मानसून सक्रिय ; बिलासपुर जिले में 125 मि.मी. बारिश, डैम भी भर रहे, खूंटाघाट में 65 फीसदी जल भराव…
छत्तीसगढ़ में पिछले पांच दिनों से मानसून पूरी तरह सक्रिय है . विगत 48 घंटों में बिलासपुर सहित प्रदेश के सभी स्थानों में जमकर बारिश हुई है . अकेले बिलासपुर में रविवार को दिन भर रह-रहकर बारिश होती रही . जिला कलेक्टर की भू–अभिलेख शाखा से मिले आंकड़ों के अनुसार पिछले 24 घंटों में बिलासपुर में 20.1 मि.मी . वर्षा दर्ज की गई . तहसीलवार आंकड़ों के अनुसार जिले के सीपत क्षेत्र में सर्वाधिक 30 मि. मी. वर्षा रिकार्ड की गई . कुल मिलाकर, एक ही दिन में जिले में 125.1 मि.मी. वर्षा रिकार्ड की गई . मानसूनी गतिविधियों की वजह से 1 जून 2022 से आज दिनांक तक बिलासपुर जिले में 317.5 मि.मी. वर्षा हुई है जो विगत 10 वर्षों की औसत वर्षा से बहुत ज्यादा है .
अच्छे मानसून और घने बादलों के कारण यहाँ के मौसम ने भी अंगड़ाई ली है . तापमान भी गिर गया है . सोमवार को सुबह से ही वातावरण में नमी और ठंडक बनी हुई है . मौसम विभाग के अनुसार दक्षिण उड़ीसा की तरफ कम दबाव का क्षेत्र बनने से तेज बारिश की स्थिति बनी हुई है . वैसे ही उत्तरी आँध्रप्रदेश के ऊपर एक चक्रवात भी दिखाई पड़ रहा है . अनुमान है कि आज, सोमवार को भी दक्षिण छत्तीसगढ़ और उसके आसपास के क्षेत्रों सहित तेलंगाना, विदर्भ और तटीय आँध्रप्रदेश के ईलाकों में भीषण बारिश होगी .
इधर, मानसूनी बारिश से बिलासपुर जिले के बड़े बाँध और जलाशयों में जल भराव की स्थिति बेहतर होती जा रही है . जिले का सबसे बड़ा खूंटाघाट बांध अब तक 65 फीसदी भर चुका है जबकि घोंघा जलाशय अभी 50 फीसदी और अरपा भैंसाझार बराज में 30 फीसदी ही जल भराव है .
खारंग जलसंसाधन संभाग के एक्सिक्यूटिव इंजीनियर आर.पी. शुक्ला ने बताया है कि जिले का सबसे बड़ा खारंग (खूंटाघाट) जलाशय वर्तमान में 65 फीसदी भर चुका है . खूंटाघाट बांध की कुल जलभराव क्षमता 192.32 मिलियन घन मीटर है, जबकि यह सोमवार 11 जुलाई को सुबह 7 बजे तक 125.13 मिलियन घन मीटर अर्थात 65.06 प्रतिशत भर चुका है . उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष आज की तारीख तक जल भराव 118.03 मिलियन घन मीटर अर्थात 61.31 प्रतिशत था .
जल संसाधन संभाग, कोटा के कार्यपालन अभियंता अशोक तिवारी ने बताया कि घोंघा जलाशय और अरपा भैंसाझार बराज में अभी तक जल भराव अपेक्षाकृत कम हुआ है . अकेले घोंघा जलाशय में अभी 50 फीसदी और अरपा भैंसाझार बराज में 30 फीसदी पानी ही मौजूद है . उन्होंने कहा कि शुरूआती बारिश के हिसाब से घोंघा जलाशय में जलभराव पिछले वर्ष की तुलना में 10 प्रतिशत कम है फिर भी बारिश का रुख देखते हुए इस जलाशय के शीघ्र ही पूरी क्षमता के साथ भर जाने की उम्मीद की जा सकती है . उसी प्रकार अरपा भैंसाझार में मौजूदा वक्त में 30 प्रतिशत ही पानी है लेकिन शुरुआत में धरती सूखी होने की वजह से बहाव कम रहता है . लगातार वर्षा से भूमि तर हो गई है इसलिए अब यहाँ पानी रुकेगा और जल बहाव भी अपेक्षाकृत तेज होगा . कुल मिलाकर दोनों स्थानों में जल भराव की स्थिति संतोषजनक है .
अपर कलेक्टर आर. एस. कुरुवंशी ने बताया कि जिले में पिछले तीन दिनों में अच्छी बारिश हुई है . यहाँ मौजूद जलाशयों में जल भराव जारी है . जिले में कहीं भी अधिक बारिश से बाढ़ आदि की स्थिति निर्मित नहीं हुई है . कहीं से कोई जन-धन की हानि की सूचना नहीं है . जिला प्रशासन ने ऐसी किसी भी स्थिति का सामना करने के लिए पूरी तैयारी कर रखी है .