दिन-दहाड़े सशस्त्र डकैती का पर्दाफाश…कुख्यात अंतर्राज्यीय डकैतों ने दिया था घटना को अंजाम…बदला लेने की नीयत से कराई गई थी डक़ैती…4 आरोपी गिरफ्तार.

बिलासपुर . कांग्रेस के पदाधिकारी एवं दर्रीघाट निवासी टाकेश्वर पाटले के घर में सात सदस्यीय सशस्त्र डकैतों ने महिलाओ,बच्चों एवं अन्य को बंधक बनाते हुए कट्टे एवं चाकू की नोक पर 13 जनवरी को दिन-दहाड़े डकैती की वारदात को अंजाम दिया था और 2.50 लाख रूपये एवं सोने-चांदी के आभूषण लूटकर फरार हो गए थे । पुलिस ने आज इस डकैती काण्ड के 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है . दो आरोपी उड़ीसा और दो अन्य बिलासपुर के हैं . पुलिस ने उनके पास से 05 नग मोबाइल फोन, 1 कट्टा, 1 पिस्टल और 5000 रुपये नगद भी जब्त किये हैं . जबकि 6 आरोपी अभी भी फरार हैं .


पुलिस के अनुसार इस मामले में 10 अलग-अलग टीमें गठित कर अनुसंधान प्रारम्भ किया गया था . अनुसंधान के दौरान एक टीम ने सीसीटीवी फुटेज की जांच की, जिसमें सात आरोपी तीन मोटरसायकल में सवार होकर भागते हुए दिखाई दिए . करीब 1000 से अधिक सीसीटीवी फुटेज और 100 से अधिक गांव के रास्ते में लगे विभिन्न हाईवे मार्ग एवं राजकीय मार्गों के फुटेज देखने के बाद ही यह गिरफ्तारियां संभव हो सकी . पुलिस की दूसरी टीम ने आरोपियों की बोली, उनके पहने हुए कपड़े आदि के फुटेज पीड़ित परिवार को दिखाकर आरोपियों को चिन्हांकित किया . पुलिस की एक अन्य टीम पुराने हिस्ट्रीशीटर की लिस्ट खंगाल रही थी . पुलिस ने जेल में निरुद्ध लोगों से अहम् जानकारियां जुटाई .
घटना के अनुसंधान में लगी तकनीकी टीम ने घटनास्थल से प्राप्त सीसीटीवी फुटेज, प्राप्त पूर्व अपराधिक रिकार्ड, पीड़ित परिवार से प्राप्त जानकारी, विभिन्न गवाहों के कथन, घटनास्थल में पाई गई संदिग्ध वस्तुओं के आधार पर तकनीकी विश्लेषण किया . इसके अलावा पुलिस की चार अन्य टीमें प्रदेश के बाहर डकैतो की पतासाजी में सक्रिय रहीं ।
पुलिस द्वारा आधुनिक एवं वैज्ञानिक तरीकों से किये गये जटिल विश्लेषण से यह सुनिश्चित हो गया कि यह घटना एक सुनियोजित योजना के तहत बदला लेने के इरादे से की गई है . यह पाया गया कि अजय ध्रुवे, जो कि ग्राम लावर का रहने वाला है, से मिली जानकरी के अनुसार चिल्हाटी निवासी रमजान कुछ दिन पहले जेल से हत्या के आरोप में छूटा है तथा अपने सहयोगी आयुब खान तथा चार-पांच अन्य बाहरी लोगों के साथ घटना के एक दिन पूर्व ग्राम चिल्हाटी में देखा गया था . यह भी पता चला कि ग्राम चिल्हाटी के रमजान एवं आयुब खान, दोनो गांव छोड़कर कहीं अन्यत्र चले गये हैं . पुलिस बड़ी मुस्तैदी से उनके पीछे लगी हुई थी . डकैत बार-बार अपना ठिकाना भी बदल रहे थे . अंततः उड़ीसा की तरफ गई पुलिस की टीम घटना में शामिल छोटू सिंह पिता बबलू सिंह, उम्र 23 साल, ग्राम बसंती कालोनी वार्ड नंबर 09 उदीतनगर जिला सुंदरगढ़ तथा आनंद टोप्पो पिता सुशील टोप्पो साकिन मालगोदाम बस्ती वार्ड नंबर 10 जिला सुंदरगढ़ उड़ीसा को धर-दबोचा ।
पकड़े गये दोनो आरोपीयों ने पूछताछ दौरान बाताया कि अजय ध्रुव पिता अमर सिंह ध्रुव वर्ष 2017 में एक प्रकरण में अपने माता एवं पिता के साथ जेल में निरूद्ध रहा है । इस मामले में आरोपी अजय ध्रुव को यह जानकारी प्राप्त थी कि टाकेश्वर पाटले, जिसके घर में डकैती हुई, ने उसे जानबूझकर योजना बनाकर कर जेल भेजवाया है . आरोपी अजय कुमार ध्रुव ने टाकेश्वर पाटले से बदला लेने की नीयत से जेल में हत्या के प्रकरण में बंद साथी रमजान उर्फ उर्फ बल्ला के साथ एक योजना बनाई . जब सभी जेल से बाहर आ गए तब उन्होंने डकैती करने का दिन व स्थान सुनिश्चित किए . रमजान उर्फ बल्ला ने चिल्हाटी के रमजान को भी इसमें मिला लिया, जो कि पूर्व में गतौरा डक़ैती में शामिल रहा है। रमजान ने अपने उड़ीसा के साथियों को भी इस मामले में जोड़ लिया . बाकायदा पाटले के घर की रेकी की गई . लुछ अन्य लोग भी इस योजना में शामिल किये गए जिसमें अयूब पिता हनीफ ग्राम चिल्हाटी भी था . रमजान उर्फ बबलू उड़ीसा को मूलतः रहने वाला है इसलिए उड़ीसा के कुख्यात लोगों को इस प्रकरण में शामिल किया गया जिसमें अनिल शाह , माइकल उर्फ राहुल सिंह ,टोनी उर्फ आनंद टोप्पो आदि को शामिल हैं . रमजान ने ग्राम सिमरिया के एक अन्य साथी तुलसी भारती को भी रायगढ़ बुलाया । सभी वहां से योजनाबद्ध तरीके से उड़ीसा से रायगढ़ पहुंचे जहां पर रायगढ़ में एक ही स्थान पर उड़ीसा से आए रुपेश ग्रुप दुर्गेश, रमजान उर्फ बबलू ,अनिल साय, टोनी उर्फ आनंद टोप्पो माइकल उर्फ राहुल सिंह एवं तुलसी भारती वहां पर पहुंचे जबकि चिल्हाटी से रमजान उर्फ बल्ला एवं अयूब योजनाबद्ध तरीके से योजना के मुताबिक रायगढ़ पहुंचे . वहीँ डकैती की योजना को अंतिम रूप दिया गया और सभी 12 तारीख की रात चिल्हाटी पहुंचे . अगले दिन 13 तारीख को सुबह योजनाबद्ध तरीके से ग्राम चिल्हाटी से रवाना होकर 3 वाहनों में अलग-अलग 7 लोग घटना को अंजाम देने ग्राम दर्रीघाट पहुंचे . डकैती के बाद सभी ग्राम दर्रीघाट से कोटमी सुनार होते हुए अलग-अलग स्थानों से भाग गए .
पुलिस के अनुसार इस पूरे प्रकरण में अजय कुमार ध्रुव, जोकि अपने माता पिता का अपने साथ जेल गया था, उसे इस बात का मलाल था और वह क्षुब्ध था कि उसे टाकेशर पाटले ने फंसा दिया है . उसी ने बदला लेने की नीयत से रमजान उर्फ बल्ला के साथ मिलकर टाकेश्वर पाटले के घर में डकैती करवाने का षड्यंत्र रचा ।
पुलिस के अनुसार इस वक्त आनंद टोप्पो ऊर्फ टोनी पिता सुशील टोप्पो उम्र 22 साकिन मॉल गोदाम बस्ती वार्ड नंबर 10 जिला सुंदरगढ़ उड़ीसा

और छोटू सिंह पिता बबलू सिंह उम्र 23वर्ष साकीन बसंती कॉलोनी वार्ड नंबर 09 थाना उदित नगर जिला सुंदरगढ़ उड़ीसा और अजय कुमार ध्रुव पिता अमर सिंह ध्रुव उम्र 21 वर्ष लावर थाना मस्तुरी जिला बिलासपुर व दुर्गेश ध्रुव ऊर्फ रूपेश पिता विजय ध्रुव उम्र 28 वर्ष साकीन गणेशनगर नयापारा सिरगिट्टी जिला बिलासपुर पुलिस की गिरफ्त में हैं जबकि डकैती के मास्टर माइंड रमजान सहित आयुब एवं माइकल अभी तक पुलिस की पकड़ से बाहर है . पुलिस की एक टीम उनका पीछा कर रही है . उन्हें शीघ्र प्रकड़ कर सलाखों के पीछे भेजा जाएगा।

सम्पादक

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