फर्जीवाड़ा ; अपनी ही कंपनी के एक करोड़ से अधिक के सामान का अपोलो हॉस्पिटल के नाम से बिल बनाया और खुले बाजार में बेच दिया, आरोपी और दो खरीदार गिरफ्तार…
छत्तीसगढ़ की बिलासपुर पुलिस ने एक मेडिकल सर्जिकल सामान की विक्रेता कंपनी के एरिया मैनेजर को 1 करोड़ 4 लाख के गबन के आरोप में गिरफ्तार किया है . इसी मामलें में पुलिस ने 2 अन्य आरोपियों को भी भिलाई एवं रायपुर से गिरफ्तार किया है . पुलिस ने आरोपियों द्वारा कम्पनी के पैसों से खरीदी गई मोटर सायकल, लैपटॉप, जमीन के दस्तावेज एवं मोबाईल आदि को जब्त कर लिया है . पुलिस ने आरोपियों के बैंक एकाउंट्स को होल्ड करने के लिए पत्राचार भी किया है .
बिलासपुर पुलिस से मिली अधिकृत जानकारी के अनुसार प्रार्थी जे रामकुमार, मैनेजर ऑपरेशन, मेडस्मार्ट लॉजिस्टिक प्राईवेट लिमिटेड भुवनेश्वर, ओडिशा ने 7 सितम्बर 2022 को रिपोर्ट दर्ज कराई कि उसकी कम्पनी का मुख्य व्यवसाय सर्जिकल कार्यों में उपयोग लाये जाने वाले सामान जैसे ग्लब्स, मास्क, आई.वी.पलूईड, कॉटन, सिरिंज, निडिल आदि को सीधे उत्पादक एवं अधिकृत वितरक से खरीद कर विभिन्न अस्पतालों में सप्लाई करना है . इस कंपनी का ऑफिस राजकिशोर नगर एवं गोदाम अमोला विला कालोनी, मोपका बिलासपुर में है . कंपनी का अनुबंध अपोलो हॉस्पिटल एवं अपोलो फार्मेसी से है .
बिलासपुर स्थित ऑफिस में 5 कर्मचारी कार्य करते हैं . एग्जीक्यूटिव लोकेश्वर सिंह का कार्य कंपनी के गोदाम से सामान की सप्लाई सहित सभी कार्यों पर पूरा नियंत्रण रखना है . लोकेश्वर ने वर्ष 2019 से अपोलो हॉस्पिटल को खरीददार बताकर उसके नाम से बिल बनाकर सारा सामान खुले बाजार में ब्रिकी कर दिया और प्राप्त पैसों का स्वयं उपयोग किया . उसने उक्त सामान के बिल के बदले अन्य सामान की एन्ट्री कर लेखा पुस्तकों में हेरफेरी की जिसके कारण उक्त अंतर तत्कालिक रूप से उजागर नहीं हो सका . लोकेश्वर सिंह ने फर्जी रसीद बनाकर एवं कंपनी के कार्य में गड़बड़ी कर कंपनी को आर्थिक क्षति पहुंचाना जारी रखा . कोरोना काल के कारण वर्ष 2019-2020 में ऑडिट नहीं होने के कारण कंपनी को पहुंचाई गई आर्थिक क्षति की जानकारी नहीं हो सकी . बाद में वर्ष 2020-21, एवं 2021-22 की ऑडिट रिपोर्ट से ज्ञात हुआ कि लोकेशर सिंह ने कम्पनी को 1 करोड़ 4 लाख रूपये की आर्थिक क्षति पहुंचाई है .
प्रार्थी की रिपोर्ट पर पुलिस ने अपराध कायम कर विवेचना में लिया . प्रकरण गंभीर किस्म का होने से तकनीकी साक्ष्य एकत्र किये गए . पुलिस के अनुसार आरोपी लोकेश्वर सिंह सरहदी क्षेत्र कोरबा, जांजगीर में लुक-छिप रहा था . अंततः पुलिस टीम ने उसे थाना सीपत क्षेत्रांतर्गत ग्राम पीपरा से पकड़ लिया . पूछताछ करने पर आरोपी ने अपना जुर्म स्वीकार करते हुये कम्पनी के सामान को रायपुर निवासी दीपक दानवानी एवं हरिश दानवानी के पास बिक्री करने एवं रकम का स्वयं उपयोग करने के सम्बन्ध में बताया . पुलिस ने आरोपी के पास से मोटर सायकल, लैपटॉप, जमीन खरीदी संबंधी दस्तावेज जब्त कर लिए . आरोपी को पुलिस रिमाण्ड पर लिया गया और अन्य दो आरोपियों, दीपक दानवानी एवं हरिश दानवानी को भिलाई एवं रायपुर से गिरफ्तार किया गया . पुलिस ने उनके बैंक एकाउण्ट होल्ड करने पत्राचार भी किया है . आरोपियों को शनिवार को न्यायिक रिमाण्ड पर भेजा गया है .