अटल विश्वविद्यालय में व्याख्यान ; युवाओं में राष्ट्रीयता की भावना जागृत करना ही प्राथमिकता – स्वामी अभिषेक ब्रह्मचारी
बिलासपुर . अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय में सोमवार को ‘‘राष्ट्र, राष्ट्रीयता एवं युवा’’ विषय पर विशिष्ट व्याख्यान एवं विचार-संगोष्ठी संपन्न हुई . व्याख्यान का उद्घाटन स्वामी अभिषेक ब्रह्मचारी ने किया . स्वामी अभिषेक ने अपने विचारों में भारत की क्षेत्रीय भाषा, ज्ञान, विचार, संस्कृति एवं विविधता में एकता विषय को समाहित करते हुए कहा कि व्यक्ति का व्यक्तित्व ही देश, समाज और राष्ट्र निर्माण की दिशा तय करता है . युवाओं में राष्ट्रीयता की भावना जागृत करना ही हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए . विचार-संगोष्ठी के मुख्य अतिथि और युवा चेतना के राष्ट्रीय संयोजक रोहित कुमार सिंह ने अपने ओजस्वी उद्बोधन में भारत के स्वर्णिम अतीत का बोध कराया . उन्होंने कहा कि भारत युवा शक्ति का राष्ट्र है और भारतीय विचारधारा, संसार की सभी विचारधाराओं में सर्वश्रेष्ठ है . उन्होंने युवाओं से भारत की गौरवशाली परंपरा और प्रतिष्ठा को पुनर्स्थापित कर भारत को विश्वगुरू बनाने का आवाहन किया . उन्होंने वैदिक गणित का प्रचार-प्रसार करने की आवश्यकता पर विशेष बल दिया .
विचार गोष्ठी की अध्यक्षता कर रहे अटल विश्वविद्यालय के कुलपति आचार्य डॉ अरूण दिवाकर नाथ वाजपेयी ने मुख्य वक्ताओं के विचारों को विस्तार देते हुए कहा कि हमारे ऋषि-मुनियों द्वारा स्थापित वसुधैव कुटुम्बकम् और सर्वे भवन्तु सुखिनः के सिद्धांत वस्तुतः वैश्विक चिंतन है . उन्होंने युवाओं से ऐसे सुविचारों को अपने जीवन में आत्मसात कर उत्कृष्ट राष्ट्र और राष्ट्रीयता की भावना के निर्माण में योगदान देने का आव्हान किया .
संगोष्ठी विश्ववविद्यालय के कुलसचिव डॉ सुधीर शर्मा के सफल निर्देशन में संपन्न हुई . कार्यक्रम के अंत में डॉ एच.एस. होता ने धन्यवाद ज्ञापित किया . कार्यक्रम का आयोजन विश्वविद्यालय व्याख्यान माला प्रकोष्ठ के संयोजक धर्मेन्द्र कश्यप, सदस्य डॉ रश्मि गुप्ता द्वारा किया गया . कार्यक्रम में विश्वविद्यालय की उप-कुलसचिव श्रीमती नेहा यादव, वित्ताधिकारी एलेक्जेंडर कुजूर, डॉ मनोज सिन्हा, सौमित्र तिवारी, यशवंत कुमार पटेल, डॉ सुमोना भट्टाचार्या, डॉ सीमा बेलोरकर, सुश्री श्रिया साहू, हामीद अब्दुल्ला, हैरी जार्ज, डॉ लतीका भाठिया, डॉ कलाधर, शहर के गणमान्य नागरिक, प्रिंट एवं इलेक्ट्रानिक मीडिया के प्रतिनिधि, छात्र-छात्राएं, अधिकारी एवं कर्मचारी बड़ी संख्या में उपस्थित थे .