अंचल शर्मा और साथियों ने दी संगीत की देवी लता जी को स्वरांजलि…

अंचल शर्मा और साथियों ने दी संगीत की देवी लता जी को स्वरांजलि…

आर आर रिसॉर्ट में हुआ आयोजन, देर रात तक स्वर-लहरियों में डूबे रहे रसिक श्रोता…

बिलासपुर (मीडियांतर प्रतिनिधि) अंचल के मशहूर गायक अंचल शर्मा और साथियों ने संगीत की देवी, स्वर कोकिला लता मंगेशकर को स्वरांजलि दी। आरआर रिसोर्ट में सांस्कृतिक कार्यक्रम “यादें” का शनिवार को आयोजन किया गया। गत माह स्वर सम्राज्ञी लता जी का अवसान हो गया था, अंचल शर्मा म्यूजिकल ग्रुप ने उन्हें याद करते हुए यह संगीतमय श्रद्धांजलि दी।

अंचल शर्मा म्यूजिकल ग्रुप


कार्यक्रम की शुरुआत में प्रदेश के पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल, कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता अभय नारायण राय, भाजपा नेता रामदेव कुमावत, संदीप गुप्ता, डॉ एस के वर्मा, डॉ सुनीता वर्मा ने लता जी के छाया-चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की। इसके पश्चात संगीतमय प्रस्तुतियां प्रारंभ हुई। अंचल शर्मा की धर्मपत्नी ज्योति शर्मा ने लता मंगेशकर के गाए फिल्म महल के पहले गीत- आएगा आने वाला…से स्वरांजलि का आगाज किया। उनकी पुत्री सुश्री माहुरी शर्मा ने लता जी के गीत- लुकाछिपी… को पेश किया।

अंचल शर्मा और ज्योति शर्मा


बेहतरीन प्रकाश संयोजन और ध्वनि व्यवस्था के बीच शहर की उभरती गायिका सुश्री श्रुति प्रभला ने- बइयां न धरो… गीत की प्रस्तुति पूरे शास्त्रीय-भाव से दी। श्रुति के गीत की प्रेक्षकों ने भूरि-भूरि प्रशंसा की। इसी क्रम में माहुरी शर्मा ने फिल्म इम्तिहान का एक बेहद कठिन गीत- रोज शाम आती थी…प्रस्तुत किया जिसकी खूब प्रशंसा हुई । अंचल शर्मा के गायक पुत्र शगुन और पुत्री माहुरी ने फिल्म आंधी का गीत- तेरे बिना जिंदगी से कोई शिकवा तो नहीं…की प्रस्तुति देकर समां बाँध दिया। बाद में स्वयं अंचल शर्मा और ज्योति शर्मा ने फिल्म पत्थर के सनम का एक युगल गीत-मेहबूब मेरे मेहबूब मेरे…प्रस्तुत किया।

श्रुति प्रभला


श्रद्धांजलि कार्यक्रम के दौरान राजेश दुआ और श्रुति ने फिल्म सरस्वतीचंद्र का गीत- फूल तुम्हें भेजा है खत में…की युगल प्रस्तुति दी। कार्यक्रम का खास आकर्षण रहा पुरानी फिल्म नागिन और नई नागिन के गीतों का कांबिनेशन, पुरानी नागिन का गीत-मेरा दिल ये पुकारे आजा…ज्योति शर्मा की एकल प्रस्तुति थी जबकि नई नागिन का गीत- तेरे संग प्यार मैं नहीं तोड़ना…की प्रस्तुति ज्योति और अंचल के बड़े भाई युगल शर्मा ने दी। ज्योति शर्मा ने फिल्म पाकीजा का गीत- मौसम है आशिकाना…गाकर खूब वाहवाही बटोरी।
लता जी के गाये हुए ढेर सारे गीतों की कड़ी देर रात तक चलती रही। लता दीदी को उनके अमर गीतों के माध्यम से याद करने की श्रृंखला में सिंथेसाइजर पर शिवा मेश्राम, पैड पर मोनू यादव, ढोलक पर गोवर्धन जी (दद्दू) तबले पर अश्वनी कुमार और गिटार पर शगुन शर्मा ने संगत की। कार्यक्रम में आर्केस्ट्रा के साथ-साथ कुछ गीतों को ट्रैक पर भी गाया गया। कार्यक्रम में अनप्लग, मेडले और फ्यूज़न संगीत शैली का भी अनूठा प्रयोग किया गया।

राजेश दुआ और श्रुति प्रभला


स्वरांजलि सभा का ओजस्वी संचालन श्रीचंद माखीजा और युगल शर्मा ने किया। कार्यक्रम में प्रियांशु मिश्रा, अभिनव सोनी, पंकज सोनी और सारंग क्षीरसागर का अतुलनीय सहयोग रहा . पूरे कार्यक्रम के दौरान वरिष्ठ कांग्रेस नेता अनिल टाह, टाटा महाराज, चरणजीत खनूजा. भाजपा नेता राजू मौर्य, आरआर रिसॉर्ट के संचालक जगदीश ग्रोवर, साहित्यकार द्वारिका प्रसाद अग्रवाल, जगदीश दुआ, गायक गिरीश त्रिवेदी, रामाराव, अतुलकांत खरे, रिंकू मित्रा, वीरेंद्र अग्रवाल, डॉ. होतचंदानी सहित अनेक गणमान्य नागरिक सपरिवार उपस्थित थे।

सम्पादक

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