गायत्री परिवार का स्वास्थ्य चेतना अभियान, चिकित्सकों ने बताये गर्मी के दुष्प्रभाव से बचने के तरीके…
बिलासपुर (मीडियांतर प्रतिनिधि)। बिलासपुर का गायत्री परिवार स्वास्थ्य जागरूकता जनचेतना अभियान के तहत पिछले 12 वर्षों से लगातार रचनात्मक कार्य कर रहा है । आम लोगों और विद्यार्थियों के बीच समय-समय पर जाकर जागरूक करने का काम गायत्री परिवार बखूबी कर रह है। इस कार्य के लिए गायत्री परिवार को पुरस्कृत भी किया जा चुका है । इसी अभियान के तहत गायत्री परिवार के साथ शनिवार को सीनियर डॉक्टरों ने प्रेस क्लब में पत्रकारों से चर्चा करते हुए गर्मी के दुष्प्रभावों से बचने के तरीके बताएं।
डॉक्टर बीआर होचंदानी ने बताया कि इन दिनों पड़ रही गर्मी में सबसे ज्यादा जरूरी है पानी। पानी की मात्रा और गुणवत्ता दोनों ही बातों का ख्याल रखना पड़ता है क्योंकि लगातार निकलने वाले पसीने से शरीर में नमक की कमी हो जाती है। एक व्यक्ति को कम से कम 3 लीटर पानी की आवश्यकता इन दिनों रहती है । लगातार पसीना निकलने से सोडियम की कमी हो जाती है इसलिए थोड़ा नमक भी खाना जरूरी है। डॉक्टर होतचंदानी ने बताया कि वे गैर-परंपरागत प्रयोग करते रहते हैं और इसके अच्छे सकारात्मक परिणाम उन्हें मिलते हैं . इन दिनों पानीयुक्त फल जैसे कलिंदर, खरबूज, ककड़ी खाते रहना चाहिए . तली हुई चीजों से परहेज करना चाहिए और बाहर के खानपान से बचना चाहिए . कपड़े भी बिल्कुल ढीले और हल्के रंग के पहनना चाहिए ताकि ज्यादा से ज्यादा हवा शरीर को लगे।
उन्होंने बताया कि खाली पेट न निकले कुछ न कुछ खा-पीकर निकले . हर 2 घंटे में पानी पीते रहे . छाता व कैप का भी प्रयोग करें।
डॉ एल सी मढ़रिया ने भी बताया कि सावधानी रखना ही सबसे अच्छा बचाव है। अपना और अपने परिवार का नियमित रूप से हेल्थ चेकअप करवाते रहिए। गर्मी का असर आंखों पर भी देखने को मिलता है । लू से आंखों में इंफेक्शन हो जाता है, आंखों को कभी रगड़ना नहीं है, घर से बाहर निकलते हुए ठंडे पानी के छींटे मारे, और काले चश्मे का प्रयोग करें . उन्होंने बताया कि क्योंकि इन दिनों पड़ रही तेज धूप में यूवी किरणें होती है जो आंखों को बहुत नुकसान पहुंचाती है । उन्होंने यह भी कहा कि एक बार फिर करोना का प्रकोप शुरू हो रहा है। चौथी लहर की आशंका बन रही है और इसके मरीज मिलने लगे हैं इसलिए हर तरह की सावधानी जरूरी है ।
डॉक्टर आरती पांडे ने बताया हाथ की सफाई बहुत ज्यादा जरूरी है . हाथ में कीटाणु रहेंगे तो डायरिया और पीलिया होने का खतरा रहता है और ठंड और गर्मी का ध्यान रखें . गर्मी से सीधा ठंडे में न जाएं और यदि एसी में आप बैठे हैं तो थोड़ी देर बाहर निकलने से पहले एसी बंद कर दें, यही प्रक्रिया कार में भी अपनाएं . जब कार से बाहर निकलना हो तो 3 मिनट पहले कार का एसी बंद कर ले, उसके बाद बाहर जाएं अन्यथा सिर दर्द और सर्द-गर्म का खतरा बना रहता है .
डॉ हेमंत कौशिक ने उपासना, साधना और आराधना के माध्यम से स्वस्थ रहने के उपाय बताए । उन्होंने बताया कि दिनचर्या व्यवस्थित रहनी चाहिए . सुबह जल्दी उठें, समय पर शौच जाएं, खानपान नियंत्रित रखें और तनाव बिल्कुल न रखें . उन्होंने स्वस्थ रहने के लिए ऋतु के मुताबिक भोजन अपनाने की सलाह दी .
गायत्री परिवार के समन्वयक प्रताप रंजन वर्मा, वरिष्ठ आयुर्वेदाचार्य आर राजपूत, डॉक्टर ममता वर्मा, उप जोन समन्वयक धन साय, शीतल पाटनवार, नंदिनी पाटनवार, द्वारिका पटेल, राम कुमार श्रीवास सहित गायत्री परिवार के कई सदस्य पत्र-वार्ता में उपस्थित थे।