*कहानियों का पिटारा पुस्तकालय का शुभारंभ…
*पुस्तकों के माध्यम से बच्चों का होता है सर्वांगीण विकास – सांसद श्रीमती ज्योत्सना चरणदास महंत
*कहानियों का पिटारा पुस्तकालय का शुभारंभ एक अनूठी पहल- विधायक डॉ. के. के. ध्रुव
*किताबें होती हैं बच्चों की सच्ची दोस्त- कलेक्टर सुश्री गांधी
गौरेला-पेंड्रा-मरवाही . पेंड्रा विकासखंड के कन्या हाई स्कूल, नवागांव के प्रांगण में मंगलवार को जिला प्रशासन द्वारा जिले के 222 गांवों के लिए “कहानियों का पिटारा पुस्तकालय” का शुभारंभ किया गया । दो माह पहले बालदिवस के अवसर पर 14 नवम्बर को गौरेला के ग्राम अंजनी से जन-भागीदारी के साथ किताब दान अभियान शुरू किया गया था . इस अभियान में जिले, राज्य और देश के विभिन्न हिस्सों से मिले सहयोग से 13 लाख 32 हजार रूपये एकत्र हुए और 26 हजार 640 पुस्तकों का एक समृद्ध पुस्तकालय बनकर तैयार हो गया . इस अवसर पर बच्चों के सीखने की प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए शुरू किए गए कहानियों का पिटारा पुस्तकालय से जिले के सभी गाँव के “सीख” केन्द्रों में 120 पुस्तकों के एक-एक सेट को वितरित भी किया गया . यूनिसेफ द्वारा डिजाईन किये गए इस अनूठे अभियान के तहत जीपीएम जिले में 598 सीख-केंद्र स्थापित हैं जिसमें 1084 सीख-मित्र स्वेच्छा से बच्चों को व्यावहारिक ज्ञान की शिक्षा दे रहे हैं .
कहानियों का पिटारा पुस्तकालय के शुभारम्भ अवसर पर दूरसंचार के माध्यम से जुड़ी क्षेत्र की सांसद श्रीमती ज्योत्सना चरणदास महंत ने इसे एक अच्छी पहल बताया है। उन्होंने कहा कि बच्चे ही देश का भविष्य होते हैं और पुस्तकों के माध्यम से ही बच्चों को ज्ञान प्राप्त होता है।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मरवाही विधायक डॉक्टर के. के. ध्रुव ने कहा कि विगत बाल दिवस के अवसर पर किताब दान अभियान का शुभारंभ किया गया था . आज 222 गांवों में कहानियों का पिटारा पुस्तकालय की सुविधा होने से बच्चों का कहानियों के माध्यम से विकास किया जा सकता हैं । कलेक्टर सुश्री नम्रता गांधी ने कहा कि बच्चों के विकास में शिक्षकों के साथ-साथ समुदाय का भी विशेष योगदान होता है इसलिए बच्चों के विकास के लिए सभी को मिलकर सहयोग करना चाहिए। उन्होंने कहा कि कहानियों का पिटारा पुस्तकालय के माध्यम से विज्ञान, भाषा, गणित और व्यावहारिक जीवन की ज्ञानवर्धक बातें बच्चों को रोचक कहानियों के माध्यम से आसानी से समझाई जा सकती हैं। उन्होंने कहानियों का पिटारा पुस्तकालय के व्यवस्थित संचालन, किताबों के उचित रखरखाव इत्यादि के लिए जन समुदाय से भी सहयोग की अपील की है। उन्होंने कहा कि कहानियों का पिटारा पुस्तकालय के माध्यम से उपलब्ध कराई जा रही किताबें गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले के बच्चों के लिए एक अच्छे दोस्त की भूमिका निभाएगी।
इस अवसर पर अनुसूचित जनजाति आयोग की सदस्य श्रीमती अर्चना पोर्ते, युवा आयोग के सदस्य उत्तम वासुदेव, जनपद पंचायत, गौरेला की अध्यक्ष सुश्री ममता पैकरा, जनपद पंचायत, पेंड्रा की अध्यक्ष श्रीमती आशा बबलू मरावी, परियोजना निदेशक आर के खुटे, जिला शिक्षा अधिकारी मनोज राय, सुश्री सरस्वती यादव सहित अनेक जनप्रतिनिधि, अधिकारीगण, स्कूली बच्चे और ग्रामीणजन उपस्थित थे।