भारी वर्षा ; नदी-नाले बौराए, राहत और बचाव कार्य जारी….
छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में पिछले चार दिनों से मानसून की अति-सक्रियता की वजह से पूरे क्षेत्र में जमकर बारिश हो रही है . बीते 24 घंटों के दौरान बिलासपुर जिले में 482 मिमी वर्षा दर्ज की गई है . अकेले बिलासपुर तहसील में रविवार से सोमवार सुबह तक 81 मिमी वर्षा रिकार्ड की गई जबकि बिलासपुर की निकटस्थ बिल्हा तहसील में 64.2 मिमी वर्षा रिकार्ड की गई है . बिलासपुर कलेक्टर कार्यालय की भू-अभिलेख शाखा से मिले आंकड़ों के हिसाब से 1 जून 2022 से आज दिनांक तक बिलासपुर जिले में 9179.3 मिमी वर्षा हो चुकी है .
मौसम विभाग के अनुसार उत्तर छत्तीसगढ़ में बिलासपुर और सरगुजा संभाग में लगातार बारिश हो रही हैं जिससे जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है . बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनने का असर सोमवार को भी पड़ेगा . आज भी छत्तीसगढ़ के अधिकांश हिस्सों में मध्यम और भारी वर्षा के आसार हैं . मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों का अलर्ट भी जारी किया है .
मानसूनी बारिश से बिलासपुर जिले के बड़े बाँध और जलाशयों में शत-प्रतिशत जलभराव की स्थिति बनी हुई है . जिले का सबसे बड़ा खूंटाघाट बांध 100 फीसदी भर चुका है और उसमें उलट का पानी भी बह रहा है . वहीँ घोंघा जलाशय में भी अपनी पूरी क्षमता के साथ जल भराव बना हुआ है . वैसे ही अरपा भैंसाझार बराज में भी आवश्यक जल भराव है जिससे जरुरत के मुताबिक समय-समय पर पानी छोड़ा जाता है .
जल संसाधन संभाग के अधिकारी ने बताया कि खारंग (खूंटाघाट), घोंघा जलाशय और अरपा भैंसाझार बराज में मौजूदा वक्त में जो जल भराव की स्थिति है उससे बाढ़ के हालात नहीं हैं लेकिन भारी भारिश होने पर जलाशय से पानी छोड़ा जा सकता है .
उन्होंने बताया कि नदियों में जल बहाव की स्थिति भी फिलहाल संतोषजनक है . शहरी और आबादी वाले इलाकों में अरपा नदी का जल बहाव अपेक्षाकृत कम जरुर है जिसकी वजह से अस्थायी तौर पर बाढ़ जैसी स्थिति निर्मित हो सकती है .
पिछले दो दिनों में बिलासपुर जिले में बारिश ने अपना रौद्र रूप दिखाया है . बिलासपुर के अपर कलेक्टर आर. एस. कुरुवंशी ने बताया कि जिले में अतिवृष्टि से प्रभावितों को राहत देने के लिए शिविर लगाये गए हैं . अकेले बिलासपुर में 6 और निकटस्थ क्षेत्र मस्तूरी में 1 शिविर लगाया गया है . दोनों स्थानों में 185 लोगों को राहत शिविरों में ठहराया गया है जिसमें बिलासपुर नगर निगम क्षेत्र के ही 152 प्रभावित शामिल हैं . उन्होंने जिले में जन-धन की हानि का विवरण देते हुए बताया कि बिलासपुर जिले में तेज जल बहाव में बह जाने वाले एक 5 वर्षीय बच्चे सहित 2 लोगों की मौत हुई है जबकि दो अन्य की तलाश बचाव दल कर रहा है . उसी प्रकार बिलासपुर तहसील में दो पशुओं की मौत हुई है . बाढ़ के पानी से हुए क्षतिग्रस्त मकानों के संबंध में उन्होंने बताया कि जिले में आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त मकानों की संख्या 141 हैं जबकि अन्य 4 मकान पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त हो गए हैं . उन्होंने बताया कि नियमानुसार सभी प्रभावितों को होने वाले नुकसान का प्रकरण तैयार किया जा रहा है . सभी को शीघ्र ही मुआवजा राशि का भुगतान कर दिया जायेगा . उन्होंने बताया कि प्रशासन और कृषि विभाग फसलों के नुकसान का भी आंकलन कर रहा है .
