बंधुआ मजदूरी…जिला प्रशासन की पहल पर महाराष्ट्र से छुड़ाए गए 19 ईंट भट्ठा श्रमिक…
बिलासपुर जिले के मस्तूरी विकासखण्ड के ग्राम बिनैका के 5 श्रमिक परिवारों के 19 सदस्यों को बिलासपुर कलेक्टर की पहल पर महाराष्ट्र के नागपुर जिले में ग्राम गडेगांव बुधवारी बट्टा, थाना खापा, तहसील सवनेर के ईंट भट्टे से मुक्त कराया गया है। मस्तूरी क्षेत्र के श्रमिक प्रतिवर्ष खेती-किसानी का कार्य पूर्ण होने के पश्चात् कमाने-खाने महाराष्ट्र सहित अन्य राज्यों में जाते हैं। इस वर्ष भी ग्राम बिनैका, तहसील मस्तूरी के वीर सिंह, रामफल जांगड़े, भगवती, राजेश कुर्रे और मंगलदास, इन 5 परिवारों के कुल 19 सदस्य लेबर ठेकेदार रजवा मुम्तावन एवं तिरीथ के माध्यम से ईट भट्ठा मालिक आशीष घोरे एवं सतीष के महाराष्ट्र के नागपुर जिले में ग्राम गडेगांव बुधवारी बट्टा, थाना खापा, तहसील सवनेर में स्थित ईट-भट्ठे में काम करने गए थे । वहां उक्त श्रमिकों के साथ दुर्व्यवहार एवं मारपीट की गई जिसकी शिकायत उनके गांव के सेव कुमार जांगड़े द्वारा कलेक्टर, बिलासपुर को की गई थी ।
कलेक्टर डॉ. सारांश मित्तर ने सहायक श्रम आयुक्त कार्यालय बिलासपुर को कार्यवाही करने एवं आवश्यकता पड़ने पर बिलासपुर पुलिस का सहयोग लेने का निर्देश दिया। श्रम कार्यालय बिलासपुर द्वारा कलेक्टर के निर्देशानुसार तत्काल श्रम कार्यालय, नागपुर से संपर्क किया गया ।
अंततः श्रम कार्यालय, नागपुर के सहयोग से सभी श्रमिकों एवं उनके परिवार के कुल 19 सदस्यों को छुड़ाने में सफलता मिली । सभी 19 सदस्यों को उनके कार्यस्थल ईंट भट्ठा से उसके मालिक के चंगुल से छुड़ाकर 8 फरवरी को बिलासपुर भेजा गया। सभी श्रमिक परिवार 9 फरवरी को सकुशल बिलासपुर पहुंच गए हैं। बिलासपुर पहुंचने पर उन सभी का मेडिकल कराया गया और उन्हें उनके ग्राम बिनैका, तहसील मस्तूरी भेज दिया गया है।