाऊजी की मूर्ति पर पुष्पांजलि अर्पित की गई, साथ ही इस अवसर पर कैंसर जागरूकता एवं स्वास्थ्य शिविर व वृक्षारोपण का आयोजन किया गया। इस अवसर पर माना स्थित वृद्धाश्रम में भोजन, फल एवं वस्त्रों का वितरण किया गया । इस उपलक्ष्य में मशीनरी डिवीज़न के अधिकारी सहित कर्मचारी मौजूद रहे सभी ने बाऊजी को श्रद्धासुमन अर्पित किए।

सम्पादक

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