छत्तीसगढ़ में हाथी-मानव द्वन्द जारी ; GPM जिले में फिर एक ग्रामीण को कुचला…

छत्तीसगढ़ में हाथी-मानव द्वन्द जारी ; GPM जिले में फिर एक ग्रामीण को कुचला…

छत्तीसगढ़ के जीपीएम जिले के मरवाही वन मंडल में हाथी-मानव द्वन्द लगातार जारी है . शनिवार देर शाम को हाथी ने एक ग्रामीण को कुचलकर मौत के घाट उतार दिया . घटना मरवाही के कटरा वन क्षेत्र के बेलझरिया गाँव के मोहल्ला किरकीच पारा की है . एक दिन पूर्व, शुक्रवार को भी हाथी ने एक मनरेगा मजदूर को कुचलकर मार डाला था और एक अन्य ग्रामीण को घायल कर दिया था . वन विभाग, हाथियों के उत्पात पर अंकुश लगाने और वन-ग्रामों में ग्रामीणों की जान-माल की सुरक्षा के प्रति बिलकुल भी गंभीर नहीं है .


वन अधिकारियों और मरवाही पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार गौरेला-पेन्ड्रा-मरवाही जिले के मरवाही वन मंडल के कटरा वन क्षेत्र के गाँव बेलझरिया के किरकीच पारा की एक दम्पती शनिवार की शाम को अपना दैनिक काम-काज निपटाने के बाद समीप के नाले से नहा-धोकर अपने घर लौट रहे थे . शाम के धुंधलके में अचानक पति रामधन गोड़ (47) ने देखा कि एक हाथी उसके घर के पास बनी परछी में रखी अनाज के बोरियों को फाड़कर धान खा रहा था . रामधन ने शोरगुल मचाना शुरू किया तो हाथी ने उसे अपनी सूंढ़ से लपेटकर पछाड़ दिया . रामधन के जमीन पर गिरते ही हाथी ने उसे अपने पैरों से कुचल दिया . हाथी ने रामधन को अपने पैरों तले इस बुरी तरह रौंदा कि उसकी अंतड़िया बाहर आ गई . रामधन की मौके पर ही मौत हो गई . घटना के वक्त रामधन की पत्नी भी उसके पीछे-पीछे आ रही थी . हाथी ने उसे भी दौड़ाकर मारने की कोशिश की लेकिन वह किसी तरह वहां से भागने में सफल हो गई .


वन अधिकारी के अनुसार मध्यप्रदेश की सीमा से लगे हुए इस वन क्षेत्र में अनूपपुर फारेस्ट डिविजन से तीन हाथियों का एक दल पिछले कई माह से मूवमेंट कर रहा है . अनूपपुर (मध्यप्रदेश) की तरफ से आये तीन हाथियों के इस दल से एक दंतेल हाथी, दूसरे हाथियों से अलग हो गया है . अलग हुए हाथी ने शुक्रवार की सुबह मरवाही वन मंडल के सिवनी सर्किल के गाँव मालाडांड़ के निकट 47 वर्षीय एक मनरेगा मजदूर बदिराम को कुचलकर मार डाला था . हाथी ने तीन लोगों पर हमला किया था . जिसमें से एक व्यक्ति की टांग टूट गई थी जबकि तीसरा भागने में सफल हो गया था . वही हाथी शनिवार शाम को कटरा के जंगल में पहुंचा हुआ था . अपने दल से बिछड़ जाने के बाद यह हाथी आक्रामक हो गया है और किसी को भी देखते ही हमलावर हो जाता है .
इसके पहले भी मरवाही वन मंडल में हाथियों के हमले की अनेक घटनाएँ हो चुकी हैं . विगत 20 मार्च को मरवाही वन मंडल के रूमगा गाँव के निकट वनक्षेत्र में एक हाथी ने महुआ फल बीन रही 10 साल की एक बच्ची- छोटी को कुचलकर मार डाला था . इस घटना के 4 दिन बाद 24 मार्च को गाँव परासी के निकट एक दंतेल हाथी ने 42 वर्षीय महिला धनिया बाई को पैरों तले रौंदकर मार डाला था . महिला अपने 8 वर्षीय पोते राघव के साथ जंगल में महुआ बीनने गई थी . राघव को भी गिरने से काफी चोटें लगी थीं .

सम्पादक

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