बारिश का कहर ; घर-घर पानी, जन-जीवन अस्त-व्यस्त, राहत शिविर खोले गए, 4 बह गए…
छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में पिछले तीन दिनों से मानसून की अति-सक्रियता की वजह से पूरे क्षेत्र में जमकर बारिश हो रही है . बीते 24 घंटों के दौरान बिलासपुर जिले में 381.7 मिमी वर्षा दर्ज की गई है . अकेले बिलासपुर तहसील में शनिवार से रविवार सुबह तक 101 मिमी वर्षा रिकार्ड की गई जबकि बिलासपुर की निकटस्थ सीपत तहसील में 50 मिमी वर्षा रिकार्ड की गई है .
मौसम विभाग के अनुसार बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनने से इसका असर रविवार को भी साफ़ देखा जा रहा है . बिलासपुर जिला में रह-रहकर मूसलाधार बारिश हो रही है . जिले में कई लोग बाढ़ के पानी में फंस गए हैं . उन्हें पुलिस व एसडीआरएफ की मदद से सुरक्षित निकाला गया है . बिलासपुर की अरपा नदी पूरे उफान पर है जिसके कारण किनारे की बस्तियों में पानी घुस गया है . सिरगिट्टी क्षेत्र के मन्ना डोल इलाके सहित करीब 115 प्रभावित लोगों को राहत शिविरों में ठहराया गया है .
बिलासपुर जिला के मस्तूरी क्षेत्र के पचपेड़ी थाना अंतर्गत जोंधरा ग्राम में दो परिवार के 6 लोग बाढ़ से फंस गए थे जिन्हें एसडीआरएफ व होमगार्ड के बचाव दल ने सुरक्षित बाहर निकाला है . यहां 20 से अधिक घर पानी में डूब गए हैं
उधर, बिलासपुर के पड़ोसी जिले जीपीएम के पेन्ड्रा क्षेत्र में भी तीन दिन से लगातार बारिश हो रही है . पेन्ड्रा अरपा नदी उद्गम स्थल है . इसकी वजह से बिलासपुर से बह रही अरपा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है . परिणामस्वरूप बिलासपुर में अरपा नदी पर बना शनिचरी रपटा भी पाटो-पाट बह रहा है . अरपा किनारे के निचले इलाकों के अनेक घरों में नदी का पानी घुस गया है . करीब 115 प्रभावित लोगों को नगर निगम के सामुदायिक भवनों में ठहराया गया है .
बिलासपुर के कलेक्टर सौरभ कुमार और नगर निगम आयुक्त ने आज बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया . बाढ़ प्रभावितों को राशन, भोजन पैकेट तथा दवाईयां उपलब्ध कराई जा रही है . बिलासपुर के विधायक शैलेष पांडेय ने भी आज अरपा में बाढ़ से प्रभावित इलाकों का दौरा कर बारिश से प्रभावित लोगों की समस्या जानी और उन्हें मदद पहुंचाने के लिए नगर निगम के अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए .
बिलासपुर के अपर कलेक्टर आर एस कुरुवंशी ने बताया कि सिरगिट्टी के मन्ना डोल इलाके में बाढ़ के पानी से सर्वाधिक नुकसान हुआ है . करीब 115 बाढ़ प्रभावितों को विभिन्न सामुदायिक केन्द्रों में ठहराया गया है और उनके भोजन-पानी की व्यवस्था की जा रही है .
उन्होंने बताया कि जोंधरा ग्राम में भी शिविर लगा हुआ है जिसमें 22 बाढ़ प्रभावित ठहराए गए हैं .
अपर कलेक्टर ने बताया कि बिल्हा सब-डीविजन में तेज बारिश से 143 मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं जिसमें अकेले बोदरी ग्राम के ही 50 से ज्यादा कच्चे-पक्के घर शामिल हैं .
नगर पालिक निगम, बिलासपुर से मिली बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की जानकारी के अनुसार गोकने नाला का पानी ओवरफ्लो होने के कारण नगर के अनेक वार्डों और मोहल्लों में बाढ़ का पानी भर गया है . बाढ़ प्रभावितों के लिए अलग-अलग वार्डों में 5 शिविर लगाये गए हैं . डीपरापारा/कुंदरापारा में हनुमान मंदिर भवन में 5 परिवारों के 14 सदस्य शिफ्ट किये गए हैं . उसीप्रकार यदुनंदन नगर के सामुदायिक भवन में 3 परिवारों के 9 सदस्य तथा मन्ना डोल तिफरा की प्राथमिक शाला में 5 परिवारों के 16 सदस्य ठहराए गए हैं .
देवार पारा और सूर्यवंशी मोहल्ला, सिरगिट्टी के 7 परिवारों के 13 सदस्य सूर्यवंशी सामुदायिक भवन में और जय बूढ़ादेव नगर, सिरगिट्टी के 14 परिवारों परिवारों के 63 सदस्य जनपद स्कूल में बने अस्थायी शिविर में रह रहे हैं . सभी के लिए भोजन-पानी और विश्राम की व्यवस्था की गई हैं .
बारिश का कहर आमजनों के जीवन पर भी टूट पड़ा है . चार दिनी लगातार बारिश से एक तरफ जहाँ अरपा नदी बौराई हुई है वहीँ जिले के सभी छोटे-बड़े नदी-नाले उफान पर हैं . इस दौरान अलग-अलग घटनाओं में 4 लोगों की डूबने और बह जाने की सूचना है . पुलिस व गोताखोर दल ने दो शव बरामद भी कर लिए हैं जबकि दो अन्य की तलाश की जा रही है .
सीपत थाना क्षेत्र के नरगोड़ा ग्राम के परमेश्वर यादव का 5 साल का बेटा समीर यादव शुक्रवार की शाम 5 बजे एक बछड़े के साथ दौड़ लगाते हुए खेल रहा था . उसे वहीँ की पत्थर खदान में आखिरी बार खेलते हुए देखा गया था . दो दिन से गोताखोर उसे खदान में उतरकर तलाश कर रहे थे . रविवार की सुबह उसका शव खदान में भरे पानी के ऊपर तैरता हुआ मिला .
उसी प्रकार, बिलासपुर नगर पालिक निगम क्षेत्र के कई हिस्सों से गुजरने वाला गोकने नाला भी उफान पर है . शनिवार की दोपहर घुरु ग्राम में विक्की सिंह का 10 साल का बेटा वीर सिंह अपने दोस्त मोहन के साथ नाले में तैरने के लिए कूद गया . दोनों तेज बहाव में बहने लगे . वहां मौजूद लोगों ने मोहन को खींचकर किसी तरह बाहर निकाल लिया लेकिन विक्की सिंह का कहीं पता नहीं चला . पुलिस और बचाव दल उसकी तलाश कर रहे हैं .
वैसे ही, तखतपुर क्षेत्र के मोछ ग्राम में मनोज कुमार मरावी दोपहर में गांव के स्टॉप डेम में नहाने उतरा था . गोताखोर उसकी तलाशी कर रहे हैं . एक अन्य मामले में तखतपुर इलाके के ही तुहलाडीह ग्राम के पास बने एनीकट में नहाने के लिए शुक्रवार की शाम को तीस वर्षीय कुलदीप सिंह नाम का युवक पानी में उतरा था लेकिन तेज बहाव की चपेट में आकर वह भी बह गया . शनिवार को एसडीआरएफ की टीम के गोताखोरों ने उसकी तलाश शुरू की . वहां से 10 किलोमीटर दूर गुसरी ग्राम में उसका शव मिला है .