आम आदमी पार्टी का आरोप ; लचर स्वास्थ्य व्यवस्था की भेंट चढ़ी एक 9 वर्ष की बच्ची, 10 लाख मुआवजा की मांग…
बिलासपुर . आम आदमी पार्टी के पदाधिकारियों ने गुरुवार को बिलासपुर प्रेस क्लब पहुंचकर राज्य सरकार के स्वास्थ्य महकमे की जमकर खिंचाई की। आप के प्रदेश कोषाध्यक्ष जसबीर सिंह चावला, प्रदेश प्रवक्ता एडवोकेट प्रियंका शुक्ला, जिला अध्यक्ष सलीम काजी और बिल्हा विधानसभा से संजय गढेवाल ने बताया कि दिनांक 6 जून को ग्राम देवकिरारी, ब्लाक बिल्हा, जिला बिलासपुर के करीब 40 से अधिक लोग चाट-गुपचुप खाने से फूड पाइजनिंग के शिकार हो गए। इनमें से एक बच्ची, मीनाक्षी कोशले, उम्र 9 वर्ष, पिता चंद्रप्रकाश कोशले, की मृत्यु बिल्हा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से सिम्स बिलासपुर लाते समय हो गयी ।
6 जून को शाम को ही खबर मिलने के बाद आम आदमी पार्टी के प्रदेश कोषाध्यक्ष जसबीर सिंग, बिल्हा विधानसभा सचिव रवि यादव , केजू वर्मा, खगेश केवट और साथी बिल्हा सामुदायिक स्वास्थय केंद्र पहुंचे। वहां अफरा-तफरी की स्थिति थी और 4 बच्चों को सिम्स, बिलासपुर रेफेर किया गया, जिसमे से 2 सिम्स गए और 2 प्राइवेट हॉस्पिटल चले गए।
बिल्हा अस्पताल के दूसरे माले पर करीब 20 मरीज भर्ती थे, जिन्हें अटेंड करने के लिए कोई नर्स या स्वास्थ्य कर्मी हाजिर नहीं था, सिर्फ एक डॉक्टर भू-तल पर उपलब्ध थे। सभी मरीजों में भय व्याप्त था और शौचालय, अस्पताल के कमरे के बाहर का कॉरिडोर और सीढ़ियों में गंदगी फ़ैली हुई थी | फ़ूड पाइजनिंग के कारण, मरीज बार-बार उल्टी डस्ट के लिए जा रहे थे, किन्तु गंदगी और अव्यवस्था के कारण उनकी हालत पहले से ज्यादा ख़राब होती जा रही थी । सरदार जसबीर सिंग के सवाल-जवाब करने के बाद, स्वास्थ्य अमला थोडा-बहुत हरकत में आया लेकिन फिर भी बच्ची की जान नहीं बच सकी।
आप के पदाधिकारियों ने आगे बताया कि पीड़ितों को उचित ईलाज दिलाना हमारी प्राथमिकता थी . इसके लिए हमने लड़ाई लड़ी, पहले सिम्स में और फिर रात 2 बजे बिल्हा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में . काफी मशक्कत के बाद हमने स्वास्थ्य महकमे से किसी तरह बाकी के 20 लोगों की उचित देखभाल की व्यवस्था दिलवाई । आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया कि लाखों की सेलरी पाने वाले स्वास्थ्य कर्मी मरीजों के ईलाज के प्रति लापरवाह हैं . ग्राम देवकिरारी स्थित उप-स्वास्थ्य केंद्र और आस-पास के ग्राम हथनी एवं अमेरीकापा के उप-स्वास्थ्य केंद्र करीब पिछले 4 सालों से बंद पड़े हैं, कई बार पत्र लिखने के बाद भी, बहरी सरकार के कानों में जूं नहीं रेंगती और नतीजतन, एक बच्ची को अपनी जान गंवानी पड़ी .
उन्होंने बताया कि इस बच्ची की बड़ी बहन साक्षी कोशले, उम्र 11 वर्ष को, सिम्स से डिस्चार्ज करवाकर, प्राइवेट हॉस्पिटल में एडमिट करवाना पड़ा, क्योंकि परिजन, एक बेटी की मृत्यु के बाद दूसरी बेटी के उचित ईलाज को लेकर सशंकित थे . उन्होंने 6 जून की रात बड़ी मुश्किल से काटी और 7 जून को बच्ची को शिफ्ट करवा दिया गया . जाहिर है, सिम्स में बच्ची का उचित इलाज नहीं किया जा रहा था। इस बच्चे के इलाज का खर्च भी पार्टी के पदाधिकारी वहन कर रहे हैं ।
आम आदमी पार्टी के जिलाध्यक्ष सलीम काजी ने पत्र-वार्ता में साफ़ कहा कि हम प्रशासन से 10 लाख रूपये के मुआवजा राशि की मांग करते हैं । उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई है . निकम्मी सरकारों को आम आदमी की जान की परवाह नहीं है . अगर यही स्थिति रही और इसमें जल्द हो कोई सुधार नहीं लाया गया तो और आम आदमी पार्टी सड़क की लड़ाई लड़ेगी .