इंसानियत ही मेमन जमात का दीन-धरम – हाजी इकबाल…

सिर्फ मेमन या मुस्लिम समाज नहीं बल्कि पूरी इंसानियत के लिए काम करता है मेमन जमात। जब-जब देश के अलग-अलग राज्यों में लोगों के समक्ष संकट या पीड़ा आई, मेमन जमात की विभिन्न इकाइयों ने इंसानियत का फर्ज निभाते हुए लोगों की दिल खोलकर मदद की है। ये कहना है ऑल इंडिया मेमन जमात फेडरेशन के अध्यक्ष हाजी इकबाल मेमन ऑफिसर का। शनिवार को उन्होंने बिलासपुर प्रेस क्लब में पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि जाति, धर्म का भेदभाव मेमन समाज ने कभी नहीं किया। इंसानियत से परिपूर्ण यह समाज हर संकट में देशवासियों के साथ खड़ा रहा है।
इकबाल मेमन ने कहा कि देशभर में मेमन जमात के लगभग 500 फेडरेशन अलग-अलग क्षेत्र में काम कर रहे हैं। अलग-अलग राज्यों और जिलों में जाकर जमात तैयार करना और लोगों को एकजुट बनाए रखने का प्रयास ऑल इंडिया मेमन जमात फेडरेशन कर रहा है। समाज के लिए हर जिलों में बेहतर जमात-खाना हो, इसका प्रयास भी किया जाता है। यही कारण है की जगह-जगह उनका यह बुनियादी स्ट्रक्चर दिखाई देता है। श्री मेमन ने कहा कि उनकी जमात व्यावसायिक गतिविधियों में आगे रहती है इसलिए समाज में जो मजबूत लोग हैं उनसे चंदा किया जाता है . हर साल करीब 12 करोड रुपए इकट्ठा कर जमात के लोगों की उन पैसों से मदद की जाती है . गरीब परिवारों को लोन के रूप में दो लाख रुपए दिया जाना भी इसमें शामिल है। मेडिकल में मदद दी जाती है। किराएदारों को मकान बनाने के लिए भी पैसे दिए जाते हैं। जो लोन गरीबों को दिया जाता है वह ब्याजमुक्त रहता है। इसके अलावा समाज की विभिन्न गतिविधियों में तरह-तरह से मेमन जमात का योगदान सर्वाधिक रहता है।

उन्होंने बताया कि संकट के समय में महाराष्ट्र के किसानों की बेटियों की शादी,पानी की समस्या के दौरान लोगों के लिए कुआं, हैंडपंप खुदवाने का समाज ने बड़ा काम किया है। बाढ़ के दौरान भी पीड़ितों के लिए मेमन समाज बढ़-चढ़कर मदद करता है। उन्होंने कहा कि बीते समय बिलासपुर के सिम्स अस्पताल में उन्होंने डायलिसिस मशीन में भी अपना योगदान दिया था। राजनीतिक क्षेत्र में समाज को आगे बढ़ाने के लिए हर संभव मेमन समाज आगे रहता है। समाज के किसी भी व्यक्ति को किस पार्टी या दल से जुड़ना है तो कभी भी रोक-टोक नहीं की जाती है। किसी भी समाज या दल से जुड़कर बेहतर काम करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। इस समय देशभर में लगभग 15 लाख मेमन जमात के लोग हैं और आने वाले दिनों में उनका फिर से सर्वे कराया जा रहा है ताकि पता चल सके कि कौन किस स्थिति में है।
पत्रकार वार्ता के दौरान उनके साथ साकिर भाई बाटलीवाला, प्रोफेसर सज्जाद हैदराबाद,इमरान फ्रूटवाला, समद लोदिया,ऑस्टिन अमेरिका, जहांगीर भाभा,अशरफ मेमन सहित समाज के अन्य लोग मौजूद रहे।