बिलासपुर में अत्यधिक बारिश और बाढ़ की स्थिति से निपटने में जिला प्रशासन द्वारा युद्धस्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं . नगर निगम क्षेत्र की निचली बस्तियों में बाढ़ प्रभावित लोगों को राहत शिविरों में पहुंचाया गया हैं . वहीं फसल एवं मकान क्षति का सर्वे कर मुआवजा प्रकरण तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं . बिलासपुर के कलेक्टर सौरभकुमार स्वयं राहत एवं बचाव कार्य की निगरानी कर रहे हैं . नगर निगम आयुक्त अजय त्रिपाठी सहित जिले के सभी एसडीएम एवं तहसीलदार प्रभावित इलाकों का दौरा कर लोगों को राहत पहुंचाने में जुटे हुए हैं .
बिलासपुर नगर निगम के सिरगिट्टी, मन्नडोल में गोकने नाला में उफान के कारण बस्ती में जल भराव होने पर एसडीएम बिलासपुर तुलाराम भारद्वाज एवं तहसीलदार बिलासपुर अतुल वैष्णव भी प्रभावित इलाकों का निरीक्षण कर रहे हैं . संबंधित क्षेत्र में बने राहत कैंप में सभी सुविधाओं की समुचित व्यवस्था कराई जा रही है . साथ में एसडीआरएफ की टीम मौके पर प्रभावितों को कैंप तक पहुंचाने और राहत कार्य हेतु मुस्तैदी से लगी हुई है .
बिलासपुर जिले के मनियारी , शिवनाथ व अरपा नदी के किनारे स्थित गाँव मोहदा , अट्टर्रा, पोसरी, अमेरीकापा, उड़नताल, अमलडीहा, मंगला आदि क्षेत्रों में प्रशासन सतत निगरानी कर रहा है .
बिलासपुर में होमगॉर्ड की एस डी आर एफ टीम ने बाढ़ में फंसे लोगों को बाहर सुरक्षित निकालने में महत्वपूर्ण रोल अदा किया है . सिरगिट्टी के देवार पारा मोहल्ले में गोकने नाला में अत्यधिक पानी के कारण पूरी बस्ती के लोग बाढ़ में घिर गए थे . एस डी आर एफ बिलासपुर और परसदा एस डी आर एफ के जवानों ने 37 लोगो को सुरक्षित बाहर निकाला . देवार पारा में एक गर्भवती महिला को भी उसके घर से उसके परिवार सहित सुरक्षित बाहर निकाला गया . कल ही पचपेड़ी थाना के ग्राम जोंधरा अंतर्गत शिवनाथ नदी की बाढ़ में फंसे दो परिवार के 6 लोगों को एसडीआरएफ होमगार्ड बिलासपुर की टीम द्वारा सुरक्षित बाहर निकाला गया था .
उधर, बिलासपुर नगर निगम आयुक्त अजय त्रिपाठी ने बताया कि शहर में बाढ़ एवं जलभराव के हालात को देखते हुए सभी निगम कर्मियो की छुट्टी निरस्त कर दी गई है . गोकने नाला में बाढ़ शहर के लिए कहर साबित हुई है . गोकने नाला सकरी, उसलापुर मन्नाडोल में जलभराव का प्रमुख कारण बना है . सैकड़ों प्रभावित लोगों को राहत शिविरों में ठहराया गया है . क्षेत्र के सभी सामुदायिक भवनों और स्कूलों में राहत शिविर बनाये गए हैं। भोजन पानी और सोने की व्यवस्था शिविर स्थलों में की गई है। जेसीबी मशीनों से अवरोधों को हटाकर और लाइनिंग बनाकर जलभराव को दूर किया जा रहा है . अरपा भैंसाझार परियोजना से भी पानी छोड़ने की संभावना को देखते हुए अलर्ट जारी कर दिया गया है . विशेषकर मंगला, कुदुदंड, चांटापारा और गोंडपारा इलाके में टीम तैनात कर मुनादी कराई गई है . चकरभाटा एयरपोर्ट के रनवे से भी मशीन से पानी खींचकर बाहर निकला गया हैं .
उधर, अत्यधिक बारिश से मकान की आंशिक क्षति पर बिल्हा अनुविभाग के 3 पीड़ित परिवारों को 9 हजार 100 रुपए की मुआवजा राशि प्रदान की गई है . कलेक्टर के निर्देश पर एस डी एम बिल्हा ने त्वरित कार्रवाई करते हुए पीड़ित परिवारों के घर पहुंचाकर सहायता राशि वितरित की . आरबीसी 6- 4 की प्रावधानों के तहत यह राशि स्वीकृत की गई है . बोदरी तहसील के ग्राम हरदीकला निवासी शिवचरण बघेल को 4 हजार 1 सौ रुपए और बिल्हा तहसील के ग्राम मोहदा निवासी लक्षन बाई यादव एवं मोहनी को ढाई -ढाई हजार रुपए की मुआवजा राशि मिली है .