योग करें, निरोग रहें, यही स्वस्थ जीवन का मूल मन्त्र – रविन्द्र सिंह

शासकीय बिलासा कन्या महाविद्यालय, बिलासपुर के खेल एवं योग विभाग द्वारा सात दिवसीय योग प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। समापन अवसर पर छत्तीसगढ योग आयोग के सदस्य रविन्द्र सिंह ने कहा की शरीर मन एंव आत्मा का सामन्जस्यपूर्ण विकास ही योग है। हम सभी को नियमित रुप से योगाभ्यास करना चाहिए। योग विद्या हजारों वर्ष पुरानी है। भगवान शिव योग विद्या के प्रथम आदि-योगी हैं। भारत में वर्षो से योग, ध्यान व तप कर ऋषी मुनियों ने ज्ञान के साथ-साथ स्वस्थ मन व शरीर को प्राप्त किया।

उन्होंने कहा कि योग से हमारी शारीरिक तधा मानसिक क्षमताओं में वृद्धि होती है। नियमित योग से विपरीत परिस्थितियों का सामना किया जा सकता है। योग करें, निरोगी रहें, इस मूल मन्त्र को हमें अपने जीवन में अपनाना चाहिए।

इस अवसर पर महाविद्यालय की प्राचार्य श्रीमती ज्योति रानी सिंह, वरिष्ठ क्रीड़ा अधिकारी शारदा कश्यप, ङाक्टर शुभदा राहलकर, योगाचार्य बीके सोनी, ङाक्टर हरिणी रानी आगर, रजनी सिंह चदेल, मंजू माधुरी बाजपेयी, प्रोफेसर अखिलेश पाण्ङेय, खेल अधिकारी तारणीश गौतम, एनके कश्यप, सुश्री उर्मिला विश्वकर्मा, नीलिमा यादव आदि ने भी अपने उद्बोधन के माध्यम से योग के महत्त्व पर प्रकाश ङाला। सैकड़ो की तादात में उपस्थित छात्राओं ने इस अवसर पर नियमित योग करने का संकल्प लिया।