GPM में हाथियों का उत्पात जारी ; एक मनरेगा मजदूर को कुचला, मौत…दूसरा घायल…
छत्तीसगढ़ के सीमान्त जिले जीपीएम के मरवाही वन मंडल के सिवनी सर्किल के गाँव मालाडांड़ के निकट शुक्रवार की सुबह एक दंतेल हाथी ने 47 वर्षीय एक मनरेगा मजदूर को कुचलकर मार डाला . हाथी के हमले से एक अन्य ग्रामीण मजदूर भी घायल हुआ है जिसका ईलाज जिला चिकित्सालय में चल रहा है . दोनों मजदूर सुबह 7 से 8 बजे के बीच मनरेगा का काम निपटाकर गाँव की तरफ लौट रहे थे . वन विभाग ने मृतक के परिजनों को 25 हजार रूपये की तात्कालिक सहायता दे दी है .
मरवाही वन मंडल के डीएफओ दिनेश पटेल ने बताया कि शुक्रवार की सुबह करीब 7 से 8 बजे के बीच मरवाही रेंज के सिवनी सर्किल के गाँव मालाडांड़ के निकट से कुछ मजदूर मनरेगा का काम निपटाकर घर लौट रहे थे . तीन मजदूर, सहदेव पनिका (50) बदिराम पनिका (47) और रंजीत आर्मो, एक के पीछे एक चल रहे थे . जब वे मालाडांड जंगल-क्षेत्र में पहुंचे तभी उनका एक दंतेल हाथी से आमना-सामना हो गया . हाथी ने पहले सहदेव पर हमला किया और अपनी सूंड से उसका पैर पकड़कर उछाल दिया . सहदेव जमीन पर गिर पड़ा . बाद में हाथी ने बदिराम पर हमला कर दिया और उसके सीने में पैर रखकर उसे कुचल दिया . किसी तरह रंजीत और सहदेव ने भाग कर जान बचाई . गाँव वालों और वनकर्मियों को सूचना दी गई . गाँव के सरपंच सोनू सिंह आर्मो ने अपनी बाइक से दोनों घायलों को मरवाही के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया . गंभीर रूप से घायल बदिराम को गौरेला में जिला चिकित्सालय लाया गया जहाँ ईलाज के दौरान उसकी मौत हो गई . सहदेव के पैर में फ्रैक्चर हैं उसे भी मरवाही प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से जिला चिकित्सालय रिफर कर दिया गया है .
डीएफओ दिनेश पटेल ने बताया कि मध्यप्रदेश की सीमा से लगे हुए इस वन क्षेत्र में अनूपपुर फारेस्ट डिविजन से तीन हाथियों का यह दल पिछले कई माह से मूवमेंट कर रहा है . आज अल्ल-सुबह तीनों हाथियों का यह दल अनूपपुर की तरफ से आया था . एक दंतेल हाथी अपने दल के दूसरे हाथियों से अलग हो गया था . उसी से मजदूरों का आमना-सामना हो गया और एक ग्रामीण की मौत हो गई .
वन अधिकारी पटेल ने बताया कि मृतक बदिराम के परिजनों को 25 हजार रूपयों की तात्कालिक सहायता राशि दे दी गई है जबकि सहदेव का ईलाज जिला चिकित्सालय में जारी है . उन्होंने बताया कि आवश्यक कार्यवाही के बाद परिजनों को मुआवजे की शेष राशि पौने छह लाख रूपये भी सौप दी जाएगी .
वन अधिकारी ने बताया कि मरवाही वन मंडल में हाथियों के हमले की अनेक घटनाएँ हो चुकी हैं . इससे पहले 20 मार्च को मरवाही वन मंडल के रूमगा गाँव के निकट वनक्षेत्र में एक हाथी ने महुआ फल बीन रही 10 साल की एक बच्ची- छोटी को कुचलकर मार डाला था . इस घटना के 4 दिन बाद 24 मार्च को गाँव परासी के निकट एक दंतेल हाथी ने 42 वर्षीय महिला धनिया बाई को पैरों तले रौंदकर मार डाला था . महिला अपने 8 वर्षीय पोते राघव के साथ जंगल में महुआ बीनने गई थी . राघव को भी गिरने से चोटें लगी थीं .