मानिकचौरी गोलीकाण्ड ; तीन आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़े, दो उत्तरप्रदेश भाग रहे थे, सारनाथ एक्सप्रेस में पकड़े गए…

मानिकचौरी गोलीकाण्ड ; तीन आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़े, दो उत्तरप्रदेश भाग रहे थे, सारनाथ एक्सप्रेस में पकड़े गए…

दो गोलियां चली थीं, मृतक का पिता भी निशाने में था…

छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले के मस्तूरी क्षेत्र के पचपेड़ी थाना अंतर्गत ग्राम मानिकचौरी गोलीकांड के 2 नामजद एवं 1 अन्य आरोपी अंततः बिलासपुर पुलिस के हत्थे चढ़ गए . पुलिस ने दोनों मुख्य आरोपियों को उस समय ट्रेन से ही गिरफ्तार कर लिया जब वह उत्तरप्रदेश की ओर भागने की तैयारी में थे . पुलिस ने घटना में प्रयुक्त पिस्टल व मोटर सायकल भी जब्त कर ली है . आरोपियों ने उत्तरप्रदेश से ही पिस्टल खरीदा था . पुलिस के अनुसार पूर्व में भी आरोपियों का प्रार्थी से विवाद हुआ था . बिलासपुर पुलिस ने बलौदाबाजार पुलिस से सहयोग से महज 36 घण्टे के अंदर फरार आरोपियों को गिरफतार करने में सफलता हासिल की है . पुलिस महानिरीक्षक बिलासपुर रेंज और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने पुलिस टीम को क्रमशः 10 और 5 हजार रूपये का ईनाम भी दिया है .


वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्रीमती पारुल माथुर ने पूरी घटना की सिलसिलेवार जानकारी देते हुए बताया कि 9 अक्टूबर को रात्रि करीबन 9 बजे ग्राम मानिकचौरी थाना पचपेड़ी में रहने वाले किराना दुकान संचालक मंगतराम अजय के पुत्र अनीश अजय, उम्र 17 वर्ष को गांव के कुख्यात आरोपी भूपेंद्र पोर्ते (28) एवं नंद किशोर साहू (30) के द्वारा गुटखा लेने के नाम पर मामूली विवाद होने से दोनों आरोपियों ने अपने पास रखे देशी पिस्टल से गोली चला कर नाबालिग अनीश अजय की हत्या कर दी थी . घटना से पूरे गांव में भय का माहौल व्याप्त हो गया था . अत्यधिक गंभीर प्रकृति का अपराध होने से पुलिस के उच्च अधिकारियों ने घटनास्थल पर पहुँच कर पीड़ितों एवं ग्रामीणों से पूछताछ कर घटना एवं आरोपियो के संबंध में जानकारी प्राप्त की और थाना पचपेड़ी में धारा 294,506,323,307,302,201,120 बी भा0द0वि 25, 27 आर्म्स एक्ट के तहत अपराध कायम कर फरार आरोपियों की पतासाजी हेतु विशेष टीम का गठन किया गया . अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण राहुल देव शर्मा एवं एसीसीयू प्रभारी निरीक्षक हरविंदर सिंह के नेतृत्व में थाना पचपेड़ी, थाना मस्तूरी, चौकी मल्हार व अन्य अलग-अलग टारगेट फिक्स कर दोनों आरोपियों के नाते रिश्तेदारों एवं छुपने के संभावित स्थानों पर लगातार दबिश दी गई . इस ऑपरेशन में सबसे पहले सर्वप्रथम दोनों आरोपियों को संरक्षण देने वाले बीर सिंह साहू (30) निवासी ग्राम रसेडा जिला बलौदाबाजार के अपने ससुराल बलौदा बाजार में होने की सूचना प्राप्त हुई . पुलिस ने तत्काल बलौदा बाजार पुलिस के साथ संयुक्त रूप से बीरसिंह साहू के ससुराल में दबिश देकर उसे पकड़ लिया . बीरसिंह से कड़ाई से पूछताछ करने पर उसने बताया कि 9 की रात को दोनों आरोपी भूपेंद्र पोर्ते व नन्दू साहू उसके घर रसेड़ा में रूके थे और अगले दिन सुबह फरारी के दौरान भी आरोपियों ने राहगीरों को कट्टा दिखा कर डराया धमकाया था . बाद में 10 तारीख की रात 9 बजे बीर सिंह साहू ने दोनों आरोपियों को भाटापारा रेल्वे स्टेशन जाकर सारनाथ एक्सप्रेस में इलाहाबाद जाने हेतु ट्रेन में बैठाया गया है . उसने यह भी बताया कि घटना में प्रयुक्त देशी पिस्टल जिसे आरोपी भूपेन्द्र यूपी से खरीद कर लाया था, उसके पास छोड़ गए हैं .


एसएसपी माथुर ने आगे बताया कि इतनी जानकारी मिलाने पर पुलिस टीम ने दोनों आरोपियों का हुलिया व फोटो व्हाट्सएप ग्रुप में वायरल किया .
पुलिस ने तत्काल 3 टीमों का गठन किया . एक टीम को बिलासपुर रेल्वे स्टेशन में, दूसरी को उस्लापुर रेल्वे स्टेशन में व तीअरी टीम को को कोटा रेल्वे स्टेशन में तैनात किया गया . सारनाथ एक्सप्रेस के उस्लापुर स्टेशन पहुंचते ही जनरल डिब्बे में सघन चेकिंग की गई . चेकिंग दौरान आरोपी नंद किशोर साहू बर्थ के नीचे छिपा हुआ मिला लेकिन आरोपी भूपेंद्र पोर्ते अभी भी नहीं मिला था तभी ट्रेन चल पड़ी . पुलिस टीम चलती ट्रेन में दूसरे आरोपी की पतासाजी करते हुए कोटा तक पहुँच गई जहाँ आरोपी भूपेंद्र भीड़ में लुकता-छिपता दिखाई दिया . पुलिस ने तत्काल उसे हिरासत में ले लिया .
एसएसपी के अनुसार आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि उनका मृतक अनीश अजय और उनके पिता मंगतूराम अजय से होली में और 2 माह पूर्व भी विवाद हुआ था . दोनों आरोपियों ने कुबूल किया कि पुरानी रंजिशवश उन्होंने बीर सिंह साहू के घर में अनीश और उसके पिता मंगतूराम को माँरने का प्लान बनाया . उन्होंने गुटखा खरीदने की बात पर अनावश्यक विवाद पैदा किया .
पुलिस के अनुसार इस हत्याकांड में दो गोलियां चलाई गई थी . आरोपी भूपेन्द्र पोर्ते व आरोपी नंद किशोर साहू ने सबसे पहले अनीश अजय पर गोली चलाई, उसके बाद उसके पिता मंगतूराम अजय पर भी गोली चलाई परंतु कारतूस पिस्टल में फंसने से मिसफायर हो गया जिसकी वजह से मंगतूराम को गोली नहीं लगी . घटना को अंजाम देकर दोनों आरोपी फरार हो गये .


वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस कार्यवाही में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण राहुल देव शर्मा एसीसीयू प्रभारी निरीक्षक हरविंदर सिंह, थाना प्रभारी पचपेड़ी निरीक्षक मोहन भारद्वाज, थाना प्रभारी मस्तूरी प्रकाशकांत, थाना प्रभारी सिविल लाईन निरीक्षक परिवेश तिवारी, थाना प्रभारी सकरी उपनिरीक्षक सागर पाठक थाना प्रभारी तोरवा फैजूल होदा शाह, मल्हार चौकी प्रभारी प्रताप सिंह ठाकुर, दाऊलाल बरेठ तेज कुमार रात्रे, आरक्षक हरिशंकर चंद्रा. भूपेन्द्र सिंह, शिवधन बंजारे, सद्दाम पाटले, दिनेश धृतलहरे और एसीसीयू टीम के प्रसाद सिन्हा, अजय वारे जीवन साहू, बलबीर सिंह, देवमुन पुहुप, आरक्षक हेमत सिंह, आरक्षक दीपक उपाध्याय, विवेक राय, सत्या पाटले, प्रशांत सिंह, राम सोनवानी, निखिल राव विकास राम दीपक यादव की उल्लेखनीय भूमिका रही। अभियान में लगे समस्त अधिकारी व कर्मचारियों को उप पुलिस महानिरीक्षक एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदया द्वारा प्रशंसा पत्र भी दिया गया।

सम्पादक

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