फ़ूड-पाइज़निंग ; चाट-गोलगप्पे खाकर दो दर्जन बीमार, एक बच्ची की मौत…

बिलासपुर के निकट बिल्हा क्षेत्र के गाँव देवकिरारी में सोमवार को करीब दो दर्जन बच्चे और वयस्क ग्रामीण फ़ूड पाइज़निंग के शिकार हो गए . सभी ने सड़क किनारे लगे एक ठेले से रविवार को गोलगप्पे और चाट खाई थी . बिल्हा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से सोमवार रात को 4 बच्चों को सिम्स अस्पताल रिफर किया गया जहाँ पहुंची एक बच्ची को चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया . बाकी 3 बच्चों का ईलाज चल रहा है . बिल्हा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इस वक्त 15 बीमार बच्चे और वयस्क भर्ती हैं . सभी की हालत स्थिर है .

प्राप्त जानकारी के अनुसार निकटस्थ गाँव पत्थरखान भाटा का रघु नाम का व्यक्ति देवकिरारी के बाजार इलाके में चाट-गोलगप्पे का ठेला लगाता है . रविवार को उसके ठेले से चाट और गोलगप्पे खाने के बाद सोमवार को करीब दो दर्जन बच्चों और वयस्क ग्रामीणों की तबियत बिगड़ गई . चाट-गोलगप्पे खाकर बीमार पड़ने वाले लोगों में ज्यादातर बच्चे हैं . सभी को बिल्हा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया . चार बच्चों की तबियत ज्यादा खराब होने से उन्हें बिलासपुर के सिम्स अस्पताल में रिफर कर दिया गया . सिम्स, बिलासपुर में 9 वर्ष की एक बच्ची मीनाक्षी कोशले ने वहां पहुँचने से पहले ही दम तोड़ दिया . गंभीर रूप से बीमार होने के कारण मीनाक्षी की बड़ी बहन 11 वर्षीय साक्षी कोशले को भी सिम्स लाया गया था जहाँ उसका ईलाज चल रहा है . इसके अतिरिक्त दो और बच्चे सिम्स में भर्ती किये गए थे जिन्हें उनके परिजन बेहतर ईलाज के लिए निजी अस्पताल ले गए हैं .

जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, बिलासपुर डॉ प्रमोद महाजन ने भी बताया कि फ़ूड पाइज़निंग के शिकार 4 बच्चों को सोमवार रात को सिम्स लाया गया था . सिम्स में ईलाज के लिए पहुँचने से पहले ही एक बच्ची की मौत हो गई जबकि तीन बच्चों का ईलाज जारी है . डॉ महाजन ने बताया कि प्रारंभिक तौर पर यह फ़ूड पाइजनिंग का ही मामला है . विस्तृत पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत के वास्तविक कारणों का पता चलेगा . फिलहाल तीनों बच्चों की हालत स्थिर बनी हुई है . उन्होंने बताया कि बिल्हा स्वास्थ्य केंद्र में इस वक्त 15 बच्चे और व्यस्क स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं .