बिलासपुर में 3 मंजिला व्यावसायिक इमारत ढही, ननि ने 5 सदस्यीय जांच-समिति बनाई, नेताओं ने मुआवजा माँगा, ठेकेदार संघ ने 5 लाख की सहायता राशि तत्काल दे दी…

बिलासपुर में 3 मंजिला व्यावसायिक इमारत ढही, ननि ने 5 सदस्यीय जांच-समिति बनाई, नेताओं ने मुआवजा माँगा, ठेकेदार संघ ने 5 लाख की सहायता राशि तत्काल दे दी…

छत्तीसगढ़ के बिलासपुर शहर के व्यावसायिक क्षेत्र मंगला चौक पर स्थित तीन मंजिला इमारत शनिवार की सुबह भरभराकर गिर पड़ी . हादसे में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है . मलबा हटाने के लिए पुलिस और निगम का बचाव दल मौके पर मौजूद है . इस इमारत के मालिक विशाल गुप्ता वहां ज्वेलरी और दवाई की दुकान चला रहे थे . जिस स्थान पर यह इमारत मौजूद हैं उसके बाजू में ही नगर निगम खुदाई करके नाली निर्माण करा रहा है . नगर विधायक शैलेश पाण्डेय, पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल, पूर्व महापौर राजेश पाण्डेय और स्थानीय व्यापारियों ने इसे नगर निगम की लापरवाही बताते हुए मुआवजे की मांग की है . आम आदमी पार्टी के नेता जसबीर सिंह चावला और एडवोकेट प्रियंका शुक्ला ने बाकायदा प्रेस कांफ्रेंस करके प्रभावित पक्ष को 1 करोड़ मुआवजा देने की मांग की है . महापौर रामशरण यादव ने कहा है कि मामले की जांच के बाद मुआवजा आदि देने की व्यवस्था पर सहानुभूतिपूर्वक विचार किया जायेगा .


उधर, नगर निगम के आयुक्त कुनाल दुदावत ने बताया है कि मंगला चौक में इमारत गिरने के मामले में अपर-आयुक्त की अध्यक्षता में 5 सदस्यीय जाँच समिति बनाई गई है . जांच समिति में एडीशनल कमिश्नर नगर निगम, मुख्य अभियंता नगर निगम, भवन अधिकारी नगर निगम, सुपरिटेंडेट इन्जीनियर और पीडब्लूडी के इंजीनियर शामिल किया गए हैं . उन्होंने बताया कि यह समिति 3 दिनों के भीतर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी . निगम कमिश्नर ने बताया कि दुकान संचालक को नाली-निर्माण करने वाले ठेकेदार संघ ने मानवीय आधार पर 5 लाख रूपये का चेक तात्कालिक सहायता के रूप में प्रदान किया है . जांच-समिति की रिपोर्ट के बाद ही आगे की कार्यवाही की जाएगी .
सिविल लाइन पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार बिलासपुर के मंगला चौक में स्थित तीन मंजिला व्यावसायिक इमारत शनिवार की सुबह 6.45 बजे एकाएक ढह गई . सुबह का वक्त होने के कारण दुकानें खुली नहीं थी और न ही वहां कोई विशेष आवागमन था, इसलिए कोई भी व्यक्ति इससे प्रभावित नहीं हुआ है . इस इमारत में चल रही ज्वेलरी और दवाई की दुकान पूरी तरह जमींदोज हो गई है . कानून और व्यवस्था बनाये रखने की दृष्टि से पुलिस बल मौके पर मौजूद है जबकि नगर पालिक निगम का अमला वहां से मलबा आदि हटाने का कार्य कर रहा है . पुलिस और स्थानीय नागरिकों के अनुसार जिस स्थान पर यह बिल्डिंग है, उसके बाजू में ही नगर निगम खुदाई करके नाली निर्माण करा रहा है .
जानकारी के अनुसार बिलासपुर शहर में मानसून के वक्त जलभराव की समस्या से निपटने के लिए नगर निगम अलग-अलग स्थानों में नालियों का निर्माण करा रहा है . मंगला चौक से रिंग रोड-2 तक भी नाली-निर्माण का काम मानसून के आने के बाद भी जारी है .


स्थानीय व्यापारियों ने आरोप लगाया है कि नाली निर्माण के लिए बेतरतीब खुदाई से आसपास की अनेक इमारतों की नींव कमजोर हो गई हैं . निगम द्वारा लापरवाहीपूर्वक निर्माण कार्य की वजह से शनिवार की सुबह तीन मंजिला इमारत गिरने का हादसा हुआ है .
नगर विधायक शैलेश पाण्डेय, पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल, पूर्व महापौर राजेश पाण्डेय और स्थानीय व्यापारियों ने भी इसे नगर निगम की लापरवाही बताते हुए मुआवजे की मांग की है . आम आदमी पार्टी के नेता जसबीर सिंह चावला और एडवोकेट प्रियंका शुक्ला ने बाकायदा प्रेस कांफ्रेंस करके प्रभावित पक्ष को 1 करोड़ मुआवजा देने की मांग की है . महापौर रामशरण यादव ने कहा है कि मामले की जांच के बाद मुआवजा आदि देने की व्यवस्था पर विचार किया जायेगा .
उधर, नगर निगम के आयुक्त कुनाल दुदावत ने 5 सदस्यीय जांच समिति का गठन कर दिया है . यह समिति 3 दिनों के भीतर अपनी जांच-रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी . इसके पहले नाली-निर्माण में लगे ठेकेदार संघ ने मानवीय आधार पर दुकान संचालक को 5 लाख रूपये की सहायता राशि का चेक प्रदान किया है .

सम्पादक

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