खोंगसरा के पास ट्रेन की चपेट में आकर मादा तेंदुआ की मौत…
बिलासपुर-कटनी रेल मार्ग में खोंगसरा के समीप शुक्रवार की रात ट्रेन की चपेट में आकर एक मादा तेंदुआ की मौत हो गई है . घटना बिलासपुर जिले के कोटा क्षेत्र के परियोजना मंडल, वन विकास निगम के टुलुप वन बीट में हुई है . ट्रेन की चपेट में आकर मादा तेंदुआ का शरीर दो हिस्सों में बंट गया है . वन विभाग के तीन डॉक्टरों की टीम बिलासपुर से शव का पोस्टमार्टम करने मौके पर रवाना हो गई है .
बिलासपुर वन मंडल में डीएफओ कुमार निशांत ने बताया कि बिलासपुर-कटनी रेल मार्ग में खोंगसरा के समीप शुक्रवार की देर रात ट्रेन की चपेट में आकर एक मादा तेंदुआ की मौत हो गई है . हादसे में मादा तेंदुआ का शरीर दो हिस्सों में बंट गया है . घटना परियोजना मंडल, वन विकास निगम, कोटा के अंतर्गत टुलुप वन बीट की है . घटनास्थल के समीप से ही अचानकमार टाइगर रिजर्व का बफर जोन शुरू हो जाता है .
वन अधिकारी ने बताया कि हादसे की सूचना आज सुबह मिली है। वन विभाग का अमला मौके पर मौजूद है और बिलासपुर से तीन डॉक्टरों की टीम पोस्टमार्टम के लिए रवाना हो चुकी है .
कोटा वन विकास निगम के एसडीओ, फारेस्ट ललित दुबे ने बताया कि मादा तेंदुआ का शव वन कर्मियों की निगरानी में है . तेंदुआ की उम्र अनुमानतः 10 वर्ष के आसपास होनी चाहिए . विस्तृत विवरण पोस्टमार्टम के बाद ही दिया जा सकता है .
वन अधिकारी ने हादसे को दुर्घटना मानते हुए किसी भी किस्म के शिकार की संभावना से इनकार किया है . उन्होंने कहा कि बिलासपुर के वन क्षेत्र में तेज गति से रेल परिवहन के कारण वन्य जीवों के चपेट में आ जाने की घटनाओं को दृष्टिगत रखते हुए वन विभाग शीघ्र ही रेल प्रशासन को एक पत्र प्रेषित करने जा रहा हैं . पत्र में उल्लेख किया जायेगा कि क्षेत्र की रेल लाइन के दोनों तरफ घना जंगल है . स्वाभाविक रूप से यह वन्य जीवों के विचरण का इलाका है . वन्य जीवों की रक्षा की दृष्टि से इस क्षेत्र में रेल परिचालन, नियंत्रित गति से किया जाए .