हेड-मास्टर ने ईश्वर में आस्था को अस्वीकार करने की शपथ दिलाई, पुलिस ने धार्मिक भावनाओं को आहत करने के आरोप में किया गिरफ्तार…
छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में देवी-देवताओं के प्रति आस्था नहीं रखने की शपथ दिलाने वाले एक हेडमास्टर के खिलाफ पुलिस ने केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है . इस संबंध में सोशल मीडिया पर एक वीडियो भी वायरल हुआ है . पुलिस ने धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाले आरोपी को रविवार को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड पर भेज दिया है . मामला रतनपुर थाना क्षेत्र का है .
पुलिस के अनुसार धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाले रतनपुर क्षेत्र के ग्राम मोहतराई निवासी आरोपी रतनलाल सरोवर (60) को शिकायत मिलने के चंद घंटों के अन्दर रविवार शाम को गिरफ्तार कर लिया गया है .
पुलिस ने बताया है कि रूपेश कुमार शुक्ला ने 28 जनवरी को थाना रतनपुर में उपस्थित होकर लिखित आवेदन पत्र पेश कर रिपोर्ट दर्ज कराई कि 22 जनवरी को अयोध्या में श्रीरामलला के मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के दौरान गाँव मोहतराई में भी हर्ष एवं उल्लास का माहौल बना हुआ था . उसी दिन रतनपुर थाना क्षेत्रान्तर्गत ग्राम मोहतराई निवासी प्रधान पाठक रतनलाल सरोवर द्वारा गांव के व्यक्तियों को चौक में एकत्रित कर हिन्दुओं के आराध्य भोलेनाथ (भगवान शिव), भगवान श्रीराम, श्री कृष्ण एवं अन्य हिन्दू देवी-देवताओं की पूजा-अर्चना न करने की शपथ दिलाई . रिपोर्ट में लिखाया गया है कि रतनलाल के इस कृत्य से सनातन धर्म अनुवायियों के भावनाओं को ठेस पहुंची है तथा इससे क्षेत्र में धार्मिक मनमुटाव फैल रहा है .
रतनपुर पुलिस ने प्रार्थी की रिपोर्ट पर उक्त व्यक्ति के खिलाफ अपराध कायम कर मामले को विवेचना में लिया गया . पुलिस ने धार्मिक उन्माद संबंधी अपराध होने की वजह से त्वरित कार्यवाही करते हुये आरोपी रतनलाल सरोवर निवासी मोहतराई को चंद घंटो में गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड पर भेज दिया .
प्राप्त जानकारी के अनुसार इससे पहले 27 जनवरी को शासकीय शाला में प्रधान पाठक रतनलाल सरोवर का वीडियो वायरल हुआ जिसमें वह एकत्रित लोगों को ब्रह्मा, विष्णु, महेश को नहीं मानने और पूजा नहीं करने और बौद्ध धर्म स्वीकार करने की शपथ दिलाता दिखाई दे रहा है . वीडियो वायरल होने के बाद जिला शिक्षा अधिकारी टीआर साहू ने इसे शासकीय गरिमा के खिलाफ मानते हुए हेडमास्टर को सस्पेंड कर दिया और विभागीय जांच के आदेश भी दिए . इस संबंध में सोमवार को एक कमेटी का गठन भी किया गया है जो दो दिन के भीतर मामले की जांच करके रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी .
दूसरी तरफ, वीडियो के वायरल होने के बाद हेडमास्टर रतनलाल सरोवर के खिलाफ लोगों का गुस्सा भड़क उठा . रविवार को बजरंग दल और हिंदू संगठनों ने इस घटना का विरोध किया . मामले की शिकायत रतनपुर थाने में की गई . जिसके बाद पुलिस ने प्रधान पाठक रतनलाल सरोवर के खिलाफ धारा 153-क, 295-क के तहत मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया .