थाना परिसर में अग्नि-स्नान के बाद मौत…एसपी ने थाना प्रभारी को लाइन अटैच किया, एसडीएम करेंगे जांच…

बिलासपुर . आत्महत्या करने के इरादे से थाना परिसर में खुद को आग लगाकर प्रवेश करने वाले युवक की मौत हो जाने के मामले में एसपी ने सिविल लाइन थाने के प्रभारी को लाइन अटैच कर दिया है . इसके साथ ही कलेक्टर ने एसडीएम, बिलासपुर को जांच अधिकारी नियुक्त किया है .
बिलासपुर पुलिस के अनुसार 4 फरवरी की मध्यरात्रि समीर खान पिता लतीफ खान ने आत्महत्या के इरादे से अपने शरीर में पेट्रोल डालकर आग लगा ली थी और दौड़ते हुए सिविल लाइन थाना परिसर के अंदर प्रवेश किया था . वहां मौजूद थाना स्टाफ ने तत्काल उसे अस्पताल भर्ती कराया था . बिलासपुर के सिम्स अस्पताल से अगले दिन उसे रायपुर के मेकाहारा अस्पताल में बेहतर इलाज हेतु रिफर किया गया था . समीर की इलाज के दौरान 9 फरवरी को मृत्यु हो गई . प्रकरण की संवेदनशीलता को ध्यान में रखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्रीमती पारुल माथुर ने मामले की निष्पक्ष जांच हेतु कार्यपालिक मजिस्ट्रेट नियुक्त करने कलेक्टर, बिलासपुर से पत्राचार किया था . कलेक्टर, बिलासपुर ने एसडीएम को जांच अधिकारी नियुक्त किया है जबकि जांच के मद्देनजर निरीक्षक शनिप रात्रे को पुलिस लाइन संबद्ध किया गया है।
इसके पहले 5 फरवरी को एसपी माथुर ने बताया था कि युवक समीर खान बार-बार सोसाइड-अटेम्प कर रहा है . एक बार उसने जहर भी पी लिया था . खुद को आग लगाने की सुबह 4 फरवरी को वह अपने भाई के साथ एसपी कार्यालय आया था . एसपी माथुर ने स्वयं उसकी काउंसलिंग की थी और उसे समझाया था कि वह ऐसी हरकत कतई न करे और अपनी शिकायत को उचित तरीके से पेश करे . उस समय तो उसे समझा-बुझाकर वापस भेज दिया गया लेकिन देर रात को वह सिविल लाइन थाने के पास पहुंचा . उसने पेट्रोल या किसी ज्वलनशील तत्व को अपने शरीर में छिड़क कर आग लगा ली और थाने में प्रवेश कर गया .
एसपी माथुर ने बताया था कि युवक समीर शादीशुदा है . उसका कोटा में रहने वाली महिला से 3-4 बरस पूर्व अफेयर हो गया था . बाद में ब्रेक-अप हो गया . उस महिला ने ही उसे छोड़ दिया था . युवक ने महिला को करीब डेढ़ लाख रूपये की रकम दी थी . अब यह युवक पुलिस पर दबाव बना रहा है कि उस महिला के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाये और उसकी रकम वापस दिलाई जाए .