बलौदा बाज़ार की घटना पर GPM में कांग्रेस का धरना ; जनता-जनार्दन का अपमान किया साय सरकार ने – शैलेश पाण्डेय
जब SP और Collector सुरक्षित नहीं तो जनता को क्या सम्हालेंगे- पाण्डेय.
बलौदा बाज़ार की घटना ने छत्तीसगढ़ को देश में शर्मसार किया- वासुदेव
बलौदा बाज़ार में सरकार की क़ानून-व्यवस्था की खुल गई पोल- ध्रुव
बलौदा बाज़ार में हुई घटना को लेकर मंगलवार को गौरेला-पेंड्रा-मरवाही ज़िले में ज़िला कांग्रेस कमेटी ने एक दिवसीय धरने का आयोजन किया . धरने के बिलासपुर के पूर्व विधायक शैलेश पांडेय थे . प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देश पर यह आयोजन किया गया था . ज़िला अध्यक्ष उत्तम वासुदेव के नेतृत्व में ज़िले से सभी कांग्रेस कार्यकर्ता धरने में उपस्थित थे .
पूर्व विधायक शैलेश पांडेय ने जीपीएम में बीजेपी की सरकार को आड़े हाथों लिया और प्रश्न किया कि जब ज़िले के कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक सुरक्षित नहीं है तो प्रदेश की जनता कैसे सुरक्षित होगी ? उन्होंने पूछा कि जब बीजेपी की साय सरकार ने जाँच कमेटी दी तो छत्तीसगढ़ की बीजेपी ने दूसरी जाँच कमेटी क्यों बनाई, क्या बीजेपी को अपनी सरकार पर भरोसा नहीं रहा ? उनका तीसरा प्रश्न था, सतनामी समाज को न्याय देने में समझदारी क्यों नहीं दिखाई दी, क्या इसकी वजह बीजेपी की अंतर्कलह है ?
बलौदा बाज़ार की घटना शासन की बड़ी भूल या नाकामी थी जो बाहर आ गई है . प्रदेश में क़ानून व्यवस्था के नाम पर सुशासन का झूठा ढोल पीटने वाली बीजेपी सरकार फेल हो गई है, उसने जनता-जनार्दन का अपमान किया है .
कार्यक्रम में ज़िला अध्यक्ष उत्तम वासुदेव ने कहा बीजेपी सरकार में भ्रष्टाचार फैला हुआ है . उन्होंने कहा कि बीजेपी ने सतनामी समाज का अपमान किया गया है . धर्म की दुहाई देने वाली बीजेपी सरकार, धर्म का अनादर कर रही है .
जिला कांग्रेस कमेटी के ज़िलाध्यक्ष उत्तम वासुदेव ने आगे कहा कि प्रदेश में क़ानून व्यवस्था ठप्प हो चुकी है . देश के इतिहास में यह पहली घटना है जहाँ कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक कार्यालय जला दिये गये . घटना बहुत शर्मनाक है परंतु इस घटना के पीछे जो सुनियोजित षड्यंत्र किसके इशारे में हुआ ?
पूर्व विधायक के के ध्रुव ने कहा कि जनता, कांग्रेस के शासन में खुश थी इस प्रकार की घटना प्रदेश में कभी नहीं होती थी .
कार्यक्रम में शैलेश पांडेय, उत्तम वासुदेव, के के ध्रुव्, मनोज गुप्ता, राकेश जालान, प्रशांत श्रीवास,अमोल पाठक, बेचू अहिरेष, अर्चना पोरते, शंकर कँवर, अजय राय, राकेश मसीह बँका जी, रमेश साहू, गजमती भानु, ममता पैकारा, राकेश मसीह, पुष्पराज ठाकुर, पवन केशरवानी, रियांश सोनी, संतोष ठाकुर, विशाल उरेती, भोला नायक, बाला प्रसाद कश्यप, गुलाब सिंग राज, मुद्रिका सर्राती, मालती वकरे, प्रेमवती कोल, शंकुन्तला रजक, अर्चन पोरते, सिया यादव, अमन शर्मा, यश शर्मा, अनमोल, अजय राय, निलेश साहू, नीरज साहू, बिट्टू बाजपेयी और बड़ी संख्या में कांग्रेस के ज़िले और ब्लाक के पदाधिकारी और महिला कांग्रेस, युवक कांग्रेस और एनएसयूआई के कार्यकर्ता उपस्थित थे .