हाईकोर्ट ; झीरमघाटी हत्याकांड, नये जांच आयोग की कार्यवाही पर फिलहाल रोक, राज्य सरकार से जवाब तलब, अगली सुनवाई 4 जुलाई को…

छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट में चीफ जस्टिस की युगल पीठ ने बुधवार को प्रदेश के बहुचर्चित झीरमघाटी हत्याकाण्ड के लिए गठित नए जांच आयोग की कार्यवाही पर अगली सुनवाई तक रोक लगा दी है . विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने राज्य शासन द्वारा गठित नए आयोग की संवैधानिकता को चुनौती देते हुए हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर की थी . हाईकोर्ट ने इस मामले में राज्य शासन तथा आयोग को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है . मामले में अगली सुनवाई 4 जुलाई को होगी .
एडवोकेट विवेक शर्मा ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा झीरम घाटी मामले में एक नया जांच आयोग गठित करने पर विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने एक जनहित याचिका दायर कर आयोग की संवैधानिकता को चुनौती दी थी . याचिका में कहा गया कि वर्ष 2013 में हुए झीरम घाटी हत्याकांड के बाद तत्कालीन राज्य सरकार ने जस्टिस प्रशांत मिश्रा की अध्यक्षता वाले एक न्यायिक जांच आयोग का गठन किया था . आयोग ने 6 नवम्बर 2021 को जांच रिपोर्ट राज्यपाल को सौप दी थी लेकिन वर्तमान राज्य सरकार ने नियमानुसार जांच रिपोर्ट 6 माह के भीतर विधानसभा में प्रस्तुत नहीं की और 11 नवम्बर 2021 को दो सदस्यीय नया जांच आयोग गठित कर दिया . याचिका में कहा गया कि एक न्यायिक आयोग जिस मामले की जांच कर चुका है, उसी मामले की दोबारा जांच के लिए नए आयोग का गठन नहीं किया जा सकता . यह भी कहा गया कि नए आयोग का गठन राजनैतिक दुर्भावनावश किया गया है . याचिका में नये आयोग के गठन को अवैधानिक बताते हुए उसे भंग करने की मांग की गई .
हाईकोर्ट में चीफ जस्टिस अरूप कुमार गोस्वामी और जस्टिस आरसीएस सामंत की युगल पीठ के समक्ष बुधवार को सुनवाई हुई . सभी पक्षों को सुनने के बाद हाईकोर्ट ने झीरमघाटी हत्याकाण्ड के लिए गठित नए आयोग की कार्यवाही पर अगली सुनवाई तक रोक लगा दी है . हाईकोर्ट ने इस मामले में राज्य शासन तथा आयोग को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है . मामले में अगली सुनवाई 4 जुलाई को होगी .
वर्ष 2013 की 25 मई को छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस के तत्कालीन अध्यक्ष नंदकुमार पटेल के नेतृत्व में बस्तर के सुकमा क्षेत्र में कांग्रेस की परिवर्तन रैली आयोजित थी . रैली में अध्यक्ष पटेल के अलावा उनके पुत्र दिनेश पटेल, बस्तर के दिग्गज कांग्रेस नेता महेंद्र कर्मा, पूर्व केन्द्रीय मंत्री विद्याचरण शुक्ल, उदय मजुमदार सहित अनेक कांग्रेसी नेता व कार्यकर्ता मौजूद थे . रैली के बाद सभी नेता व कार्यकर्ता अलग-अलग गाड़ियों से सड़क मार्ग से जगदलपुर की तरफ लौट रहे थे . अभी नेताओं का काफिला झीरम घाटी के पास पहुंचा ही था तभी शाम करीब 4 बजे नक्सलियों ने घात लगाकर हमला कर दिया . नक्सलियों की फायरिंग से कांग्रेस के 29 नेता व कार्यकर्ता मारे गए थे .