तेंदुए का शिकार…शिकारियों ने बिजली के तार बिछाकर मारा, पंजे काटे, नाखून और दांत भी उखाड़े…

बिलासपुर . छत्तीसगढ़ के बिलासपुर के सीपत-सोंठी वन-परिक्षेत्र में एक नर तेंदुए का शव मिला है . तेंदुए का शव 24 से 48 घंटे पुराना है . प्रथमदृष्टया तेंदुए की मौत का कारण बिजली का झटका लगना बताया जा रहा है . शिकारियों ने तेंदुए के पीछे के पैरों से उसका पंजा काट लिया है जबकि आगे के पैरों से दो नाखून भी गायब हैं . तेंदुआ के दांत भी उखाड़ने का असफल प्रयास किया गया है . वन विभाग का अमला मामले की छानबीन कर रही है .
डीएफओ कुमार निशांत ने बताया कि सीपत-सोंठी वन-परिक्षेत्र के बिटकुला बीट के कक्ष क्रमांक-12 में कल शाम एक नर तेंदुए का शव मिला है . शव 24 से 48 घंटे पुराना है . प्रथमदृष्टया तेंदुए की मौत का कारण बिजली का झटका लगना है . उन्होंने इस बात की पुष्टि की है कि नर-तेंदुए का शिकार किया गया है . शिकारियों ने तेंदुए के पीछे के दो पैरों के पंजे काट लिए है जबकि आगे के पैर सही-सलामत है लेकिन उसमें से दो नाखून गायब हैं . तेंदुए के दांतों को भी निकालने का असफल प्रयास किया गया है .
वन अधिकारी ने बताया नर तेंदुए की उम्र करीब 7 से 8 वर्ष की है . उन्होंने बताया कि यह काम आदतन शिकारियों का नहीं बल्कि नौसिखिया शिकारी का लग रहा है . जिस तरीके से पीछे के पैरों के पंजों को काटा गया है वैसा अमूमन आदतन शिकारी नहीं करते .
वन अधिकारी ने इस बात से इनकार किया है कि यह वन्य प्राणियों की अंगों की तस्करी का मामला है . उनके अनुसार अंगों के तस्कर शिकार की स्किन और मूंछे भी ले जाते हैं . ऐसा प्रतीत होता है कि बिजली के तार किसी दूसरे वन्य जीव का शिकार करने के लिए बिछाए गए होंगे जिसमें तेंदुआ फंस गया . हालांकि मौके पर बिजली के तार बरामद नहीं किये गए हैं लेकिन कुछ खूंटे अवश्य मिले हैं। तेंदुए की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही उसकी मौत के वास्तविक कारणों का पता चलेगा . वन विभाग इलाके की सर्चिंग कर रहा है .