जीतने वाले केंडीडेट्स को ही टिकट मिलेगी—ओम माथुर

जीतने वाले केंडीडेट्स को ही टिकट मिलेगी—ओम माथुर

भाजपा के छत्तीसगढ़ संगठन प्रभारी ओम माथुर ने कहा है कि विधानसभा चुनाव में जीतने वाले केंडीडेट्स को ही टिकट दी जाएगी . उन्होंने स्पष्ट किया कि हर राज्य में वहां की मौजूदा परिस्थितियों के आधार पर केंडीडेट्स का चयन कर टिकट वितरण किया जाता है . उनका साफ़ कहना था कि प्रदेश में पूर्ण बहुमत की भाजपा सरकार बनेगी . तीन दिनी छत्तीसगढ़ के दौरे के दौरान गुरूवार को ओम माथुर बिलासपुर पहुंचकर मीडिया से बात कर रहे थे .
उन्होंने कहा कि वे बिलासपुर, रायपुर व अम्बिकापुर के दौरे पर हैं . यह पूरी तरह से सांगठनिक दौरा है . वे अलग-अलग संभाग में जाएंगे, जहां जिला और मंडल अध्यक्ष व महामंत्री सहित अन्य पदाधिकारियों के साथ बैठक कर चर्चा करेंगे .
ओम माथुर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की योजनाएं और संगठन की तकनीकी मजबूती के आधार पर हम जनता के बीच जाएंगे और प्रदेश में पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाएंगे .


उन्होंने आगे कहा कि छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार के भ्रष्टाचार और अनियमितताओं से समाज का हर वर्ग त्रस्त है . प्रदेश की जनता सरकार से खुश नहीं है . कांग्रेस की हाथ जोड़ो और भारत यात्रा का क्या असर हुआ, यह त्रिपुरा, नागालैंड और मेघालय के विधानसभा चुनाव के नतीजों से साफ़ देखा जा सकता है.
महंगाई के सवाल को भी उन्होंने टाल दिया . कहा कि, महंगाई बढ़ने का विशेष असर नहीं होगा . प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ग्रामीण विकास की योजनाओं पर जो काम किया है, आम जन-मानस में उसका असर ज्यादा दिख रहा है .
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में सीएम का चेहरा कौन होगा, इसका निर्णय न मैं कर सकता हूं न यहां की टीम कर सकती है . भारतीय जनता पार्टी अनुशासन के साथ काम करती है . यह किसी व्यक्ति, परिवार की पार्टी नहीं है . पार्टी का अपना एक सिस्टम है . यह सब सेंट्रल पार्लियामेंट्री बोर्ड तय करता है . कई जगह चेहरा घोषित करके चुनाव लड़े जाते हैं और कई जगह हम बिना सीएम के चेहरे पर चुनावी मैदान में उतरे हैं . सेंट्रल पार्लियामेंट्री बोर्ड जो भी निर्णय करेगा छत्तीसगढ़ के पदाधिकारी और कार्यकर्ता उसे मानेंगे .
ओम माथुर ने कहा कि चुनाव में हर राज्य का अपना अलग फार्मूला लागू होता है . यह जरूरी नहीं कि हम जहां जीते हैं, उसी फार्मूले को दूसरे राज्य में लागू किया जाए . गुजरात और उत्तरप्रदेश की परिस्थितियां अलग थी और छत्तीसगढ़ की परिस्थिति अलग है .

सम्पादक

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