होली है ; होलिका-दहन का उत्तम मुहूर्त…

होली है ; होलिका-दहन का उत्तम मुहूर्त…

होली रंगों और हंसी-खुशी का त्यौहार है . रंगोत्सव पूरी दुनिया में अपने-अपने तरीके से मनाया जाता है . भारत में आज होलिका दहन किया जाएगा . इस साल भद्रा के कारण होलिका दहन के शुभ मुहूर्त को लेकर असमंजस की स्थिति है . ज्योतिष आचार्यों के अनुसार होलिका दहन हमेशा फाल्गुन पूर्णिमा को प्रदोष काल में भद्रा रहित मुहूर्त में किया जाना चाहिए . अगर प्रदोष काल में भद्रा है तो भद्रा समाप्त होने के बाद ही होलिका दहन करना चाहिए . फाल्गुन पूर्णिमा तिथि 17 मार्च को दोपहर 1:29 से प्रारंभ होगी, जिसका समापन 18 मार्च को दोपहर 12:45 पर होगा . भद्रा प्रारंभ 17 मार्च को दोपहर 1:02 से होगा और इसका प्रभाव देर रात 12:57 तक रहेगा अतः होलिका-दहन का उत्तम मुहूर्त आज गुरूवार की रात 12:57 के बाद से है . देश-काल-परिस्थितियों को देखते हुए ज्योतिष-पंडितों ने रात को करीब एक घंटे का वक्त निकाल लिया है जिसमें भद्रा का प्रभाव कुछ कम रहेगा अतः होलिका दहन का शुभ मुहूर्त केवल रात 9:20 से 10:28 तक रहेगा .

विधि विधान से करें पूजा…

होलिका-दहन को पूरे विधि-विधान से करने पर उत्सवधर्मी श्रद्धालुओं को विशेष लाभ का योग है . सबसे पहले भगवान श्री गणेश का पुण्य-स्मरण कर पूजा प्रारंभ करनी चाहिए . पूजा स्थल पर गंगाजल का छिड़काव करें . होलिका दहन की सारी सामग्री दक्षिण-पूर्व दिशा में रखें . इस बात का भी ध्यान रखें कि पूजा करने वाले व्यक्ति का मुख, पूर्व की ओर हो . तांबे के लोटे में जल, माला, रोली, चावल, फूल, कच्चा दूध, बताशे, हल्दी और नारियल रखें . गोबर से बने हुए खिलौने और माला भी रखना उत्तम होगा .

सम्पादक

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *