‘बिलासपुर के गांधी’ पर बेल्ट से हमला, शराब दुकान बंद कराने भूख-हड़ताल पर बैठे थे, हमलावर गिरफ्तार…
छत्तीसगढ़ के बिलासपुर शहर में ‘गांधी’ के नाम से मशहूर संजय आयल सिंघानी पर गुरूवार को एक शराबी किस्म के व्यक्ति ने जानलेवा हमला कर दिया . बिलासपुर के बंधवापारा इलाके में शराबभट्टी बंद करने के लिए समाजसेवी सिंघानी मोहल्लेवालों के साथ अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठे हुए थे . पुलिस आरोपी हमलावर अनिल यादव को गिरफ्तार कर उसके खिलाफ प्रतिबंधात्मक कार्यवाही कर रही है .
सरकंडा पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार बंधवापारा शराब भट्टी बंद कराने हेतु पिछले 6 दिवस से संजय सिंघानी वहीँ के मोहल्लेवासियों के साथ भूख हड़ताल पर बैठे हुए थे . गुरूवार की सुबह करीब 9:30 बजे मोहल्ले का शराबी किस्म का व्यक्ति अनिल यादव उनके पास पहुंचा . आते ही अनिल ने सिंघानी से अश्लील गाली-गलौच शुरू कर दी और पूछा कि क्यों शराब भट्टी बंद करा रहे हो ? क्यों हड़ताल कर रहे हो ? उसने सिंघानी को गालियाँ देते हुए उनके साथ बेल्ट से मारपीट की . पुलिस का एक सिपाही मौके पर मौजूद था . उसने तत्काल एक्शन लेते हुए आरोपी अनिल को अभिरक्षा में ले लिया . आरोपी को थाना लाया गया .
आरोपी के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध कर भारतीय दंड विधान की धारा 294 506 323 के तहत कार्रवाई की गई है . पुलिस के अनुसार पृथक से प्रतिबंधात्मक कार्यवाही की जा रही है .
कौन हैं संजय आयल सिंघानी…
संजय बिलासपुर के गांधी के नाम से जाने जाते हैं . संजय अपनी ही धुन के पक्के इंसान हैं . उनकी उम्र 38 वर्ष है . बचपन से ही वे महात्मा गांधी के आदर्शों और उनकी विचारधारा से प्रभावित रहे हैं . वे गांधी जी की ही वेशभूषा में रहते हैं . गांधी जी की तरह ही आँखों में ऐनक, हाथ में अपनी ऊँचाई से बड़ी लाठी और बदन में एकमात्र धोती उनका पहनावा है . संजय, गांधी जी की तरह ही देश में पूर्ण शराबबंदी के पक्षधर हैं . वे पिछले स्वतंत्रता दिवस से बिलासपुर से दिल्ली तक की पद-यात्रा कर कांग्रेस के आलाकमान राहुल गांधी को छत्तीसगढ़ में पूर्ण शराबबंदी के संकल्प को याद भी दिला चुके हैं . उन्होंने बिलासपुर के नेहरू चौक धरना स्थल पर पीपल पेड़ के नीचे 163 दिन तक लगातार सत्याग्रह भी किया है . बिलासपुर के बंधवापारा क्षेत्र में वे विगत 6 दिनों से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठे हुए हैं .