छत्तीसगढ़, छत्तीसगढ़ी और छत्तीसगढ़िया पर गर्व करना होगा-कुलपति डॉ केशरीलाल वर्मा

छत्तीसगढ़, छत्तीसगढ़ी और छत्तीसगढ़िया पर गर्व करना होगा-कुलपति डॉ केशरीलाल वर्मा

बिलासपुर। छत्तीसगढ़, छत्तीसगढ़ी और छत्तीसगढ़िया पर गर्व करना होगा . छत्तीसगढ़ी साहित्य समिति के प्रांतीय अधिवेशन में बोलते हुए मुख्य अतिथि डॉ केशरीलाल वर्मा कुलपति प. रविशंकर विश्वविद्यालय रायपुर ने कहा कि कोई भाषा छोटी बड़ी नहीं होती,ये उसके उपयोग और प्रयोग करने के आधार पर निर्भर करता है। भाषा सीखने से ज्ञान का विस्तार होता है, विचार पुष्ट होता है। अधिवेशन की अध्यक्षता करते हुए समिति के अध्यक्ष डॉ जे आर सोनी ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि सरकार आत्मानंद के नाम पर अंग्रेजी और हिंदी माध्यम के स्कूल तो खोल रही है लेकिन छत्तीसगढ़ी पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग के सचिव डॉ अनिल भतपहरी ने कहा कि भाषा बहता नीर है, अपने साथ कई बोलियां भाषा को भी ले आती है जिसे हमें स्वीकार भी करना पड़ता है। नंदा जाही का विषय की प्रस्तावना रखते हुए विशिष्ठ अतिथि डॉ विनय कुमार पाठक ने कहा कि हम सबको अपने छत्तीसगढ़ी रहन सहन,खानपान, भाषा बोली,संस्कृति आदि सभी को स्वाभिमान के साथ अपनाना चाहिए, तभी छत्तीसगढ़ और छत्तीसगढ़ी को सम्मान मिलेगा।बिलासा कला मंच के संस्थापक डॉ सोमनाथ यादव ने कहा कि ये हम सबके लिए खुशी की बात है कि समिति का प्रांतीय अधिवेशन बिलासपुर में हुआ जिसमें छत्तीसगढ़ी भाषा,संस्कृति के विकास पर सार्थक चर्चा हुई। इं. ए के यदु, भुनेश्वर यादव,अजय शर्मा,महेश श्रीवास, डॉ जी आर चौहान ने भी अपने अपने विचार व्यक्त किए।
लखीराम अग्रवाल आडिटोरियम में आयोजित प्रांतीय अधिवेशन में अतिथियों के द्वारा चेतन भारती की पुस्तक पल पल के जिनगानी और सुरता के राग तथा किशन टंडन की पुस्तक तइहा ला बइहा लेगे, नवा रद्दा,परछाई के रंग,बराबरी का सफर पुस्तक का विमोचन किया गया।प्रांतीय अधिवेशन में हरि ठाकुर स्मृति सम्मान डॉ सोमनाथ यादव को,सुशील यदु स्मृति सम्मान केशव शुक्ला,सदाराम सिन्हा,डॉ बलदेव सम्मान अरुण निगम,केयूरभूषण स्मृति सम्मान रामनाथ साहू और महेश श्रीवास,लक्ष्मण मस्तुरिया स्मृति सम्मान बुधराम यादव और भरत मस्तुरिया,राकेश सोनी सम्मान आसकरण दास जोगी,शुभम कोशले,मिथिलेश साहू सम्मान कृष्णकुमार भट्ट और सोमप्रभा तिवारी को दिया गया।
इस अवसर पर कार्यक्रम का संचालन कर रहे कान्हा कौशिक ने प्रदेश भर से आये हुए कवियों को काव्य पाठ करने के लिए आमंत्रित किया।उपस्थित कवियों ने अपनी श्रेष्ठ प्रतिनिधि कविता सुनाकर सभी श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिये। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ के सभी जिलों से आये हुए साहित्यकार उपस्थित रहे।अंत में आभार जताया जिला महासचिव राजेश मानस ने।

सम्पादक

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *