मेहनत और जज्बे ने सविता को पहुंचाया इंडियन आइडल शो में…
पोहा वाली आंटी को सरकंडा सहित शहर और अब देश भी जानने लगा…
बिलासपुर / सीपत चौक सरकंडा में रहने वाली सविता गुप्ता महज पोहा वाली आंटी नहीं बल्कि हिम्मत और जज्बे की साक्षात् प्रतिमूर्ति बनकर उभरी है . पिछले दिनों सोनी टीवी चैनल के लोकप्रिय इंडियन आईडल शो में सविता जी को अतिथि के रूप में बुलाकर उनके संघर्ष की दास्तान ने देशवासियों को प्रेरणा देने का काम किया है। सोनी टीवी में 15 दिसंबर को उनके शो का प्रसारण किया गया था।
मुंबई से वापस लौट कर बिलासपुर प्रेस क्लब पहुंची सविता गुप्ता, उनकी बेटी तपस्या गुप्ता और सहयोगी अंशु सिंह ने बताया कि किस तरह से उनकी मेहनत को देशवासियों के समक्ष इंडियन आइडल ने बतौर एक प्रेरणा-स्रोत के रूप में सामने रखा। सविता ने बताया कि पति के देहांत के बाद बच्चों को पालना,पढ़ाना-लिखाना उसके समक्ष एक बहुत बड़ी चुनौती थी, जिसका किसी तरह से उसने सामना किया । पहले उन्होंने टिफिन का काम शुरू किया बाद में चाय और पोहा का काम उन्हें फल गया।
हर दिन सुबह ढाई-तीन बजे जग कर लोगों के लिए पोहा और चाय बनाकर सेवा देने वाली सविता गुप्ता ने बताया कि उसका संघर्ष वर्षों से जारी है और इसी के बदौलत उसने अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा दिलाने का काम किया है।
उन्होंने बताया कि अकेली एक महिला को आधी रात से काम करते हुए देखकर एक वीडियो कंपनी ने इसे शूट करके सोशल मीडिया में वायरल कर दिया जिसे 12 लाख से ज्यादा लोगों ने देखा। वायरल वीडियो को देखकर मुंबई से इंडियन आइडल की टीम ने सविता गुप्ता को मुंबई बुला लिया और अपने कार्यक्रम के जरिए उसकी मेहनत को देशवासियों के सामने रखा।
दसवीं क्लास तक पढ़ी सविता गुप्ता मूलतः दिल्ली की रहने वाली है। शादी होने के बाद वह बिलासपुर में आकर रहने लगी । पति के निधन के बाद उसकी आंखों के सामने अंधेरा छा गया था मगर जिस तरह से उसने परिवार को संभाला उसकी हर तरफ प्रशंसा हो रही है। गायत्री मंदिर के सामने छोटी सी दुकान लगाकर वह न सिर्फ अपने बच्चों का जीवन संवार रही है बल्कि लोगों के लिए एक आदर्श भी बन चुकी है। सविता बहुत ही स्पष्ट रूप से कहती है कि वह अपने काम में किसी नौकर का सहयोग न लेकर खुद काम करना ज्यादा पसंद करती है।सरकंडा क्षेत्र में सविता गुप्ता पोहा वाली आंटी के रूप में पहचान बना चुकी हैं। वर्ष 2008 से उसका यह काम लगातार जारी है।