GPM : करैत सांप के डसने से सगे भाई-बहन की मौत…
छत्तीसगढ़ के जीपीएम जिले के मरवाही क्षेत्र में दो दिन पहले सर्पदंश से सगे भाई-बहन की मौत हो गई . बच्चे रात को खाना खाकर सोने चले गए थे . देर रात बच्चों की तबियत बिगड़ी . बच्चों के माता-पिता उन्हें लेकर अस्पताल पहुंचे जहाँ डॉक्टर ने 8 वर्षीय बच्ची को मृत घोषित कर दिया . बच्ची के 12 वर्षीय भाई को मरवाही स्वास्थ्य केंद्र से गौरेला जिला अस्पताल भेजा गया . डॉक्टरों ने उसे प्राथमिक उपचार के बाद बिलासपुर के सिम्स अस्पताल रिफर कर दिया लेकिन रास्ते में बच्चे ने भी दम तोड़ दिया .
मरवाही थाने से मिली जानकारी के अनुसार घटना शुक्रवार की रात की है . निकटस्थ ग्राम धुम्माटोला के निवासी तोपसिंह पोर्ते का 12 वर्षीय पुत्र लोकेश और 8 वर्षीय पुत्री संघ्या, रात का खाना खाने के बाद सोने चले गए . रात करीब 11 बजे अचानक संध्या की तबियत खराब हुई . उसे भयंकर पेट दर्द और उलटी आदि होने लगी . इसके पहले बच्ची के माता-पिता कुछ समझ पाते लोकेश की हालत भी बिगड़ने लगी . देर रात को ही उन्हें सीएचसी, मरवाही लाया गया वहां डॉक्टर ने संध्या को मृत घोषित कर दिया . वहीँ लोकेश का भी ईलाज चल रहा था . पेट-दर्द की शिकायत ठीक हो जाने पर उसके पिता वापस उसे घर ले आये . घर पहुँचने पर लोकेश की हालत फिर ख़राब होने लगी . शनिवार की सुबह उसे फिर से अस्पताल लाया गया . उसके मुंह से झाग निकल रहा था .
डॉक्टरों ने सर्पदंश की आशंका से लोकेश को एंटी स्नेक वेनम का इंजेक्शन भी लगाया लेकिन उसकी हालत में कोई विशेष सुधार नहीं हुआ . डॉक्टरों ने उसे गौरेला के जिला अस्पताल भेज दिया जहाँ से उसे बिलासपुर के सिम्स अस्पताल रिफर कर दिया गया . लोकेश को जब सिम्स अस्पताल लाया जा रहा था तभी रास्ते में ग्राम बसंतपुर के पास उसकी भी मौत हो गई .
इस बीच तोपसिंह के घर में परिजन व अन्य लोग जब बच्चों के बिस्तर की साफ-सफाई कर रहे थे तभी उन्हें कम्बल में लिपटा करैत सांप दिखा . परिजनों को यह समझते देर नहीं लगी कि सर्पदंश से ही दोनों की मृत्यु हुई है . वहां मौजूद लोगों ने सांप को लाठी से पीटकर मार डाला .
पुलिस के अनुसार शनिवार को ही दोनों बच्चों के शवों को एक साथ दफ़न कर दिया गया . बाद में सर्पदंश से मौत होने पर मुआवजा राशि मिलने की जानकारी प्राप्त होने पर इसकी सूचना थाने में दी गई . पुलिस ने मर्ग कायम कर दोनों बच्चों के शव निकलवाये और पंचनामा कर शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया . पोस्टमार्टम के बाद वापस शवों को दफना दिया गया है . पुलिस आगे की कार्यवाही कर रही है .
मरवाही पुलिस ने फिलहाल इस बात से इनकार किया है कि सर्पदंश से पीड़ित लोकेश की जान बचाने के लिए परिजन उसे सिम्स अस्पताल ले जाने के बजाय अपने घर ले गए और वहां उन्होंने झाड़-फूंक का सहारा लिया जिससे उसकी मौत हो गई .