योग दिवस काउंटडाउन कार्यक्रम…
सीआरपीएफ जवानों को आईजी डांगी का फिटनेस मंत्र, आदत बना लें योग…

बिलासपुर। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के क्षेत्रीय लोकसंपर्क कार्यालय, बिलासपुर द्वारा आजादी के अमृत महोत्सव, अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का काउंटडाउन शुरू कर दिया गया है । अंतरराष्ट्रीय योग दिवस, 21 जून के 39 दिन पूर्व भरनी स्थित समूह केंद्र, सीआरपीएफ, बिलासपुर के परेड ग्राउंड में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि, योग के लिए वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, लंदन द्वारा सर्टिफिकेट ऑफ कमिटमेंट से सम्मानित बिलासपुर रेंज के आईजी रतनलाल डांगी थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता सीआरपीएफ बिलासपुर के डीआईजी एलएन मिश्रा ने की।

इस अवसर पर आईजी डांगी ने जवानों के साथ योग से लाभ के संबंध में प्रत्यक्ष संवाद करते हुए कहा कि बगैर निर्धारित समयावधि के अनवरत ड्यूटी करने वाले जवानों के मन और तन को स्वस्थ्य रखने का सबसे सटीक तरीक़ा है, रोज योग करना। शरीर स्वस्थ्य रहेगा तो मन स्वस्थ्य रहेगा। उन्होंने कहा कि योग से मांसपेशियां पुष्ट होती हैं। शरीर तंदुरुस्त बनता है। इससे शरीर से फैट को भी कम किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि योग मानसिक खुराक की तरह है इसलिए इसे प्रतिदिन अनिवार्य रूप से करन चाहिए ताकि तनावमुक्त रहा जा सके।

आईजी डांगी ने कहा योगाभ्यास केवल दिखावे के लिए नहीं किया जाना चाहिए। बल्कि इसे नियमित रुप से हर एक व्यक्ति को अपने जीवन में शामिल करना चाहिए। योग करने वाले व्यक्ति निरोग होते हैं। उन्होंने कोरोना काल का उदाहरण देते हुए कहा कि नियमित तौर पर योग करने वाले लोगों ने ज्यादा आसानी से कोरोना को मात दी। उन्होंने जवानों व उनके परिवार के सदस्यों को नियमित तौर पर योग करने के लाभों से अवगत कराया।

अध्यक्षीय उद्बोधन में सीआरपीएफ, बिलासपुर के डीआईजी एलएन मिश्रा ने कहा कि योग के महत्व को समझते हुए सीआरपीएफ जवानों को एक दिन पीटी तो दूसरे दिन योगाभ्यास कराया जा रहा है। उन्होंने कार्यक्रम में सहभागिता कर रहे सभी लोगों से योग के व्यापक प्रचार-प्रसार का आह्वान किया। डीआईजी ने कहा कि योग का किसी धर्म-संप्रदाय से कोई लेना-देना नहीं है। यह शरीर को फिट रखने का एक माध्यम मात्र है। अपनी इन्हीं विशेषताओं के कारण पूरा विश्व योग को अपना रहा है।

पूर्व में क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी डॉ. प्रेम कुमार ने सभी अतिथियों का स्वागत किया तथा कार्यक्रम के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम के संयोजन में सीआरपीएफ के डिप्टी कमांडेंट कृपा कंवर व मयंक डनसेना का महत्वपूर्ण योगदान रहा। कार्यक्रम के दौरान अनेक प्रकार की जागरूकता प्रतियोगिताएं भी आयोजित की गई। योगाचार्य सत्यम तिवारी व खिलेश्वरी साहू के मार्गदर्शन में कॉमन योग प्रोटोकॉल के तहत सामूहिक योगाभ्यास किया गया। कार्यक्रम के अंत में उपस्थित अतिथियों को प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ एफपीए केवी गिरी ने किया। कार्यक्रम में सीआरपीएफ जवान, उनके परिवार के सदस्य, बच्चे, बुजुर्ग, महिलाओं समेत एनएसएस व एनवायकेएस वॉलेंटियर्स की सहभागिता रही।

कमांडेंट ने कविता से समझाया योग का महत्व…
समूह केंद्र बिलासपुर के कमांडेंट रामबिलास गुप्ता ने आभार प्रकट करने के लिए अनोखा माध्यम अपनाया। उन्होंने स्वरचित कविता ‘योग है बहुपयोगी’ के जरिये लोगों को योग का महत्व बताया। उन्होंने कहा कि जिस दिन लोग योग के महत्व को मानकर योग को आत्मसात कर लेंगे, सभी प्रकार की बीमारियां अपने-आप दूर हो जाएगी । उन्होंने काव्य-शैली में सभी अतिथियों का आभार प्रकट किया। वहीं सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के पंजीकृत गीत-संगीत दल के कलाकारों ने गीत-संगीत के साथ योग के महत्व के बारे में बताया।

सिपाही गजेंद्र का योगाभ्यास रहा सबसे सुंदर…
इस अवसर पर सबसे सुंदर योगाभ्यास प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें सिपाही गजेंद्र कुमार को पहला, नितिन कुमार को दूसरा व अजय कुमार को तीसरा स्थान मिला। चित्रकला प्रतियोगिता जूनियर वर्ग में तान्या साहू को पहला, आर्यन को दूसरा व भूमिका साहू को तीसरा स्थान प्राप्त हुआ। सीनियर वर्ग में दीक्षा साहू ने बाजी मारी। दूसरे स्थान पर कामाक्षी साहू रही वहीँ कौशल्या सैनी को तीसरा स्थान प्राप्त हुआ। सभी विजेता प्रतिभागियों को आईजी रतनलाल डांगी व डीआईजी एलएन मिश्रा द्वारा पुरस्कार व प्रमाणपत्र प्रदान किया गया।
